लखनऊ में अफसरों के घर में काम कर रहे 800 रेलकर्मी
लखनऊ में अफसरों के घर में काम कर रहे 800 रेलकर्मीकागजों पर जो कर्मचारी पटरी की मरम्मत पर तैनात रहता है, उसकी हाजिरी अपने अधीनस्थ से कहकर रजिस्टर पर लगवाई जा रही है।लखनऊ (जागरण संवाददाता)। पटरियों की देखभाल करने की जगह 15 प्रतिशत कर्मचारी रेल अफसरों के घरों में काम कर रहे हैं। पगार रेलवे से ले रहे हैं। कुछ कृपापात्र कर्मचारियों को डीआरएम दफ्तर में तैनात कर दिया गया है। जबकि कुछ कर्मचारी सेवानिवृत्त जीएम और अन्य रेल अफसरों के घर पर काम कर रहे हैं।इन कर्मचारियों की वीडियो क्लिप और उपस्थिति रजिस्टर की फोटो कॉपी ट्रैक मेंटेनर एसोसिएशन ने रेलवे बोर्ड को भेज दी गई है। वहीं सीआरएम अश्वनी लोहानी के फरमान के बाद रेलवे में खलबली मच गई है। दोनों ही मंडलों के डीआरएम ने आनन-फानन में पत्र जारी कर अफसरों को अपने घरों पर तैनात कर्मचारियों को रिलीव करने का आदेश दिया है।यह भी कहा है कि चार सितंबर तक यदि यह कर्मचारी नहीं हटे तो कार्रवाई होगी। जबकि रेलवे बोर्ड ने आदेश दिया है कि यदि कर्मचारी चार सितंबर के बाद बंगलों पर पाए गए तो डीआरएम नपेंगे। किसी बंगले पर कोई भी कर्मचारी तैनात नहीं है और वह अपने मूल पद पर काम कर रहा है। इसका सर्टिफिकेट डीआरएम को ही देना होगा।टैक मेंटेनर एसोसिएशन के सहायक सचिव विश्वनाथ सिंह यादव ने बताया कि उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में छह हजार गैंगमैन और ट्रैकमैन तैनात हैं। इसमें से 800 ट्रैकमैन और गैंगमैन रेलवे अफसर के घर का खाना बनाने, बच्चों को स्कूल छोड़ने, राशन और सब्जी लाने और बिल जमा करने के कार्य में लगाए गए हैं।एसोसिएशन ने पहले ही रेलवे बोर्ड को कई बार ज्ञापन भेजा था जिसमें इन कर्मचारियों के अपने मूल काम की जगह अफसरों के घरों पर तैनात होने के कारण सुरक्षा को नुकसान होने का अंदेशा जताया गया था। उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन हादसा भी कर्मचारियों की कमी के कारण हुआ। क्योंकि ट्रैक की देखरेख नहीं हो पा रही थी।रेलवे अफसर अपने घर में तैनात कर्मचारियों की हाजिरी को लेकर भी खेल करते हैं। कागजों पर जो कर्मचारी पटरी की मरम्मत पर तैनात रहता है, उसकी हाजिरी अपने अधीनस्थ से कहकर रजिस्टर पर लगवाई जा रही है। रजिस्टर पर यह हाजिरी मासिक वेतन तैयार करने से पहले ठीक कर दी जाती है।अब महिलाओं की लगा रहे ड्यूटी: घर तैनात गैंगमैन व ट्रैकमैनों को हटाने की जगह रेलवे अफसर अब महिला कर्मियों को रेल लाइन की मरम्मत के लिए भेजने का आदेश दिया है। इन महिलाओं को दफ्तरों से हटाकर रेल लाइन पर भेजा जा रहा है। जिससे साइट पर कर्मचारियों की उपस्थिति अधिक दिखाई जा सके।By amal chowdhury Let's block ads! (Why?)