
बुंदेलखंड में रेलवे लाइनों का निर्माण किया जाय और बुंदेलखंड के गौरव हरी सिंह गौर को भारत रत्न दिया जाय: रघु ठाकुर
धरने की मांगों को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्ण करने का दिया आश्वासन।
बुंदेलखंड सर्वदलिय नागरिक मोर्चा का धरना रघु ठाकुर के नेतृत्व में दिल्ली मैं संपन्न।
बुंदेलखंड सर्वदलीय नागरिक संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर आज मध्य प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड अंचल से बड़ी संख्या में लोग संसद मार्ग पर इकट्ठा हुए. उत्साह व नारों के साथ धरना संपन्न हुआ. बुंदेलखंड नहीं सहेगा. अपना हक हम लेकर रहेंगे बुंदेलखंड का अपमान नहीं सहेंगे, जैसे नारे धरने के बीच में गूंजते रहे.
नई दिल्ली: बुंदेलखंड सर्वदलीय नागरिक संघर्ष मोर्चा को संबोधित करते हुए मोर्चे के संरक्षक तथा लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक- महान समाजवादी चिंतक व विचारक- रघु ठाकुर ने मोर्चे की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला और कहा कि, बुंदेलखंड आज देश में सबसे ज्यादा उपेक्षित है, रेल लाइनों का अभाव है और 6 रेल लाइनों की स्वीकृति - सुश्री ममता बनर्जी के कार्यकाल में हुई थी, परन्तु उन पर अभी तक कार्य शुरू नहीं हो सका है. हम सरकार से मांग करने आए हैं कि, रेल लाइनों पर निर्माण कार्य शुरू हो समूचा बुंदेलखंड जल संकट से परेशान है, जबकि अभी शीतकाल है, गर्मी में जल संकट और बढ़ जाएगा.
मोर्चा, लगातार “बुंदेलखंड सिंचाई विकास निगम और नदियों को जोड़ने तथा नहर बनाने की मांग करता रहा है”, ताकि इंसान और खेत दोनों प्यासे ना रहे.
श्री ठाकुर ने कहा कि, पर्यटन की अपार संभावनाएं इस अंचल में है, परंतु पर्यटन परिक्रमा पथ का निर्माण नहीं है, जिस कारण इस अंचल के पर्यटन केंद्रों की राष्ट्रीय पहचान नहीं बन पा रही और बुंदेलखंड के महानायकों की भी उपेक्षा हो रही है, जैसे डॉक्टर हरिसिंह गौर एवं मेजर ध्यानचंद को अभी तक भारत रत्न नहीं दिया गया है.
रघु ठाकुर ने कहा कि, यह संघर्ष का दौर है और मोर्चा की स्थापित परंपरा के अनुसार हम सबको दलीय भावना से ऊपर उठकर लड़ना होगा. बुंदेलखंड में देश की आबादी के अनुपात में रेल लाइन मिले, बीना में शताब्दी गाड़ी का स्टॉपेज हो, दक्षिण भारत से जोड़ने के लिए रेलगाड़ी शुरू हो. इन बातों को हमें पुरजोर तरीके से उठाना होगा. धरने को कामरेड के.सी. बंसल ने संबोधित करते हुए कहा कि, मोर्चे का दिखाया रास्ता, अधिकार पाने का माध्यम है.