डोकलाम में भारत की दृढ़ता का दूर तक होगा असर
डोकलाम में भारत की दृढ़ता का दूर तक होगा असरभारत और भूटान ने जिस तरह की प्रतिक्रिया दी, उसकी बीजिंग को उम्मीद नहीं थी।बीजिंग, प्रेट्र। चीन में भारत के पूर्व राजदूत अशोक कंठ का मानना है कि डोकलाम में भारत ने जो दृढ़ता दिखाई और बीजिंग के आगे झुकने से जिस तरह इन्कार किया, उसका क्षेत्र में दूरगामी असर होगा।उन्होंने कहा कि भारत ने इस विवाद को जिस तरह सुलझाया वह बेहद अहम है, क्योंकि चीन एक दूरगामी रणनीति के तहत डोकलाम में काम कर रहा है। दक्षिण चीन सागर की तरह वह दूसरे इलाकों पर भी एकतरफा कार्रवाई करते हुए दावा करने के प्रयास में है। छोटे देश चीन की विस्तारवादी नीति के आगे झुक जाते हैं। लेकिन, डोकलाम में ऐसा नहीं हुआ।भारत और भूटान ने जिस तरह की प्रतिक्रिया दी, उसकी बीजिंग को उम्मीद नहीं थी। इसीलिए उसे फिर से अपनी पुरानी स्थिति में लौटना पड़ा। इन दिनों नई दिल्ली स्थित चीनी अध्ययन संस्थान के निदेशक कंठ ने कहा कि भारत यदि चीन के दबाव में आ जाता, तो छोटे देशों के लिए उसके सामने खड़ा हो पाना भी मुश्किल हो जाता।यह भी पढ़ें: फटकार के बाद अमेरिका ने अब पाकिस्तान को पुचकाराBy Ravindra Pratap Sing Let's block ads! (Why?)