जम्मू-कश्मीर: सेंट्रल जेल में NIA का छापा, दर्जनों संदिग्ध सामान बरामद
जम्मू और कश्मीर की सेंट्रल जेल में 20 एनआईए की टीमों के साथ पुलिस, सीआरपीए और एनएसजी की संयुक्त कार्रवाई में जांच की गई. इस जांच टीम में स्थानीय मजिस्ट्रेट और डॉक्टरों की टीम भी शामिल रही. आतंकी दानिश गुलाम लोनी और सोहेल अहमद भट्ट की कुपवाड़ा पुलिस द्वारा गिरफ्तारी के बाद जांच एजेंसियों को सक्रिय हो जाना पड़ा. आतंकी संगठन अल-बदर के सदस्यों की ट्रेनिंग और उन्हें हथियार मुहैया कराने की खबरें की भी सूचना जांच एजेंसियों को मिली थीं.
ड्रोन की मदद से दिया गया ऑपरेशन को अंजाम
इस सर्च ऑपरेशन को ड्रोन की मदद से अंजाम दिया गया. सर्च के दौरान जांच टीम को 25 मोबाइल फोन, कई सिमकार्ड, 5 एसडी कार्ड, 5 पेनड्राइव, एक आईपॉड और हिजबुल मुजाहिद्दीन का झंडा और कई जिहादी दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं.
क्यों सक्रिय हुई हैं जांच एजेंसियां?
सूत्रों के मुताबिक जबसे आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने पाकिस्तानी आतंकवादी हाफिज उमेर को जम्मू-कश्मीर का नया ऑपरेशनल कमांडर नियुक्त किया है तब से सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गई हैं. आतंकी संगठन ने जैश-ए-मोहम्मद ने मुफ्ती वकास की मुठभेड़ में हुई मौत के बाद उमेर को नया ऑपरेशन कमांडर नियुक्त किया है.
कौन था मुफ्ती वकास?
जम्मू-कश्मीर के हटवार इलाके में सोमवार को सेना ने एक ज्वाइंट ऑपरेशन में सुंजवान आतंकी हमले के मास्टरमाइंड को मारा गिराया. खुफिया सूत्रों के मुताबिक अवंतीपुरा के हटवार इलाके में आतंकी के मौजूद होने की खबर थी. इस ज्वाइंट ऑपरेशन में राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) भी शामिल थी.
मारे गए आतंकी की पहचान जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर मुफ्ती वकास के तौर पर हुई है. सुंजवान हमले के पीछे वकास का ही हाथ था.
(साभार: न्यूज़-18)
संपादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
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