प्रसव पश्चात स्तन पान की स्थिति जिले में ठीक नहीं
अम्बेडकर नगर: अपरान्ह दो बजे राष्ट्रीय कार्यक्रमों की समीक्षा तथा सायं तीन बजे जिला स्वास्थ्य समिति की कार्यकारी समिति की बैठक मुख्य चिकित्सा अधिकारी की अध्यक्षता में कार्यालय के सभागार में आहूत की गयी थी।
जिला स्वास्थ्य समिति की कार्यकारी समिति की बैठक में मुख्य डाॅ0 अशोक कुमार मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डाॅ0 एसपी गौतम मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, डाॅ0 सालिकराम पासवान अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डाॅ0 ओम प्रकाश गुप्ता अपर मुख्य 8चिकित्सा अधिकारी, डाॅ0 अशोक कुमार गुप्ता जिला क्षय रोग अधिकारी, बलराम सिंह प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी, डाॅ0 श्याम बिहारी राम जिला होम्योपैथिक अधिकारी, नरेन्द्र कुमार राय जिला समाज कल्याण अधिकारी, डाॅ0 एसपी यादव, क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं युनानी अधिकारी, अजय सिंह डीपीएम, प्रीतम विक्रम डीसीपीएम, डाॅ0 आशुतोष सिंह, डाॅ0 रवि वर्मा, जय सिंह को-आर्डीनेटर एचबीएनसी, आलोक द्विवेदी, उपेन्द्र प्रताप सिंह एबीएआरसी प्रतिनिधि बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं मो0 शारिक श्रम विभाग के साथ साथ अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी ब्लाकों के अधीक्षक, स्वा0 शिक्षा अधिकारी, बीपीएम, बी0सी0पीएम तथा बीएएम आदि उपस्थित रहे। जिला स्वास्थ्य समिति की कार्यकारी समिति की बैठक में वित्तीय एवं भौतिक प्रगति के साथ साथ प्रधानमंत्री मातृत्व वन्दना योजना, क्वालिटी एश्योरेंस, परिवार नियोजन कार्यक्रम, एचबीएनसी कार्यक्रम, जननी सुरक्षा योजना, आरबीएसके रोगी कल्याण समिति, गम्भीर रक्ताल्पता वाली महिलाओं की डिलेवरी स्टेटस, रोगी कल्याण समिति, अन्टाइड धनराशि, आदि गतिविधियों की समीक्षा की गयी है। समीक्षा में पाया गया कि जननी सुरक्षा योजना में लाभार्थी एवं आशाओं के भुगतान में जहांगीरगंज की उपलब्धि कम है।
प्रसव के पश्चात वजन एवं जन्म के एक घंटे के अन्दर स्तनपान कराने में जिला चिकित्सालय की स्थिति संतोषजनक नही है। टाण्डा में मातृ मृत्यु की रिर्पोटिंग नही की जा रही है। इसी प्रकार बार -बार चेतावनी के बावजूद सर्पोटिव सुपरविजन में अरबन इकाई, बसखारी टाण्डा एवं अकबरपुर की स्थिति में सुधान नही आ रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा सम्बन्धित इकाई के अधीक्षकों को निर्देशित किया गया कि प्रत्येक माह निर्धारित संख्या में अपने अधीन इकाईयों/उपकेन्द्रों का सकारात्मक भ्रमण करें तथा चेकलिस्ट पोर्टल पर अपलोड करें। लाभार्थी एवं आशाओं का भुगतान साप्ताहिक रूप से करना प्रारम्भ करें। अन्यथा की स्थिति में उपलब्धि खराब होने पर आप स्वंय उत्तरदायी होंगे।
शत प्रतिशत मातृ मृत्यु की रिर्पोटिंग तथा जन्म के एक घंटे के अन्दर शिशु का स्तनपान कराने के लिए सकारात्मक विचारधारा जागृत करने हेतु लोगों को प्रेरित करें तथा नवजात का जन्म के पश्चात वजन भी सुनिश्चित करायें।
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