
Breaking News: बजट 2018- भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाला बजट है....रेल सेवक संघ
रेल-यातायात को सुरक्षित करने और समय पालन के लिए रेल की अधोसंरचना के अनुपात में रिक्त लगभग 20 लाख रेल-कर्मचारिओं की भर्ती और रेल पटरी बदलने पर सरकार मौन!____ एस. एन. श्रीवास्तव
रेल सेवक संघ के महामंत्री- एस. एन. श्रीवास्तव ने सरकार की कड़ी निंदा करते हुए इस बजट को कर्मचारी बिरोधी तथा कर्मचारियों के साथ- साथ आम जनता को लूटने वाला बजट और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाला बजट बताया.
बजट २०१८ पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, रेल सेवक संघ के महामंत्री- एस.एन. श्रीवास्तव ने बजट २०१८ पर सरकार की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए इस बजट को आम जनता और वेतनभोगियों को लूटने वाला तथा शोषित करने वाला और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाला बजट है.
श्रीवास्तव ने बताया कि, सरकार को वेतन पर इनकम टैक्स समाप्त कर देना चाहिए था तथा रेलवे में यात्रियों को दुर्घटना रहित रेल यातायात और यात्रियों को समय से उनके गंतब्य पर पहुंचाने के लिए समय - पालन हेतु कदम उठाने चाहिए था. रेल यात्री समय से और सुरक्षी रूप से अपने गंतब्य पर रेल से पहुँचना चाहता है, परन्तु इस पर बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया है. जितनी योजनाएं लाई गयी हैं, वे सभी योजनाएं ट्रैड वर्किंग अर्थात ठेकेदारी पर आधारित है, जिससे भ्रष्टाचार बढ़ता है.
इनकम टैक्स पर श्रीवास्तव ने कहा कि, सरकार में इतनी भी नैतिकता नहीं रह गयी कि, इनकम टैक्स चोट कि सीमा महंगाई कि तुलना में ही बढ़ा कर वेतन भोगियों को कुछ राहत पहुंचा देती, परन्तु सरकार ने टैक्स को और बढ़ा दिया है.
रेल पर बजट में दी गयी सौगात पर प्रतिक्रया देते हुए श्रीवास्तव ने कहा कि, ऐसा प्रतीत हो रहा है कि, सरकार को बढ़ती हुयी रेल दुर्घटनाओं से कोई लेने-देना नहीं है, अन्यथा इस बजट में नयी-नयी लोकलुभावन योजनाओं के माध्यम से जनता के धन को लूटने के स्थान पर सरकार रेल की चरमरा रही व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए रेल पटरियों को दुरुस्त रखने और यात्रियों को सुरक्षित यातायात मुहैया कराने के उद्देश्य से रेल की अधोसंरचना को मज़बूत करने पर बजट आबंटित करती और रेल के निरिक्षण और मेंटेनेंस के कार्य को अपने कर्मचारियों से कराने के लिए, रेलवे स्टेशन, प्लैटफॉर्म्स, रेलवे के पटरी की लम्बाई, रेलवे पुलों, रेलवे ट्रेन्स आदि के अनुपात में लगभग २० लाख रेल कर्मचारियों की भर्ती करने हेतु बजट आबंटित करती.
आईये,एक नज़र बजट २०१८ में रेल को दी जाने वाली सौगात को देखते हैं:-
इस साल रेलवे पर 1 लाख 48 हजार करोड़ खर्च करेंगे, रेलवे को मिले 17 हजार करोड़ रुपए ज्यादा.
1- रेलवे के लिए 1 लाख 48 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. माल ढुलाई के लिए 12 वेगन बनाए जाएंगे.
2- मुंबई में 90 किलोमीटर तक पटरी का विस्तार किया जाएगा. मुंबई में लोकल नेटवर्क का दायरा बढ़ाया जाएगा. पटरी, गेज बदलने जैसे काम पर खर्च किया जाएगा.
3- पूरी भारतीय रेल ब्रॉडगेज हो जाएगी. रेल में सीसीटीवी भी लगेंगे. मुंबई में 150 किलोमीटर उपनगरीय रेल रूटों के विस्तार के लिए 11 हजार करोड़.
4- दो साल में 4,267 मानवरहित रेलवे क्रासिंग को खत्म करने की योजना.
5- 600 रेल स्टेशनों को आधुनिक बनाया जाएगा. इसमें स्टेशनों पर वाईफाई और स्केलेटर लगाने जैसे काम होंगे.
6- 700 नए रेल इंजन तैयार किए जाएंगे. वित्त वर्ष 2018-19 में सरकार 18,000 किलोमीटर रेललाइनों का दोहरीकरण करेगी.
7- रेल बजट का बड़ा हिस्सा जहां सुरक्षा पर खर्च किया जाएगा, वहीं देश भर के स्टेशनों के सौंदर्यीकरण पर भी ध्यान दिया गया है. यही नहीं स्टेशनों पर ऐस्केलेटर्स बनाने की भी योजना है.
(साभार: मल्टी मीडिया)
संपादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
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