पूज्य शंकराचार्य जी महाराज का 'रामा गौ' के साथ मंगल प्रवेश, निकाली गई भव्य शोभायात्रा
प्रयागराज: आज २ फरवरी २०२४ को प्रयागराज गौ माता की रक्षा एवं गौ माता को राष्ट्रमाता के आसन पर विराजमान कराने के संकल्प के साथ ‘परमाराध्य’ परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्री: अविमुक्तेश्वरानन्द: सरस्वती ‘१००८’ जी महाराज का रामा (राष्ट्रमाता) गौ मंगल प्रवेश शुक्रवार को माघ मेला शिविर में हुआ।
इस अवसर पर भव्य शोभायात्रा निकाली गई। इसमें बड़ी संख्या में संत महात्मा और अनुयायी सम्मिलित हुए।
तीर्थों के राजा प्रयागराज की पुण्य भूमि पर शंकराचार्य महाराज जी की यात्रा का शुभारंभ मेला क्षेत्र के परेड स्थित गंगा सेवा अभियानम के शिविर से हुआ।
माघ मेला के दौरान छह फरवरी को प्रस्तावित गौ संसद की भव्य एवं दिव्य झांकी इस पेशवाई का प्रमुख आकर्षण रही। गौ संसद की झांकी के आगे-आगे संत गोबर गोपाल जी अपनी गाय लेकर चल रहे थे। उनके पीछे की झांकी आकर्षक रूप से सजाई गई थी। गौ संसद की झांकी को प्रयागराज की जनता ने न सिर्फ देखा अपितु उनके बीच यह झांकी चर्चा का विषय भी बन गया ।
गाय को राष्ट्रमाता बनाने के लिए शंकराचार्य जी महाराज द्वारा छेड़े गए अभियान की लोग सराहना करते हुए दिखे। साधु-संत, मंडलेश्वर एवं महामंडलेश्वरों भी इस झांकी से भावनात्मक रूप से जुड़े दिखे। इस हुजूम की अगुवाई शंकराचार्य शिविर के प्रभारी महंत सहजानंद जी महाराज कर रहे थे। उनके रथ के पीछे अनेक रथ थे, जिनपर अनेकानेक संत महात्मा धर्मध्वजा फहराते दिखाई दे रहे थे। एक दर्जन से अधिक बैंडबाजा दल के कलाकारों द्वारा पूरे रास्ते भर भक्तिगीतों की धुन बजाई जाती रही।
शंकराचार्य जी महाराज के गौ मंगल प्रेवश के अवसर पर निकाली गई पेशवाई का आभामंडल संपूर्ण मेला क्षेत्र के लिए कौतूहल का केंद्र बना रहा। रास्ते में जगह-जगह खड़ा भक्तों का हुजूम शंकराचार्य जी महाराज पर पुष्प वर्षा कर अपनी श्रद्धा निवेदित कर रहा था। शंकराचार्य जी महाराज का भव्य एवं दिव्य दल, पुल संख्या तीन से गुजरते हुए शंकराचार्य शिविर पर समाप्त हुआ।
पेशवाई में प्रमुख रूप से अपना सान्निध्य प्रदान कर रहे सर्वश्री ब्रह्मविद्यानन्द जी महाराज, श्रीभगवान जी महाराज, मनकामेश्वर मन्दिर के संत श्रीधरानंद ब्रह्मचारी जी, संत गोबर गोपाल जी महाराज, स्वामी जगदीशानंदजी, डा.शैलेंद्र योगीराज सरकार सहित भारी संख्या में साधु संत एवं शंकराचार्य जी महाराज के अनुयायी शामिल रहे।
उल्लेखनीय है कि, तीन फरवरी को रामा गौ-गंगा पूजा, चार फरवरी को रामा गौ मेला परिक्रमा, पांच फरवरी को रामा गौ विद्वत्सभा, रामा गौशाला संचालक सम्मेलन, रामा गौ उत्पाद प्रदर्शनी एवं रामा गौव्रती वैरागी सम्मेलन होगा।
छह फरवरी को रामा गौ संसद, सात फरवरी को रामा गौ मेलाबंदी होगा।
इसके बाद आठ फरवरी को माघ महात्म्य एवं नौ फरवरी को ‘प्रयाग माहात्म्य’ पर शंकराचार्य महाराज का विशेष प्रवचन होगा।
मौनी अमावस्या पर संगम स्नान के बाद वह प्रयागराज से प्रस्थान करेंगे।
प्रयागराज में होने वाले कार्यक्रम:-
प्रयागराज में २ फरवरी को *रामा गौ मंगल प्रवेश*
३ फरवरी को *रामा गौ-गंगा पूजा*
४ फरवरी को *रामा गौ मेला परिक्रमा*
५ फरवरी को *रामा गौ विद्वत्सभा/रामा गौशाला संचालक सम्मेलन/रामा गौ उत्पाद प्रदर्शनी/रामा गौव्रती वैरागी सम्मेलन*
६ फरवरी को *रामा गौ संसद*
७ फरवरी को *रामा गौ मेलाबंदी*
८ फरवरी को *माघ महात्म्य*
९ फरवरी को *प्रयाग माहात्म्य पर प्रवचन होगा।
मौनी अमावस्या को स्नान का पश्चात् वे प्रयागराज से प्रस्थान करेंगे।
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