EFP पर मिलेगा कम ब्याज, सरकार ने FY18 के लिए ब्याज दर घटाकर की 8.5 फीसद
वैश्विक भ्रष्टाचार अवधारणा सूचकांक में भारत 81वें स्थान पर, पत्रकारों की स्थिति बेहतर नहीं...
आपको बता दें कि ईपीएफओ ने 2016-17 के लिए 8.65 फीसद ब्याज दर की घोषणा की थी। यह 2015-16 में 8.8 फीसद थी...
नई दिल्ली: नौकरीपेशा लोगों के लिए एक बुरी खबर सामने आई है। अब आपकी सैलरी पर कटने वाले पीएफ पर आपको पहले से कम ब्याज मिलेगा। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने ईपीएफ पर ब्याज दर को 8.65 फीसद से घटाकर 8.55 फीसद कर दिया है। श्रम मंत्री ने कहा कि ब्याज दर को घटाकर 8.55 फीसद करने का सुझाव दिया गया था। इससे पहले उम्मीद की जा रही थी कि ईपीएफओ इस ब्याज दर को 8.65 फीसद पर ही बरकरार रख सकता है। आज (21 फरवरी) हुई ट्रस्टी बोर्ड की अहम बैठक में यह फैसला लिया गया है।
लगातार घट रही है पीएफ पर ब्याज दर: आपको बता दें कि ईपीएफओ ने 2016-17 के लिए 8.65 फीसद ब्याज दर की घोषणा की थी। यह 2015-16 में 8.8 फीसद थी। लगातार तीसरा मौका है जब पीएफ पर ब्याज दरों में कटौती की गई है।
ईटीएफ में निवेश कर रहा है ईपीएफओ:
ईपीएफओ अगस्त, 2015 से ही ईटीएफ में निवेश कर रहा है। ईपीएफओ अब तक ईटीएफ में 44,000 करोड़ रुपये का निवेश कर चुका है। अब तक संगठन ने इस निवेश से कोई लाभ नहीं निकाला है। चालू वित्त वर्ष के आय अनुमान के बाद ईटीएफ बेचने का फैसला किया गया। बैठक के एजेंडे में चालू वित्त वर्ष के लिए ईपीएफ जमा पर ब्याज दर निर्धारण का प्रस्ताव भी शामिल है।
कैसे तय होती हैं ईपीेएफ पर ब्याज दरें:
ईपीएफ पर ब्याज दरें पीएफ फंड के निवेश से मिलने वाले रिटर्न के आधार पर तय होती हैं। बीते कुछ वर्षों के दौरान सरकारी प्रतिभूतियों पर रिटर्न लगातार घट रहा है। सरकार 2015 में खरीदे गए ईपीएफओ के कुछ शेयर्स को भी बेचने की योजना बना रही थी ताकि ब्याज दर को 8.65 फीसद पर स्थिर रखा जा सके।
(सतीश चंद्र)
swatantrabharatnews.com