बदायूं (उ. प्र.): असामाजिक तत्वों ने तोड़ी आंबेडकर की प्रतिमा, पुलिस बल तैनात.
गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात कर सीओ ने दूसरे प्रतिमा लगवाने की बात कही. जिसके बाद भी ग्रामीण शांत नहीं हुए और प्रतिमा को तोड़ने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे है.
उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों में एक के बाद एक नौ आंबेडकर की मूर्तियों को तोड़ने का मामला सामने आ रहा है. ताजा मामला बदायूं के कुंवरगांव का है. जहां दुगरैया पार्क पर स्थापित आंबेडकर की प्रतिमा को शुक्रवार रात किसी शरारती तत्वों ने तोड़ दिया. शनिवार सुबह ग्रामीणों ने जब देखा तो पुलिस को जानकारी दी.
गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात कर सीओ ने दूसरे प्रतिमा लगवाने की बात कही है. जिसके बाद भी ग्रामीण शांत नहीं हुए और प्रतिमा को तोड़ने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं. गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया हैं.
घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे एसपी सिटी कमल किशोर ने बताया कि कुंवरगांव क्षेत्र के दुगरैया गांव में किसी असमाजिक तत्व ने माहौल खराब करने की मंशा के चलते प्रतिमा को तोड़ दिया है. इस मामले में अज्ञात असामाजिक तत्वों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है. दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
ग्रामीणों ने आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जाम लगाना शुरू कर दिया. जिसके बाद सीओ ने ग्रामीणों को समझाया और दूसरी प्रतिमा लगवाने की बात कही. घटनास्थल पर तनाव की स्थिति बनी हुई है. बता दें कि इससे पहले 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान बुलंदशहर के गांव जाड़ौल में अराजक तत्वों ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर की प्रतिमा तोड़ दी थी. ग्रामीणों ने पुलिस पर प्रतिमा तोड़ने का आरोप लगाते हुए औरंगाबाद-जहांगीराबाद रोड जाम कर दिया.
इससे पहले 8 मार्च को मेरठ के खुर्द गांव में आंबेडकर की प्रतिमा तोड़ी गई. जिसके बाद दलितों आक्रोशित हो गए. जिला प्रशासन ने दूसरी मूर्ति लगाकर मामले को शांत करवाया. इस मामले में भी अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. मेरठ के बाद 10 मार्च को आजमगढ़ जिले के राजापट्टी गांव में आंबेडकर की मूर्ति तोड़ने का मामला सामने आया. 16 मार्च को उन्नाव के बांगरमऊ में मूर्ति तोड़कर तनाव फैलाने की कोशिश हुई. 19 मार्च को आजमगढ़ में एक बार फिर आंबेडकर की मूर्ति तोड़ी गई.
असामाजिक तत्वों ने बछवाल गांव में मूर्ति तोड़ दी. 31 मार्च को इलाहाबाद के त्रिवेणीपुरम में आंबेडकर की प्रतिमा तोड़ने का मामला सामने आया. इसी दिन सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज के गौहनिया गांव में आंबेडकर की प्रतिमा तोड़ी गई. 31 मार्च को मूर्ति तोड़ने की तीसरी घटना हाथरस से सामने आई थी
(साभार: न्यूज़-18)
संपादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
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