धरने का 15 वा दिन - अंध दिव्यांगो का धरना जारी - रोजगार और नि:शुल्क इलाज की मांग ____ रघु ठाकुर, लो.स. पा.
अंधे के बजाय दिव्यांग कहने से उनका पेट तो नही भर सकता...
मूक वधिर विद्यालय में शिक्षक के पद पर और संगीत प्रशिक्षण दिलाकर उनके घर के पास के मंदिरों में नियुक्त दे और निःशुल्क इलाज दे सरकार....
____ रघु ठाकुर, लोकतान्त्रिक समाजवादी पार्टी
भोपाल | लोकतान्त्रिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक एवं देश के महान समाजवादी चिंतक व विचारक- रघु ठाकुर ने भोपाल के नीलम पार्क में चल रहे दिब्यांगों के पिछले 14 दिन से चल रहे धरने में शिरकत करते हुए चिंता व्यक्त की और कहा कि, हमारे देश की व्यवस्था शब्दो से खेलती -खिलाती है । पिछले 14 दिनो से , नीलम पार्क भोपाल मे, दिव्यांगो का धरना चल रहा है। वे रोजगार मांग रहे हैं। पिछले दिनो, उनके धरने को सरकार ने यह कहकर संतुष्ट किया था कि उन्हे नेत्रहीन या अंधा कहने की बजाय दिव्यांग कहा जायेगा। अब भला इससे क्या अंतर पड़ता है कि, उन्हे क्या कहा जाये। अंधे के बजाय दिव्यांग कहने से उनका पेट तो नही भर सकता। हालांकि यह अच्छा है कि, सरकार व प्रशासन उनके साथ सम्मानजनक व अच्छा व्यवहार कर रहा है तथा कोई सख्ती या असभ्यता नही की। प्रश्न यह है कि इन्हे कौन से रोजगार - सरकार दे ?
लोकतान्त्रिक समाजवादी पार्टी ने सरकार से मांग की है कि, दिब्यांगों की नियुक्ति मूक बधिर स्कूलों में शिक्षक के पद पर की जाय तथा सरकार उनके निःशुल्क इलाज की व्यवस्था करे।
श्री ठाकुर ने मुख्य मंत्री - शिवराज सिंह को परामर्श देते हुए कहा क़ि, "मेरी राय में श्री शिवराजसिंह को इन्हे संगीत प्रशिक्षण दिला कर मंदिरों मे नियुक्त करना चाहिये। मंदिरों मे आय - अच्छी खासी होती है तथा ये भगवान की सेवा व जीवका उपार्जन का काम करते रहेगें। इनका वेतन मान व सेवा शर्तें सरकार को तय करना चाहिये । इन्हे निवास स्थान के पास के मंदिरों मे तैनात करना उचित होगा । सरकार को इन्हे निशुल्क इलाज देने की भी व्यवस्था कराना चाहिये तथा दिव्यांगो की परस्पर शादियों को भी प्रोत्साहित करना चाहिए।मूक बधिर स्कूल में शिक्षक जैसे पदों पर भी इनकी नियुक्ति हो सकती है।
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