सशस्त्र बलों की संयुक्तता एवं एकीकरण पर आधारित दो दिन का परिवर्तन चिंतन II नई दिल्ली में संपन्न हुआ: रक्षा मंत्रालय
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने बहु आयामी प्रतिक्रिया सक्षम भारतीय सशस्त्र बल तैयार के लिए संयुक्त प्रक्रिया में तेजी लाने की आवश्यकता पर बल दिया
नई दिल्ली (PIB): चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान की अध्यक्षता में दो दिवसीय 'परिवर्तन चिंतन II' सम्मेलन 09-10 मई, 2024 को नई दिल्ली में आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में तीनों सेनाओं के मुख्यालयों, सैन्य मामलों के विभाग, एकीकृत रक्षा कार्मिक मुख्यालय के अधिकारियों और चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (सीओएससी) की विभिन्न उप-समितियों के सदस्यों ने भाग लिया, जिन्हें इस प्रक्रिया हेतु शुरू की गई विभिन्न गतिविधियों की निगरानी करने और नए विचार सृजित करने का अधिकार प्रदान किया गया है।
चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी की विभिन्न उप-समितियों ने संयुक्तता एवं एकीकरण के लिए आवश्यक मानी जाने वाली गतिविधियों में हुई प्रगति के बारे में जानकारी दी। इस महत्वपूर्ण परिवर्तन की दिशा में वांछित "सहभागी एवं एकीकृत" अंतिम लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निर्धारित कार्यक्रमों को पूरा करने के उद्देश्य से विभिन्न महत्वपूर्ण सुधारों पर सक्रियता के साथ विचार-विमर्श किया गया।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ने दोनों दिन विभिन्न समितियों को संबोधित कर 'चिंतन' की शुरुआत की। उन्होंने पहलों की प्रगति में तेजी लाने की आवश्यकता पर बल दिया क्योंकि ये थियेटराईजेशन का मार्ग प्रशस्त करेंगे और इसलिए एक बहु क्षेत्रीय प्रतिक्रिया सक्षम भारतीय सशस्त्र बलों का निर्माण करेंगे।
प्रमुख रक्षा अध्यक्ष ने विश्वास व्यक्त किया कि इस तरह के विचार-मंथन से सशस्त्र बलों को बहु-क्षेत्रीय संचालन में सक्षम एक थिएटर बल के रूप में विकसित होने में मदद मिलेगी और हमारी क्षेत्रीय अखंडता और राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा करने के संकल्प और क्षमता को मजबूत किया जा सकेगा।
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