उत्तर प्रदेश की राजधानी - लखनऊ व लखनऊ के आस-पास में डकैतों का आतंक - दहशत में हैं लोग.
मलिहाबाद.यहां के अमानीगंज में शुक्रवार की रात डकैतों ने जमकर उत्पात मचाया। बताया जाता है कि बदमाश असलहों से लैस थे। घर में घुसते ही लोगों को बंधक बना लिया, फिर उन्हें मारा-पीटा। इसके बाद लाखों की नकदी और ज्वैलरी लूट कर फरार हो गए। जानकारी के अनुसार, इस घटना में एसएसपी दीपक कुमार ने मलिहाबाद के इंस्पेक्टर एके सिंह को सस्पेंड कर दिया है। वहीं, चिनहट इंस्पेक्टर रविंद्रराय को लाइन हाजिर किया गया है। एसएसपी ने डीजीपी ओपी सिंह की सख्ती के बाद ये कार्रवाई की है। आगे पढ़िए पूरा मामला...
-पीड़ित असलम ने बताया, शुक्रवार रात करीब साढ़े 12 बजे वो टॉयलेट के लिए घर से बाहर निकल रहे थे। इसी बीच नकाबपोश बदमाशों ने उन्हें घर दबोचा। फिर जमकर मारा-पीटा और बाग में बांध दिया।
-इसके बाद घर में घूसकर सबकुछ लूटकर फरार हो गए।
-वहीं, असलम की पत्नी ने बताया, बदमाश घर में रखे करीब 16 हजार नकदी और सारे गहने लूट ले गए। बदमाश चार की संख्या में थे।
-घटना की सूचना मिलते ही मौके पर एसपी ग्रामीण सतीश कुमार मौके पर पहुंचे और मामले की जांच-पड़ताल में जुटे हैं। खास बात ये है कि डीजीपी ने गुरुवार देर रात ही इलाके का दौरा किया था।
4 दिन पहले भी मलिहाबाद में हुई थी डकैती
-बता दें, क्षेत्र के हरदोई रोड स्थित सरावां गांव निवासी पूर्व प्रधान परमेश्वर रावत के घर बीते सोमवार की देर रात नकाबपोश 6 डकैतों ने डकैती की घटना को अंजाम दिया था। छत के रास्ते घर में घुसे डकैतों ने पहले पूरे घरवालों को बंदूक की नोंक पर कब्जे में ले लिया। फिर सभी को एक कमरे में बंद कर दिया।
-इसके बाद परमेश्वर के बेटे श्यामू को बंदू की बट और लात-घूसों से खूब मारा-पीटा और 5 लाख रुपएलूट लिए। श्यामू की पत्नी को भी पीटकर उससे करीब 2 लाख के जेवर लूट लिए। बदमाशों के जाने के बाद परिवारीजन श्यामू को लेकर ट्रॉमा सेंटर पहुंचे, लेकिन इलाज शुरू होने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया।
-अब सवाल ये उठ रहा है कि पुलिस इतनी लापरवाह है कि डकैतों में थोड़ा भी उनका भय नहीं रह गया है। यही वजह है कि आए दिन लूटपाट की घटनाएं हो रही है।
(साभार:- भाष्कर & स्वतंत्र भारत न्यूज़ द्वारा एडिटेड)
संपादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
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