ईरान: राष्ट्रपति रूहानी की अपील बेअसर, सड़कों पर उतरे हजारों लोग
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी की ओर से शांति की अपील किए जाने के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने रविवार रात फिर से विरोध प्रदर्शन किया जिसमें चार लोगों की मौत हो गई
एक रेडियो साक्षात्कार में खुफिया मामलों के मंत्री इस्राइल काट्ज ने कहा कि उनका देश इसमें शामिल नहीं है लेकिन निश्चित रूप से वह खुद ईरान के लोगों की स्वतंत्रता और लोकतंत्र के संघर्ष में सफल होने की शुभकामनाएं देते हैं.
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी की ओर से शांति की अपील किए जाने के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने रविवार रात फिर से विरोध प्रदर्शन किया जिसमें चार लोगों की मौत हो गई. कई दिनों से देश में चल रही अशांति के बीच राष्ट्रपति ने 'आलोचना के लिए जगह' देने का वचन दिया था. स्थानीय मीडिया ने सोमवार यह जानकारी दी.
एक स्थानीय सांसद ने बताया कि दक्षिणपश्चिमी इजेह क्षेत्र में दो लोगों को गोली मार दी गई. सोशल मीडिया पर जारी वीडियो में प्रदर्शनकारी देशभर में कई क्षेत्रों को निशाना बनाते हुए देखा गया है.
स्थानीय सांसद हेदायातोल्लाह खादेमी ने आईएलएनए समाचार एजेंसी को बताया, 'कुछ अन्य शहरों की तरह इजेह के लोगों ने आर्थिक समस्याओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और दुर्भाग्यवश इन प्रदर्शनों में दो लोगों की मौत हो गई और कुछ अन्य घायल हो गए. हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि गोली किसने चलाई.
ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी के मुताबिक ताकेस्तान शहर में प्रदर्शनकारियों ने एक मदरसे और सरकारी इमारतों को आग के हवाले कर दिया. वहीं सरकारी प्रसारक ने बताया कि दोरूद में चुराई हुई एक दमकल गाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने से दो लोगों की मौत हो गई. रूहानी ने कई दिनों से हो रहे प्रदर्शन पर रविवार रात चुप्पी तोड़ी. यह विरोध प्रदर्शन साल 2009 के विशाल विरोध प्रदर्शन के बाद इस शासन के लिए इम्तहान साबित हो रहा है.
सोशल मीडिया पर मौजूद विभिन्न असत्यापित वीडियो के अनुसार पुलिस ने रविवार शाम तेहरान के इंगेलाब चौक पर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछार का इस्तेमाल किया. पूरे ईरान में चार दिनों में 400 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
रूहानी ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संदेश में कहा, 'लोग आलोचना करने के साथ ही प्रदर्शन करने के लिए पूर्णतया स्वतंत्र हैं, लेकिन आलोचना करना, हिंसा करने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने से अलग होता है.' उन्होंने मैत्रीपूर्ण तरीके से अपनी बात रखते हुए कहा कि सरकारी इकाइयों को कानूनी आलोचना और प्रदर्शन के लिए जगह देनी चाहिए. राष्ट्रपति ने पारदर्शिता और संतुलित मीडिया की मांग की है.
ईरान में हो रहे प्रदर्शन को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, 'बड़ा प्रदर्शन यह दिखाता है कि लोग बुद्धिमान हो रहे हैं क्योंकि वह समझ रहे हैं कि कैसे उनके पैसे और धन को चोरी करके आतंक पर गंवाया जा रहा है.' हालांकि रूहानी ने ट्रंप की प्रतिक्रियाओं को खारिज किया है.
साभार:- फर्स्ट पोस्ट
संपादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
swatantrabharatnews.com