यू. पी.: BJP विधायक पर रेप का आरोप, पीड़िता के परिवार को मिलेगी सुरक्षा
एडीजी लखनऊ राजीव कृष्ण ने कहा कि जांच में पता चला है कि दोनों ही पक्षों के बीच पिछले 10 से 12 वर्षों से विवाद चल रहा है. मामले में अब विधायक पर लगे आरोपों की जांच लखनऊ के वरिष्ठ अधिकारी करेंगे. वहीं पीड़ित परिवार को सुरक्षा भी दिलाई जाएगी.
उन्नाव, 08 अप्रैल: उन्नाव के बांगरमऊ से विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ रेप के संगीन आरोप की जांच अब लखनऊ पुलिस करेगी. वहीं पीड़ित परिवार को पुलिस ने सुरक्षा देने का भी वादा किया है. मामले में एडीजी लखनऊ राजीव कृष्ण ने कहा कि आरोप है कि कुलदीप सिंह सेंगर ने महिला के साथ रेप किया. मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई और उनके साथ दूसरे पक्ष ने मारपीट भी की. एडीजी ने कहा कि जांच में पता चला है कि दोनों ही पक्षों के बीच पिछले 10 से 12 वर्षों से विवाद चल रहा है. मामले में अब विधायक पर लगे आरोपों की जांच लखनऊ के वरिष्ठ अधिकारी करेंगे. वहीं पीड़ित परिवार को सुरक्षा भी दिलाई जाएगी.
उधर बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने आरोपों का निराधार बताया है. उन्होंने कहा कि यह पूर्व नियोजित घटना है. महिला के परिवार में एक मामला हुआ था, जिसमें एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस ने दो निर्दोष लोगों को बचाया था जिन्हें इन्होंने बलि का बकरा बनाने की कोशिश की थी. इन लोगों को लगा कि मैंने इन निर्दोष लोगों को बचाने में सहायता की है. यही कारण है कि इसके बाद से ही इन लोगों ने मेरी छवि धूमिल करने के लिए कोई जगह नहीं छोड़ी.
दरअसल रविवार को सीएम आवास के सामने एक नाबालिग लड़की के आत्मदाह का प्रयास करने से हड़कंप मच गया. पुलिस ने मशक्कत से लड़की को आत्मदाह से रोका. लड़की ने उन्नाव के बांगरमऊ से विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाया और उन्नाव पुलिस पर कोई कार्रवाई न करने का आरोप लगाया. एडीजी लखनऊ ने आरोपों की जांच के लिए लखनऊ से वरिष्ठ अधिकारियों की टीम भेजने की बात कही है.
पीड़िता के मुताबिक जून 2017 में नौकरी के नाम पर ग्राम प्रधान की पत्नी उसे विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के आवास पर ले गई थीं, जहां विधायक ने उसके साथ रेप किया. पीड़िता ने आरोप लगाया कि उस दौरान वह उन्नाव पुलिस के हर अधिकारी के पास गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसके बाद से ही विधायक उसपर कहीं भी शिकायत न करने का दबाव बनाते थे.
पीड़िता ने आरोप लगाया कि 3 अप्रैल को दबाव बनाने के लिए उसके पिता से विधायक के भाई अतुल और मनोज ने मारपीट की. विरोध पर उसके पिता के खिलाफ एक फर्ज़ी मुकदमा लिख दिया गया. पुलिस की निष्क्रियता और विधायक की दबंगई के त्रस्त होकर नाबालिग रविवार को लखनऊ आई और सीएम आवास के बाहर मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया.
मामला सीएम आवास के बाहर था सो एडीजी लखनऊ जोन ख़ुद सक्रिय हुए और पीड़िता को सपरिवार अपने ऑफिस बुला लिया. पीड़िता से बातचीत के बाद एडीजी ने उन्नाव से माखी कोतवाल को भी दस्तावेजों के साथ तलब कर लिया. एडीजी ने कहा लखनऊ की टीम इस पूरे मामले की जांच करेगी. रिपोर्ट के बाद सख़्त कार्रवाई की जाएगी.
(साभार: न्यूज़-18)
संपादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
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