भारत-स्वीडन आभासी शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री की प्रारंभिक टिप्पणी
नई-दिल्ली (PIB): प्रधानमंत्री कार्यालय ने भारत-स्वीडन आभासी शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री की प्रारंभिक टिप्पणी जारी की है।
भारत-स्वीडन आभासी शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री की प्रारंभिक टिप्पणी:
नमस्कार Excellency!
सबसे पहले COVID-19 से स्वीडन में हुई जनहानि के लिए मेरी ओर से और पूरे भारत की ओर से हार्दिक संवेदनाएं व्यक्त करना चाहता हूँ। स्वीडन में परसों हुए हिंसक हमले के लिए, मैं सभी भारतीय नागरिकों की ओर से स्वीडन के लोगों के साथ solidarity व्यक्त करना चाहता हूँ। हमले में घायल लोग शीघ्र ही पूरी तरह recover होंगे, यही हमारी कामना है।
Excellency,
2018 में स्वीडन ने पहली India-नॉर्डिक summit आयोजित की थी। उस समय मुझे स्टॉकहोम आने का अवसर मिला था। मैं आशा करता हूँ कि जल्द ही दूसरी India-नॉर्डिक summit के दौरान हमें फिर से मिलने का मौका मिलेगा। 2019 में His Majesty the King और Her Majesty की भारत यात्रा हमारे लिए बहुत सौभाग्य का अवसर था। मेरी उनके साथ कई विषयों पर बहुत अच्छी चर्चा हुई थी। मुझे बराबर याद है कि His Majesty और मैंने crop stubble को power plants में उपयोग हेतु ब्रिकेट बनाने के बारे में collaboration को review किया था। आपको जान कर ख़ुशी होगी कि इसका demonstration plant अच्छा काम कर रहा है। अब हम इसको biomass से coal बनाने के लिए बड़े स्तर पर scale-up कर सकते हैं।
Excellency,
COVID-19 के दौरान हमने रीजनल और global, दोनों levels पर collaboration के महत्व को पहचाना है। विश्व को COVID-19 pandemic के खिलाफ लड़ाई में सहयोग देने के लिए भारत ने 150 से भी ज्यादा देशों को दवाएँ और अन्य जरूरी उपकरण उपलब्ध कराए। साथ ही, हमने online training programmes के द्वारा एशिया, South-East Asia और Africa के frontline health workers और पॉलिसी मेकर्स के साथ अपने अनुभव साझा किए। हमने अब तक लगभग 50 देशों को ‘Made in India’ vaccines भी उपलब्ध कराई हैं। और आने वाले दिनों में और भी अनेक देशों को vaccines की supply करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।
Excellency,
आज के माहौल में सभी like-minded देशों के बीच coordination, cooperation और collaboration और महत्वपूर्ण हो गया है। Democracy, human rights, rule of law, equality, freedom, justice जैसी shared values हमारे संबंधों और आपसी सहयोग को मजबूती देते हैं। Climate change का महत्वपूर्ण मुद्दा हम दोनों देशों के लिए एक प्राथमिकता है और हम इस पर आपके साथ काम करना चाहेंगे। भारत की संस्कृति में पर्यावरण के संरक्षण और nature के साथ harmony में जीने पर हमेशा महत्त्व दिया गया है।
हम Paris Agreement में किये गए अपने commitments पर दृढ़ता से आगे बढ़ रहे हैं। हम इन targets को न सिर्फ achieve करेंगे, बल्कि उन्हें exceed करेंगे। G20 देशों में शायद भारत ही अपने commitments पर अच्छी progress कर पाया है। पिछले पांच सालों में हमारी renewable power क्षमता one hundred and sixty two percent बढ़ी है। और हमने 2030 तक 450 गीगावाट renewable energy लगाने का target रखा है। LED lights के इस्तेमाल को बढ़ावा देने से हम 30 million tons carbon dioxide emissions बचा रहें हैं। International Solar Alliance में स्वीडन के शामिल होने की घोषणा का हम स्वागत करते हैं। हम आपको Coalition for Disaster Resilient Infrastructure शीघ्र join करने के लिए भी आमंत्रित करते हैं।
Excellency,
Post-COVID stabilisation और recovery में भारत-स्वीडन partnership एक अहम भूमिका अदा कर सकती है। हम Innovation, technology, investment, start-ups और research के क्षेत्र में आपसी सहयोग को और गहरा कर सकते हैं। Smart cities, water treatment, waste management, circular economy, smart grids, e-mobility, digital transformation इत्यादि अनेक क्षेत्रों में भी आपसी सहयोग बढ़ाने का अच्छा पोटेंशियल है। मुझे भरोसा है कि आज की हमारी Virtual Summit में हमारे सहयोग के नए आयाम जुड़ेंगे।
Excellency,
मैं फिर एक बार स्वीडन के नागरिको के प्रति भारत की बहुत उत्तम मित्रता की हमारी यात्रा को याद करते हुए अब में आपके opening remarks आमंत्रित करना चाहूँगा।