
न यमराज, न राम राज सिर्फ गुंडा राज!
लखनऊ, 10 अप्रैल: चार अक्षर का "अपराध" अपनी समूची हिंसक कारगुजारियों के साथ अखबार के पन्नों पर पीड़ितों की दर्दनाक चीखों के बीच ठहाके लगा रहा है|
सूबे की सड़कों पर पुलिस का खौफ फ्लैग मार्च करने में अपनी पूरी ताकत जाया कर रहा है| जेल में, सड़कों पर निर्दोषों की हत्याएं हो रही हैं| शोहदे युवतियों को सरेराह छेड़ ही नहीं रहे बल्कि बलात्कार कर रहे हैं|
सूबे के सनातन दोस्त जाति, भ्रष्टाचार, साम्प्रदायिकता और हिंसा खुलकर तांडव कर रहे हैं|
इसीलिये आज अपहरण, लूट, ठगी, डकैती, छिनैती और पुलिसिया मनमानी का बोलबाला है| बात-बात पर हिन्दू-मुसलमान तलवारें एक दूसरे का गला काटने पर अमादा हो जाती हैं|
सत्ता दल के विधायक और उनके लगुवे-भागुवे प्रशासन पर कब्ज़ा जमाये हैं|
हर उस अधिकारी का तबादला हो जाता है, जो ईमानदारी से काम करने की कोशिश करता है|
इसका नतीजा है कि प्रशासन पर न गरीब को यकीन है , न अमीर को और इस जलते - धधकते सूबे के मुख्यमंत्री की चिंता प्रशासन या जनता नहीं है|
इनकी असली चिंता 2019 के लोकसभा चुनाव और हिंदुत्व के परचम को लगातार लहराते रहने की है|
अपनी नाकामी और अकर्मण्यता पर पर्दा डालने के लिए धमकाने वाले अंदाज में लगातार गलतबयानी की जा रही है|
मुठभेड़ों के आतंक के बीच अपराधियों के थानों में रात गुजारने की तस्वीरें छपवाई जा रही हैं, मुख्यमंत्री, मंत्री से लेकर हर छोटा-बड़ा भाजपा नेता छाती ठोक कर बयान दे रहा है, "अपराधी या तो जेल में होंगे या यमराज के पास भेज दिए जायेंगे|" दूसरी ओर उनके बयानों का मखौल उड़ाती राजधानी पुलिस शोहदों की दबंगई से त्रस्त वृन्दावन योजना में रहने वाली पीडिता को दुश्मनी न मोल लेने और घर बदल लेने की सलाह देकर टरका दे रहे है हैं| युवतियों का सुबह की सैर से लेकर दिन ढले सड़कों पर निकलना दुश्वार है|
और तो और महिला पुलिस इंस्पेक्टर, सिपाही तक सुरक्षित नहीं हैं , उन्हें भी दबंग सड़कों पर खुले आम धमकाने से लेकर छेड़ रहे हैं| वे अपने साथी सहकर्मियों तक की छेड़खानीयों का शिकार हो रही हैं|
अकेले राजधानी में हुई हत्याओं,चोरियों,डकैतियों,अपहरणों और ठगी के तमाम मामले अनसुल्झे हैं| सूबे के अन्य जिले तो बुरी तरह से आतंकित हैं|
हद तो यह है कि, अप्रैल के शुरुवाती हफ्ते में बाराबंकी की रेप पीडिता ने मुख्यमंत्री आवास के सामने और उन्नाव की रेप पीडिता ने विधान भवन के सामने आत्मदाह की कोशिश की| जिसमे उन्नाव की पीडिता का आरोप भाजपा विधायक कुलदीप सिह सेंगर पर है | पीडिता के पिता को विधायक के भाई व उसके समर्थकों ने बेतरह पीटा और उसे जबरन जेल भिजवा दिया जहां उसके घायल पिता की मौत हो गई | यहां बता दें विधायक कुलदीप सिंह के भाई अतुल सिंह पर पहले भी पुलिस तक पर गोली चलाने के आरोप हैं | इस पूरी घटना पर जांच के नाम पर लीपा-पोती की जा रही है ?
यही है प्रदेशवासियों के चैन से सोने का सच? इसे राम राज कहेंगे या गुंडा राज?-
(प्रियंका)
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