पाकिस्तानी आतंकी की मदद के आरोप में 3 राज्यों से 10 गिरफ्तार, टेरर फंडिंग का शक
एटीएस के मुताबिक लाहौर से लश्कर का आतंकी इन एजेंट्स को निर्देश देता था।
लखनऊ. 25 मार्च: उत्तर प्रदेश की एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (एटीएस) ने आतंकी संगठनों को फंड मुहैया कराने वाले 10 मददगारों को गिरफ्तार किया है। ये कार्रवाई तीन राज्यों में की गई। एटीएस के मुताबिक, पाकिस्तान में बैठा लश्कर-ए-तैयबा का एक आतंकी इन लोगों की मदद से भारत में गैरकानूनी पैसे की सप्लाई का नेटवर्क चला रहा था।
1) 3 राज्यों के 5 शहरों से हुईं गिरफ्तारियां
- ये गिरफ्तारियां उत्तर प्रदेश के गोरखुपर, लखनऊ, प्रतापगढ़, मध्य प्रदेश के रीवा और बिहार के गोपालगंज से की गईं।
2) भारतीय एजेंट्स से फर्जी बैंक अकाउंट खुलवाते थे
- एटीएस आईजी असीम अरुण ने बताया, "गिरफ्तार किए गए लोग ऐसा दिखाते थे कि वो किसी टेलीकॉम कंपनी के लिए काम कर रहे हैं। लाहौर से लश्कर का आतंकी फोन और इंटरनेट के जरिए इन लोगों के संपर्क में रहता था। वह उन्हें फर्जी नाम से अकाउंट खोलने के लिए बोलता था। यह भी बताता था कि किस खाते में कितना पैसा डालना है। भारतीय एजेंटों को इसके बदले कुछ परसेंट मिलता था।"
3) 42 लाख की नगदी बरामद
- एटीएस के मुताबिक, "इन लोगों से 42 लाख नकद, फर्जी खातों से संबंधित कार्ड, पासबुक और डाटा चोरी करने के उपकरण मिले हैं। गिरोह के तार नेपाल से भी जुड़े हैं। पाकिस्तान से निर्देश देने वाले आतंकी की पहचान की कोशिश की जा रही है।"
4) कुछ आरोपियों को पाकिस्तान कनेक्शन की जानकारी नहीं थी
- एटीएस आईजी ने बताया कि पाकिस्तानी आतंकी से सीधा संपर्क करने वाले आरोपी जानते थे कि वे राष्ट्र विरोधी काम कर रहे हैं। हालांकि, बाकी लोगों को बताया गया था कि वे लॉटरी से जुड़े गैरकानूनी पैसे का लेनदेन करवा रहे हैं।
5) 10 करोड़ का ट्रांजेक्शन होने का अनुमान
- एटीएस का अनुमान है कि भारत, नेपाल और कतर और पाकिस्तान के बीच इस नेटवर्क के जरिए करीब 10 करोड़ का लेनदेन हुआ है।
6) गोरखपुर से दो सगे भाई गिरफ्तार
- एटीएस के मुताबिक, आरोपियों में गोरखपुर से पकड़े गए मोबाइल कारोबारी के दो बेटे भी शामिल हैं। इनके पास से नकदी, कंप्यूटर, पेन ड्राइव और हार्ड डिस्क बरामद की गई हैं। इनकी मोबाइल की तीन दुकानें भी सील कर दी गई हैं।
7) पिछले साल भी एमपी के रीवा से हुई थी गिरफ्तारी
- पिछले साल एटीएस ने मध्य प्रदेश में बलराम नाम के शख्स को गिरफ्तार किया था। उस पर आईएसआई के लिए काम करने और टेरर फंडिंग का आरोप था। एटीएस के मुताबिक, उसने सतना और रीवा के 28 बैंक खातों से आतंकी गतिविधियों में शामिल लोगों को 15 करोड़ से ज्यादा की रकम पहुंचाई थी।
8) इन 10 लोगों को अरेस्ट किया गया
- संजय सरोज, नीरज मिश्रा, साहिल मसीह, शंकर सिंह, मुकेश प्रसाद, मुशर्रफ अंसारी, सुशील राय, दयानंद यादव, नसीम अहमद और अरशद नईम।
(साभार: भाष्कर)
संपादक: स्वतंत्र भारत न्यूज़
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