KOVID19: लोसपा प्रदेश अध्यक्ष (उ. प्र.)- एस. एन. श्रीवास्तव ने लगाया बड़ा आरोप: सरकार ने राजनैतिक लाभ के लिए देश को झोंका करोना की आग में!
"02 मार्च 2020 के नमस्ते ट्रम्प कार्यक्रम को कामयाब बनाने, 17 मार्च 2020 को मध्य प्रदेश की सरकार बनाने और अन्य राजनैतिक लाभ के लिए सरकार ने जनवरी में लॉक-डाउन नहीं करके पूरे देश को झोंका करोना की आग में"
यदि नहीं तो,
सरकार को जब जनवरी. 2020 में ही करोना महामारी की जानकारी हो गयी थी तथा सरकार ने 18 जनवरी, 2020 से ही अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग शुरू कर दी थी और सरकार की जानकारी में 30 जनवरी, 2020 को ही कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आ गया था, तो तुरंत सरकार ने कोरोना महामारी को देश में फैलने से रोकने व बचाव के लिए लॉक डाउन क्यों नहीं किया?-
[एस. एन. श्रीवास्तव, प्रदेश अध्यक्ष (उ. प्र.)/ लोसपा]
लखनऊ: लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष (उ•प्र•) एस• एन• श्रीवास्तव, जो दो बार लखनऊ कैंट विधान सभा -175 से पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं तथा इसी सीट से आगामी विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारी में लगे मजदूर नेता ने कल 2अप्रैल को एक स्थानीय चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा कि, "आज कोरोना वायरस पर प्रधानमंत्री- मोदी जी तथा उनके सरकार द्वारा उठाये गए कदमों और उससे उत्पन्न विषम परिस्थितियों से प्रदेश ही नहीं पूरे देश में कोरोना वायरस से लोगों में दहशत बढ़ी है।"
एस• एन• श्रीवास्तव ने कहा कि, स्थिति यह है कि, लोग पैदल ही बच्चों और सामान को लादे भूखे - प्यासे, अपने-अपने घरों के लिए निकल पड़े। स्थितियों को देखकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं।
एस• एन• श्रीवास्तव ने कहा कि, "अब सबसे पहले यह प्रश्न उठता है कि, सरकार ने जब 19 मार्च को जनता कर्फू कि अपील की थी, उसी समय सरकार की तरफ से निःशुल्क मास्क बटवाने की घोषणा, सभी दिहाड़ी कामगारों और वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए पेड वेतन के साथ अवकाश की घोषणा, सभी नागरिकों के और निरीह पशुओं के निवाले की सरकारी व्यवस्था व समर्थ से अपनी व्यवस्था करने, गंभीर रूप से बीमार व ह्रदय रोगियों की आवश्यक चिकित्सा व्यवस्था, कोरोटाइन करने के लिए सुरक्षित स्थानों की व्यवस्था तथा उनसे अपने निवेश व सुरक्षित स्थान पर पहुँचाने की अपील के साथ- साथ किसानों की कड़ी फसलों की कटाई की व्यवस्था के लिए एडवाइजरी जारी करने की घोषणा और ट्रेनों व बसों को बंद करने की अग्रिम घोषणा क्यों नहीं की?-"
एस• एन• श्रीवास्तव ने बताया कि, लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक- महान समाजवादी चिंतक व विचारक- रघु ठाकुर ने इन प्रश्नों को 27 मार्च को उठाया था और साथ ही पूछा था कि, 21दिन के कर्फ्यू की घोषणा के पहले क्या प्रधानमंत्री- मोदी जी ने इन प्रश्नों पर विचार किया___
ब) अचानक 4000 और बाद में सारी रेलों को बंद करते समय क्या उन यात्रियों के बारे में कुछ विचार किया जो अपनी यात्रा पर रवाना हो चुके थे और जिन्हें बीच जंगलों में बगैर खाना-पानी के खड़ा कर दिया गया?-
स) देश के चार करोड़ गरीब लोग और विशेषतः मजदूर झोपड़-पट्टियों में रहने वाले साइकिल रिक्शा चलाने वाले तथा दैनिक वेतन मजदूर अपना दैनिक राशन खरीदते हैं, क्योंकि उनके पास न जमा करने लायक जगह है न खरीदने की क्षमता है। न साधन है ना स्थान। सस्वतःभारत के योजना आयोग ने यह स्वीकार किया है कि देश के 40 करोड़ लोगों की क्रय क्षमता ₹20 प्रतिदिन से भी कम है। प्रधानमंत्री का आदेश मानकर 25 तारीख की सुबह से ही लोग घरों में कैद कर दिए गए। कहाँ से उनके पास राशन आएगा, कहाँ से बच्चों को दूध दवाई देने के लिए पैसा आएगा?-
क्या यह उचित नहीं था कि, प्रधानमंत्री जी देश के तीन करोड़ जन-धन खातों में 21 दिन के खर्च के लिए केंद्र के द्वारा ₹5000 प्रति खाता डलवा देते, मुश्किल से 15 हजार करोड़ रुपए में तीन करोड़ परिवार जिंदा रहने लायक राशन खरीद पाते।
रघु ठाकुर के 27 मार्च को उठाये गए इन प्रश्नों के उत्तर में 28 मार्च को भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने "kovid19 पर प्रतिक्रिया" शीर्षक से विज्ञप्ति जारी कर सरकार द्वारा कोरोना महामारी को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा की गयी कार्यवाहियों की जानकारी दी।
हमारे पड़ोसी देश- मध्य चीन के वुहान शहर में 2019 के मध्य दिसंबर में एक नए किस्म के कोरोनवायरस (2019-nCoV) के संक्रमण के रूप में की शुरुआत हो चुकी थी।
वायरस के प्रसार को रोकने के लिए 23 जनवरी 2020 को वुहान से बाहर और अन्दर आने-जाने पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया। उड़ानें, ट्रेनें, सार्वजनिक बसें, मेट्रो प्रणाली और लंबी दूरी के ट्रेनों को अनिश्चित काल के लिए निलंबित कर दिए गया। बड़े पैमाने पर एकत्रीकरण और समूह में पर्यटन को भी निलंबित कर दिया गया है।
तथा
क) भारत ने किसी भी अन्य देश से पहले ही वीजा निलंबित होने के बाद वापस आने वाले हवाई यात्रियों की जांच की व्यवस्था लागू कर दी थी और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया था।
ख) चीन और हॉन्ग कॉन्ग से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग 18 जनवरी से शुरू कर दी गई थी। हालांकि भारत में इसके कई दिन बाद 30 जनवरी, 2020 को कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था।
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