सी. बी. आई. ने आज पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के पुत्र कार्ति चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया मामले में किया गिरफ्तार.
कार्ती ने आईएनएक्स मीडिया को विदेश से 3.05 अरब रुपये का धन प्राप्त करने के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की मंजूरी दिलाने के बदले में अवैध रूप से 'सेवा शुल्क' लिया था।
नयी दिल्ली, 28 फरवरी (भाषा) आईएनएक्स मीडिया मामले में अपनी जांच के सिलसिले में सीबीआई ने आज कार्ति चिदंबरम को गिरफ्तार किया। वह पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे हैं।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि कार्ति को चेन्नई हवाईअड्डा से सुबह करीब आठ बजे गिरफ्तार किया गया। कार्ति ब्रिटेन से लौटे थे।
आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करने के बाद 46 वर्षीय कार्ति को घरेलू एयरलाइंस के विमान से राष्ट्रीय राजधानी लाया गया जहां, उन्हें दोपहर बाद विशेष अदालत में पेश किया जायेगा।
जांच एजेंसी ने इससे पहले पूछताछ के लिये कार्ति को समन किया था लेकिन इससे बचने के लिये उन्होंने कई अदालतों से स्थगनादेश ले लिया था ।
इस मामले में सीबीआई ने पिछले साल 15 मई को प्राथमिकी दर्ज की थी। इसमें आरोप है कि वर्ष 2007 में पी. चिदंबरम के केंद्रीय वित्त मंत्री रहने के दौरान आईएनएक्स मीडिया को विदेशों से करीब 305 करोड़ रुपये की रकम प्राप्त करने के लिये एफआईपीबी मंजूरी मिलने में कथित अनियमितताएं हुई।
उन्होंने बताया कि आरोप है कि मामले में कार्ति को 10 लाख रुपये मिले थे।
सीबीआई ने आरोप लगाया कि कार्ति ने कर जांच को टालने के लिये आईएनएक्स मीडिया से धन भी लिया था। उस वक्त इस कंपनी के मालिक पीटर और इंद्राणी मुखर्जी थे। इंद्राणी की बेटी शीना बोरा की हत्या के आरोप में दोनों इस वक्त जेल में हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी इस संबंध में धन शोधन का मामला दर्ज किया है।
सीबीआई एवं ईडी ने चिदंबरम पिता पुत्र के स्वामित्व वाले घरों एवं दफ्तरों पर कई बार छापा मारा। ईडी ने कई बार कार्ति से पूछताछ भी की।
बहरहाल उनके पिता पी. चिदंबरम इस बारे में टिप्पणी करने के लिये उपलब्ध नहीं थे। इससे पहले उन्होंने ऐसे किसी मामले में अपने बेटे की संलिप्तता से इनकार किया था।
सीबीआई वर्ष 2006 के एयरसेल-मैक्सिस सौदे में एफआईपीबी मंजूरी देने में कथित अनियमितता की भी जांच कर रही है।
कार्ति की गिरफ्तारी पर कांग्रेस पार्टी की कड़ी प्रतिक्रियाएं सामने आयीं। पार्टी ने इसे मोदी सरकार की “बदले की कार्रवाई” और अपने काल में हो रहे घोटालों एवं कुशासन से “ध्यान भटकाने का प्रयास ’’ बताया।
पार्टी के संचार प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कार्ति चिदंबरम की गिरफ्तारी उन्हें सरकार को जवाबदेह ठहराने और सच बोलने से भटका नहीं सकती।
(साभार: भाषा)
सम्पादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
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