राज्यसभा चुनाव : बसपा की शिकायत के बाद रोकी गई काउंटिंग, बीजेपी के अरुण जेटली जीते
केन्द्रीय मंत्री अरुण जेटली राज्यसभा के लिए यूपी से उम्मीदवार हैं।
लखनऊ, 23 मार्च: देश के 16 राज्यों के 58 राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल अप्रैल-मई में खत्म हो रहा है। इसके लिए शुक्रवार को वोटिंग पूरी हो गई है। यूपी में सबसे ज्यादा 10 सीटों पर चुनाव हुए। विधानसभा में वोटों की काउंटिंग जारी हुई जिसमें बीजेपी के अरुण जेटली ने जीत दर्ज की। लेकिन मतपत्र पत्रों में कुछ आपत्तियों के कारण चुनाव आयोग ने राज्यसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती शुरू करने की अनुमति नहीं दी है। चुनाव आयोग ने मंजूरी के बाद ही शुरू होगी गिनती। बसपा ने सवाल उठाया है कि अनिल सिंह और नितिन अग्रवाल ने अपने वोट अधिकृत एजेंट को नहीं दिखाए हैं।
- वहीं, एक सीट पर सपा की जीत तय हैं जबकि 10वीं सीट के लिए कांटे की टक्कर है। 10वीं सीट के लिए सपा और कांग्रेस ने बसपा के उम्मीदवार भीम राव आंबेडकर का समर्थन किया। वहीं, बीजेपी ने भी अनिल अग्रवाल को अपना उम्मीदवार बनाया है। 10वीं सीट के लिए रणनीति बनाने के लिए सपा ने गुरुवार को डिनर पार्टी का आयोजन किया था। जिसमें अखिलेश यादव और शिवपाल यादव समेत पूरा मुलायम परिवार शामिल था। तय समय 4 बजे के पहले 400 विधायकों ने वोटिंग की। सपा-बसपा के एक-एक विधायक जेल में हैं जबकि एक बीजेपी विधायक की मौत हो गई है। जिस कारण 400 विधायकों ने वोट किया। वोटों की काउंटिंग शुरू हो गई है।
राज्यसभा चुनाव अपडेट
- वोट देने के बाद राजा भैया ने सीएम से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि सीएम के साथ मुलाकात औपचारिक है। हर विधायक सीएम से मुलाकात करता है।
-राजाभैया ने कहा कि को सपा के साथ हैं और सपा के कैडिंडेट को वोट करेंगे।
- निर्दलीय विधायक अमनमणि ने कहा- महाराजजी के निर्देश पर बीजेपी को दूंगा वोट। जिस प्रत्याशी को महाराज जी कहेंगे उसे दूंगा अपना वोट। महाराजजी के नेतृत्व में बीजेपी के सभी उम्मीदवारो की होगी जीत।
-इस बीच नितिन अग्रवाल, बसपा विधायक अनिल सिंह और निषाद पार्टी के विजय मिश्रा ने बीजेपी को वोट दिया है। जीत के लिए बीजेपी को 5 वोट की दरकार है।
- निषाद पार्टी के विजय मिश्रा ने भी बीजेपी के पक्ष में वोटिंग की है।
- बसपा विधायक अनिल सिंह ने कहा कि मैंने भाजपा के लिए वोट किया है, मुझे बाकी के बारे में नहीं पता है।
-डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि राज्यसभा की 9वीं सीट पर बीजेपी प्रत्याशी की जीत होगी।
- सपा के राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि- सपा उम्मीदवार जया बच्चन और बसपा के उम्मीदवार (भीमराव अम्बेडकर) हम जिनका समर्थन कर रहे हैं, वे राज्यसभा चुनाव जीतेंगे।
- मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि यूपी से राज्यसभा के 9 सांसद जाएंगे। विपक्ष कितना भी एकजुट हो जाए वो विकास के रथ को राज्यसभा में नहीं रोक पाएगा। बीजेपी के 9वें उम्मीदवार की चुनाव तय है।
- रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि हमारी जीत तय है।
- वहीं, यूपी सरकार के मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा है कि विजय मिश्रा(निषाद पार्टी) और अनिल सिंह (बसपा विधायक) गुरुवार को हमारी मीटिंग में मौजूद थे। जो हमारे सपोर्ट करने का भरोसा देते हैं।
- बीजेपी का कोई भी उम्मीदवार अपने वोट को इनवैलीड ना करे इसके लिए विधानसभा के विधानसभा हाल में सभी बीजेपी विधायकों की चेकिंग हो रही है। वोटिंग के लिए आवश्यक सामग्री लेकर ही विधायक वोटिंग करने के लिए पहुंच रहे हैं।
- कांग्रेस के सभी सातों विधायकों ने एक साथ वोट डाला है। वहीं, बीजेपी की भी यही रणनीति है कि बीजेपी के सभी विधायक एक साथ वोटिंग करेंगे।
- सपा के करीब 30 विधायकों ने वोट डाला। शिवपाल यादव, संग्राम सिंह, वीरेंद्र यादव, सुभाष पासी ने वोट डाले।
- चुनाव का दारोमदार अब निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह (राजा भईया) पर केंद्रित। राजा भैया के पास दो वोट हैं। राजा भईया ने सपा को वोट का वादा किया था। अब तक वोट डालने नहीं पहुंचे हैं राजा भईया। राजा भईया के साथ निर्दलीय विधायक विनोद सरोज भी हैं। वहीं, बताया जा रहा है कि बीजेपी के दो विधायकों ने राजा भैया से रात में मुलाकात की थी। जिसके बाद से चर्चाएं थी कि राजा भैया वोट डालने नहीं आएंगे।
- रामगोपाल यादव न कहा कि गठबंधन के दौनों उम्मीदवार चुनाव जीतेंगे। उन्होंने कहा कि राजा भैया और निर्दलीय विधाय विनोद सरोज ने जया बच्चन को वोट दिया है।
क्या है गणित ?
- हरिओम यादव को वोटिंग की अनुमति न मिलने व नितिन अग्रवाल के बीजदेपी में शामिल होने का बाद से अब एसपी के पास जया बच्चन को राज्यसभा भेजने के बाद 8 विधायक बचे हैं।
- जीतने के लिए 36.55 (37) वोट चाहिए। वहीं, बीजेपी के पास गठबंधन सहित 28 अतिरिक्त वोट हैं। दो वोट बागियों के, एक निर्दलीय और निषाद पार्टी का एक वोट मिलाकर संख्या 32 पहुंचती है। ऐसे में कोटा पूरा करने के लिए दूसरी वरीयता के वोटों की गिनती होगी, जिसमें बीजेपी के भारी पड़ने के आसार हैं।
कुल: 10 सीट, बीजेपी को 8 सीट मिलना तय
- कुल 10 सीट पर चुनाव हैं। उत्तर प्रदेश में 403 विधानसभा सीटें हैं। राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए किसी भी पार्टी के पास 37 विधायक होने जरूरी हैं। बीजेपी अलायंस के पास 324 सीट हैं। 8 सदस्यों को राज्यसभा पहुंचाने के बाद 28 विधायक बचते हैं। ऐसे में एक और सदस्य को अपर हाउस भेजने के लिए 9 विधायक का समर्थन चाहिए।
- उधर समाजवादी पार्टी के पास 47 विधायक हैं। इस हिसाब से एसपी का एक ही कैंडिडेट राज्यसभा में जा सकता है। एसपी ने राज्यसभा के लिए जया बच्चन को चुना है।
- असल लड़ाई 10वीं सीट के लिए है। बीएसपी कैंडिडेट भीम राव आंबेडकर और बीजेपी के अनिल अग्रवाल आमने-सामने हैं। सपा बसपा को समर्थन दे रही है। इसलिए यह चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है।
इनके कार्यकाल हो रहे हैं पूरे
- गौरतलब है कि सपा के राज्यसभा सदस्यों नरेश अग्रवाल (अब बीजेपी में), दर्शन सिंह यादव, नरेश चन्द्र अग्रवाल, जया बच्चन, चौधरी मुनव्वर सलीम और आलोक तिवारी, भाजपा के विनय कटियार और कांग्रेस के प्रमोद तिवारी का कार्यकाल खत्म हो रहा है।
क्या है राज्यसभा का गणित?
- राज्यसभा चुनाव का फॉर्मूला है= (खाली सीटें + एक) कुल योग से विधानसभा की सदस्य संख्या से भाग देना। इसका जो जवाब आए उसमें भी एक जोड़ने पर जो संख्या होती है। उतने ही वोट एक सदस्य को राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए चाहिए।
- इसे ऐसे समझें:
यूपी में 403 विधानसभा सीटें हैं। राज्यसभा चुनाव 10 सीटों के लिए होना है।
- खाली सीट 10+1= 11। 403/ 11= 36.63। 36.63 +1= 37.63। यूपी राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए एक सदस्य को औसतन 37 विधायकों का समर्थन चाहिए।
(साभार: भाष्कर)
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