बॉलीवुड की चांदनी हुई अस्त, देश शोकाकुल - श्रीदेवी का पार्थिव शरीर मुंबई लाने में इस कारण हो रही है देर !
बॉलीवुड की जानी-मानी अदाकारा श्रीदेवी का शनिवार रात को दुबई में निधन हो गया. वह 54 साल की थी.
बॉलीवुड एक्ट्रेस श्रीदेवी का दिल का दौरा पड़ने की वजह से निधन हो गया है. वह अपने भांजे और बॉलीवुड एक्टर मोहित मारवाह की शादी में शरीक होने दुबई गई हुई थीं. इसलिए फिलहाल उनके पार्थिव शरीर को भारत लाने के लिए जरूरी प्रक्रिया चल रही है. पहले दुबई में उनके शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा और इसके बाद दुबई पुलिस की तरफ से फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट तैयार की जाएगी.
पहले कहा जा रहा था कि श्रीदेवी का शव दोपहर दो बजे तक भारत लाया जाएगा, लेकिन इस प्रक्रिया पर गौर करें तो पार्थिव शरीर देर शाम तक ही मुंबई पहुंच सकेगा. सूत्रों के मुताबिक, उनका शव चार्टेड प्लेन के जरिये मुंबई लाया जाएगा.
बता दें कि दुबई में निधन होने के कारण उनके पार्थिव शरीर को मुंबई लाना भी कोई आसान काम नहीं है. इसके लिए वहां एक लंबी-चौड़ी प्रक्रिया है:-
1- सबसे पहले तो अस्पताल, स्वास्थ्य मंत्रालय और पुलिस निधन से जुड़ी सभी फॉर्मैलिटीज पूरी करते हैं. यह रविवार से लेकर गुरुवार तक सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे होता है.
2- दुबई में ऑफिस टाइमिंग खत्म होने या छुट्टी के दिन फोन के जरिए भी संबंधित अधिकारियों की मदद ली जा सकती है.
3- निधन से जुड़ी फॉर्मैलिटीज के लिए कॉन्सुलेट अधिकारी से 24 घंटे मदद ले सकते हैं. ऑफिस टाइमिंग के बाद या छुट्टी के दिन इस नंबर पर 050-7347676 फोन कर मदद ली जा सकती है.
4- दुबई में घर या अस्पताल के अलावा किसी और जगह मृत्यु होने पर पार्थिव शरीर को जांच के लिए पुलिस मॉर्चुरी में ले जाया जाता है.
5- मृत्यु प्रमाण पत्र या पुलिस सर्जन से पत्र लेना जरूरी होता है.
6- अगर मृत्यु अस्पताल या एंबुलेंस में होती है तो मृत्यु प्रमाण पत्र अस्पताल के अधिरकारी उपलब्ध कराते हैं.
नयी दिल्ली 25 फरवरी: शोख चुलबुली अदाओं एवं गंभीर अभिनय के जरिये सिनेप्रेमियों और अपने प्रशंसकों की चहेती अभिनेत्री श्रीदेवी के असमय निधन से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गयी है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत विभिन्न राजनीतिक हस्तियों और बॉलीवुड सेलीब्रेटी ने श्रीदेवी के निधन पर शोक जताया है।
श्रीदेवी का कल रात दुबई में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। श्रीदेवी पति बोनी कपूर और छोटी बेटी खुशी के साथ एक पारिवारिक शादी में शिरक्त करने के लिए दुबई गयी थी। तेरह अगस्त 1963 को जन्मी श्रीदेवी ने हिन्दी फिल्मों में आने से पहले तमिल, तेलगु, मलयालम और कन्नड़ फिल्मों में काम किया। उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत बाल कलाकार के रूप में की थी और वह देश की सबसे बड़ी अभिनेत्रियों में शुमार हुईं। फिल्म जगत में उनके योगदान को देखते हुए सरकार ने उन्हें वर्ष 2013 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया था।
राष्ट्रपति ने श्रीदेवी के निधन पर शोक जताया है। श्री कोविंद ने ट्विटर पर अपने शोक संदेश में कहा, “ श्रीदेवी के निधन की खबर सुनकर सदमा लगा। उनके जाने से लाखों प्रशंसकों का दिल टूट गया। मूंनदरम पिराई, लम्हे और इंग्लिश विंग्लिश जैसी फिल्मों में उनका अभिनय अन्य कलाकारों के लिए प्रेरणादायक रहेगा। उनके परिजनों और करीबी संबंधियों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। ”
प्रधानमंत्री ने श्रीदेवी के असमय निधन पर शोक व्यक्त किया है। श्री मोदी ने ट्वीट किया, “प्रख्यात अभिनेत्री श्रीदेवी का असमय निधन काफी दुख पहुंचाने वाला है। वह फिल्म जगत की जानी-मानी और अनुभवी अदाकारा थीं। उन्होंने अपने लंबे फिल्मी करियर में विविधतापूर्ण भूमिकाएं निभायी और यादगार अभिनय किया। दुख की इस घड़ी में मैं उनके परिवारजनों और प्रशंसकों के साथ हूं। ईश्वर उनकी दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे।”
श्रीदेवी के साथ अभिनय यात्रा के साथी रहे और साथ में कई बेहतरीन फ़िल्में कर चुके कमल हासन कहा, “ मैंने श्रीदेवी के जीवन को एक मासूम किशोरी से शानदार महिला बनते हुए देखा है। वह ऐसे स्टारडम की हक़दार थी। उनसे आख़िरी मुलाक़ात और उनके साथ बिताए कई खु़शनुमा लम्हे में ज़हन में आ रहे हैं। उनकी कमी बहुत खलेगी।'
(साभार: न्यूज़ 18 /मल्टी मीडिया)
संपादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
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