चुनावी बॉण्ड के ज़रिए सरकार ने खेला गंदा और असंवैधानिक खेल: सच्चिदानन्द श्रीवास्तव
लखनऊ: समतामूलक समाज निर्माण मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष- सच्चिदानन्द श्रीवास्तव ने चुनावी बॉण्ड पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक टी वी चैनल को दिए इंटरव्यू में प्रस्तुत नजरिये पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एक्स पर पोस्ट कर कहा कि, "चुनावी बॉण्ड के ज़रिए सरकार ने गंदा और असंवैधानिक खेल खेला है।
सच्चिदानन्द श्रीवास्तव ने एक्स पर एक पोस्ट में पूछा कि, "मैं मतदाताओं से पूछना चाहता हूँ कि, चुनावी बॉण्ड के माध्यम से पूंजीपतियों से अरबों-खरबों रुपये तक का चंदा लेने वाली भाजपा, कांग्रेस, सपा, आप आदि 'पार्टियाँ' आपके लिए काम करेंगी या इन चंदा देने वाले पूंजीपतियों के लिए ?-
सोचिये, आखिर कोई भी पूंजीपति, उद्द्योगपति अथवा कंपनी इन राजनैतिक पार्टियों को हजारों करोड़ रुपयों का दान एक-एक दिन में क्यों देगा ?-
उत्तर होगा, पूंजीपति अपने निजी लाभ के लिए !"
समतामूलक समाज निर्माण मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष- सच्चिदानन्द श्रीवास्तव ने चुनावी बॉण्ड पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक टी वी चैनल को दिए इंटरव्यू में प्रस्तुत नजरिये पर कहा कि, "नरेंद्र मोदी का यह दावा ग़लत है कि चुनावी बॉन्ड से उन्होंने राजनीतिक फंडिंग के स्रोत उजागर किए। #चुनावी_बांड केवल और केवल आर्थिक आतंकवादियों द्वारा भारत को आर्थिक गुलामी में जकड़ने का और आर्थिक आतंकवादियों के निर्देशानुसार जनता के धन को टैक्स व विभिन्न माध्यमों से लूटने का और गुलाम बनाने की सोची समझी रणनीति का हिस्सा है !"
ज्ञातव्य हो कि, सुप्रीम कोर्ट द्वारा केंद्र की चुनावी बॉन्ड योजना को ‘असंवैधानिक’ और मतदाताओं के सूचना के अधिकार का उल्लंघन करार देने के डेढ़ महीने बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी चुप्पी तोड़ी और कहा कि योजना के कारण ही ऐसा हुआ कि चंदे के स्रोतों और लाभार्थियों का पता लगाया जा सका, और जो लोग इस मुद्दे पर नाच रहे हैं, गर्व कर रहे हैं, वे पछताने वाले हैं।
चुनावी बॉण्ड के ज़रिए सरकार ने खेला गंदा और असंवैधानिक खेल!
— SAMATAMOOLAK SAMAJ NIRMAN MORCHA (@NirmanSamaj) April 2, 2024
मैं मतदाताओं से पूछना चाहता हूँ कि, चुनावी बॉण्ड के माध्यम से पूंजीपतियों से अरबों-खरबों रुपये तक का चंदा लेने वाली भाजपा, कांग्रेस, सपा, आप आदि 'पार्टियाँ' आपके लिए काम करेंगी या इन चंदा देने वाले पूंजीपतियों के लिए ?- pic.twitter.com/dnu152Jxhh
चुनावी बॉन्ड (Electoral Bond) केवल और केवल आर्थिक आतंकवादियों द्वारा भारत को आर्थिक गुलामी में जकड़ने का और आर्थिक आतंकवादियों के निर्देशानुसार जनता के धन को टैक्स व विभिन्न माध्यमों से लूटने का और गुलाम बनाने की सोची समझी रणनीति है ! https://t.co/Pu4EUTf3Pc pic.twitter.com/KAFWICDYD9
— SAMATAMOOLAK SAMAJ NIRMAN MORCHA (@NirmanSamaj) April 2, 2024
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