महाराष्ट्र बंद: इन रास्तों पर भूल कर भी न जाए यात्री
मराठा और दलितों के बीच हिंसक हुई झड़प का असर राज्य के 18 जिलों में इसका असर देखा जा रहा है
महाराष्ट्र में रेल और सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ
महाराष्ट्र में जाति पर शुरू हुई जंग बीते 48 घंटे से जारी है. बहुजन महासंघ के नेता और भीमराव अंबेडकर के पोते प्रकाश आंबेडकर ने महाराष्ट्र बंद वापस ले लिया है. लेकिन फिर भी स्थिति में सुधार नजर नहीं आ रहा है. 63 साल के प्रकाश अंबेडकर ने कहा है कि बंद को 250 से अधिक दलित संगठनों का समर्थन है.
उन्होंने कहा कि इस मामले में अगर कार्रवाई नहीं हुई तो हम आंदोलन करेंगे. हमने गुजरात में ऊना की वारदात सही, ऐसे और कब तक सहते रहेंगे? अगर हमने भीड़ को संभाला नहीं होता तो हिंदू संस्था के कम से कम 500 लोग मारे जाते. मराठा और दलितों के बीच हिंसक हुई झड़प का असर राज्य के 18 जिलों में इसका असर देखा जा रहा है. महाराष्ट्र में रेल और सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, यात्रियों को अकुर्ली ब्रिज (कांदीवली) के नीचे, संतोष नगर के पास दिंडोशी, विक्रोली में कामराज नागर, खेरवाडी जंक्शन में साईं प्रसाद होटल, जोगेश्वरी में विजय नगर के पास, दिंडोशी में अरुनकुमार वैद्य मार्ग, महिम में कुंभारवाडा जंक्शन, गोरेगांव में वेस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे, रामाबाई अंबेडकर नगर में ईस्टर्न हाइवे पर जाने से यात्रियों को बचना चाहिए.
इसके अलावा 'रास्ता रोको' आंदोलन के कारण भी बांद्रा कलानगर, धारावी कुंभारवाडा, कामराज नगर, संतोषण नगर दिंडोशी और कांदीवली में ट्रेफिक बुरी तरह प्रभावित है. सेंट्रल लाइन के ठाणे, भांडुप, कांजुर मार्ग, विक्रोली और घाटकोपर स्टेशनों पर भी इस तरह के प्रदर्शनों के कारण लोकल की सेवाएं प्रभावित हुईं। सैकड़ों लोगों को पटरियों पर चलते हुए देखा गया.
(साभार:-फर्स्ट पोस्ट)
संपादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
swatantrabharatnews.com