मेघों के बीच पहुँचकर 'गोप्रतिष्ठा ध्वज' फहराया ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती '१००८' जी महाराज ने
>मेघालय सरकार ने हमारे नागरिक अधिकारों का हनन किया: जगद्गुरु शंकराचार्य<
अगरतला: "गोध्वज स्थापना भारत यात्रा" के अन्तर्गत आज (28 सितम्बर 2024) प्रातः ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती '१००८' जी महाराज ने "असम से अगरतला" जाकर गौध्वज की स्थापना की।
शिलांग एयरपोर्ट के डायरेक्टर ने अगरतला एयरपोर्ट के डायरेक्टर को स्पष्ट निर्देश देते हुए प्रदेश की सुरक्षा का हवाला देते हुए अनुरोध किया कि, आप इस विशेष विमान को जिसमें ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य अपनी यात्रा कर रहे हैं, को किसी भी परिस्थिति में मेघालय के शिलांग एयरपोर्ट पर नही उतार सकते हैं। अस्तु
पूज्यपाद शंकराचार्य जी महाराज ने संकल्पानुसार मेघालय के आकाश मण्डल में पहुंचते ही "गोप्रतिष्ठा ध्वज फहराया और गौरक्षा के लिए अपने दृढ़संकल्प को प्रेषित करते हुए अपना सन्देश "मेघालय सरकार और विरोध करने वालों के लिए" प्रेषित करते हुए उनको धन्यवाद दिया और कहा कि, "आपके विरोध के कारण हम इतने ऊपर आकर ध्वज फहरा पा रहे हैं, बांकी प्रदेशों में तो हम केवल 21 फुट पर ध्वज फहरा पाए लेकिन मेघालय में 21000 फुट के ऊपर ध्वज फहराने का मौका विरोध करके आपने हमें प्रदान किया। हम जल्दी ही मेघालय आने का अपना कार्यक्रम सार्वजनिक करेंगे, निश्चित आएंगे, अपनों से संवाद करेंगे और गौप्रतिष्ठा के सन्देश को प्रत्येक मेघालय के संवेदनशील लोंगों संग चर्चा करेंगे"।
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