जम्मू कश्मीर में जवानों व निर्दोष नागरिकों की मौत का जिम्मेदार कौन. ___ रघु ठाकुर
- जम्मू कश्मीर में आतंकवाद और संघर्ष विराम उल्लंघन से जुड़ी घटनाओं में 190 की मौत
नयी दिल्ली, 21 जून: खबरों के अनुसार जम्मू कश्मीर में आतंकवाद और संघर्ष विराम उल्लंघन से जुड़ी घटनाओं में 15 जनवरी 2017 से 15 जनवरी 2018 तक 190 की मौत हो चुकी है।
महान समाजवादी चिंतक व विचारक तथा लोकतान्त्रिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रिय संरक्षक- रघु ठाकुर ने बताया कि, "कश्मीर के डी जीपी ने स्वीकार किया है कि एक तरफा संघर्ष विराम से आतंकवाद को बल मिला है।"
श्री ठाकुर ने सरकार से पूछा कि, जवानों व निर्दोष नागरिकों की मौत का जिम्मेदार कौन ?-
श्रीनगर से प्रकाशित खबरों के अनुसार जम्मू कश्मीर में आतंकवाद से जुड़ी हिंसा और पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम के उल्लंघन से जुड़ी घटनाओं में एक वर्ष में 47 सुरक्षाकर्मियों और 108 आतंकवादियों समेत 190 से अधिक लोगों की मौत हो गयी। ये आंकड़े पिछले वर्ष के 15 जनवरी से इस वर्ष के 15 जनवरी तक के हैं।
विधानसभा में विपक्षी नेशनल कांफ्रेंस के नेता ए.एम सागर के एक प्रश्न के लिखित जवाब में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बताया कि इस अवधि में करीब 800 लोगों को गिरफ्तार किया गया जबकि आतंकवाद से जुड़ी घटनाओं में चार बार मजिस्ट्रेट स्तर की जांच के आदेश दिये गये। गृह विभाग की जिम्मेदारी भी संभालने वाली महबूबा ने कहा कि 15 जनवरी, 2015 से 15 जनवरी, 2016 के बीच आतंकवाद से जुड़ी 146 घटनाएं हुईं, जिसमें 108 आतंकवादियों, 39 सुरक्षाकर्मियों और 22 नागरिकों समेत 169 लोगों की मौत हो गयी।
उन्होंने बताया कि इस दौरान सीमा पार से गोलीबारी की 181 घटनाएं हुईं जिसमें आठ सुरक्षाकर्मियों समेत 22 लोगों की मौत हो गयी और 13 सुरक्षाकर्मियों सहित 75 लोग घायल हो गये। महबूबा ने बताया कि अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम और शोपियां में कुल 61 आतंकवादी घटनाएं हुई जिसमें 12 सुरक्षाकर्मियों और 34 आतंकवादियों समेत 54 लोगों की मौत हो गयी।
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