
विश्व हॉकी के भूतपूर्व सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी एवं भारत के कप्तान और राष्ट्र भक्त - मेजर ध्यानचंद सिंह को भारत रत्न दिया जाय __ रघु ठाकुर
नई दिल्ली संसद मार्ग पर बुंदेलखंड सर्वदलिय नागरिक मोर्चा का धरना.
जर्मनी के रुडोल्फ हिटलर सरीखे जिद्दी और तानाशाह सम्राट ने ध्यानचंद को जर्मनी के लिए खेलने की पेशकश कर दी थी। लेकिन ध्यानचंद ने हमेशा भारत के लिए खेलना ही सबसे बड़ा गौरव समझा।
वियना में ध्यानचंद की चार हाथ में चार हॉकी स्टिक लिए एक मूर्ति लगाई और दिखाया कि ध्यानचंद कितने जबर्दस्त खिलाड़ी थे।
ऐसे राष्ट्रभक्त और देश ही नहीं विश्व के गौरव को भारत रत्न नहीं तो, फिर किसे ?- .... रघु ठाकुर
नई दिल्ली: बुन्देलखण्ड सर्वदलिय नागरिक मोर्चा का एक दिवसीय धरना नई दिल्ली संसद मार्ग पर बुंदेलखंड सर्वदलीय नागरिक मोर्चा के संरक्षक रघु ठाकुर के नेतृत्व में संपन्न हुआ।
इस अवसर पर रघु ठाकुर ने धरना स्थल पर सरकार से कहा कि, जर्मनी के रुडोल्फ हिटलर सरीखे जिद्दी और तानाशाह सम्राट ने ध्यानचंद को जर्मनी के लिए खेलने की पेशकश कर दी थी। लेकिन ध्यानचंद ने हमेशा भारत के लिए खेलना ही सबसे बड़ा गौरव समझा और तानाशाह जिद्दी सम्राट हिटलर को बिना डर-भय के इनकार कर दिया।
ऐसे राष्ट्रभक्त और देश ही नहीं विश्व के गौरव को भारत रत्न नहीं तो, फिर किसे ?-
अत: विश्व हॉकी के भूतपूर्व सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी एवं भारत के कप्तान और राष्ट्र भक्त - मेजर ध्यानचंद सिंह को भारत रत्न दिया जाय।
धरने में पहुंचे दिल्ली की आम आदमी पार्टी के नेता- आशुतोष और राज्यसभा सांसद संजय सिंह मुख्य रूप से धरने में उपस्थित रहे और मोर्चे की सभी माँगों का समर्थन किया.
रघु ठाकुर ने बताया कि, ध्यानचंद को फुटबॉल में पेले और क्रिकेट में ब्रैडमैन के समतुल्य माना जाता है। गेंद इस कदर उनकी स्टिक से चिपकी रहती कि प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी को अक्सर आशंका होती कि वह जादुई स्टिक से खेल रहे हैं। यहाँ तक हॉलैंड में उनकी हॉकी स्टिक में चुंबक होने की आशंका में उनकी स्टिक तोड़ कर देखी गई। जापान में ध्यानचंद की हॉकी स्टिक से जिस तरह गेंद चिपकी रहती थी उसे देख कर उनकी हॉकी स्टिक में गोंद लगे होने की बात कही गई। ध्यानचंद की हॉकी की कलाकारी के जितने किस्से हैं उतने शायद ही दुनिया के किसी अन्य खिलाड़ी के बाबत सुने गए हों। उनकी हॉकी की कलाकारी देखकर हॉकी के मुरीद तो वाह-वाह कह ही उठते थे बल्कि प्रतिद्वंद्वी टीम के खिलाड़ी भी अपनी सुधबुध खोकर उनकी कलाकारी को देखने में मशगूल हो जाते थे।
ध्यानचंद की कलाकारी से मोहित होकर ही जर्मनी के रुडोल्फ हिटलर सरीखे जिद्दी सम्राट ने उन्हें जर्मनी के लिए खेलने की पेशकश कर दी थी। लेकिन ध्यानचंद ने हमेशा भारत के लिए खेलना ही सबसे बड़ा गौरव समझा। वियना में ध्यानचंद की चार हाथ में चार हॉकी स्टिक लिए एक मूर्ति लगाई और दिखाया कि ध्यानचंद कितने जबर्दस्त खिलाड़ी थे।
ऐसे महान हॉकी के जादूगर को हमारी सरकारें नजरअंदाज नहीं कर सकती, उन्हें मैजर ध्यानचंद को भारत रत्न देना ही होगा।
धरने में लोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शंभूदयाल वघेल, आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सांसद श्री संजय सिंह, सागर के पूर्व विधायक सुनील जैन, आम आदमी पार्टी के आशुतोष, कटनी के बिन्देश्वरी पटैल, निशार कुरेशी, राम शशंकर पुरोहित,धरमेन्द्र राणा, असगर खान सहित कई नेतागणों ने अपने-अपने बिचार रख्खे और मोर्चे की माँगो का पुरजोर तरीके से समर्थन किया। कार्यक्रम का संचालन राम कुमार पचोरी ने किया। बुन्देलखण्ड सर्वदलिय नागरिक मोर्चा के धरने मैं भिण्ड, ग्वालियर, मुरैना, सागर, कटनी, ललितपुर, भोपाल, बंडा, गंजवासोद, आदि क्षेत्रों से सैकड़ों लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष- शम्भू सिंह बघेल, राष्ट्रीय महासचिव- राघवेन्द्र सिंह, उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष- सच्चिदा नन्द श्रीवास्तव, हरियाणा आदि प्रदेशों से आये सैकडों कार्यकर्ता एवं बुन्देलखण्ड सर्वदलीय नागरिक मोर्चा के सैकड़ों कार्यकर्ता सामिल हुए और मोर्चे की माँगो का पुरजोर तरीके से समर्थन किया।
रघु ठाकुर के नेतृत्व में मोर्चे का प्रतिनिधि-मंडल गृहमंत्री - राजनाथ सिंह से मिला, जिस पर गृहमंत्री ने मोर्चे की माँग से सहमत व्यक्त करते हुए प्रतिनिधि मंडल को आश्वस्त किया.
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