भीड़तन्त्र की अराजकता का समर्थन कर रहे हैं मुख्यमंत्री
लखनऊ: उ0प्र0 के मुख्यमंत्री- आदित्यनाथ योगी जी द्वारा पिछले दिनों चिगरावटीए स्याना बुलन्दशहर में हुई घटना जिसमें कर्तव्यनिष्ठ पुलिस इंस्पेक्टर शहीद सुबोध कुमार सिंह की निर्मम हत्या एवं होनहार युवा सुमित कुमार की हत्या के तुरन्त बाद दिये गये बयान कि यह गहरी साजिश का हिस्सा है एवं कुछ लोग अराजकता फैला रहे हैं और अब यह कहकर कि इंस्पेक्टर की मौत एक हादसा मात्र है, यह दोनों स्वयं में मुख्यमंत्री के विरोधाभासी बयान हैं, इस तरह के बयान देकर मुख्यमंत्री अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकते।
उ0प्र0 कांग्रस की प्रवक्ता- रफत फातिमा ने आज जारी बयान में कहा बुलन्दशहर की घटना एक तरीके से हमारे प्रदेश के सामाजिक सद्भावए भाई-चारे पर प्रहार था और कुछ लोगों द्वारा प्रायोजित षडयंत्र जिसमें इंस्पेक्टर की हत्या करके प्रदेश के माहौल को दूषित करना तथा भय और आतंक का माहौल व्याप्त करना रहा है।
सबसे दुर्भाग्यपूर्ण पहलू यह था कि इन सब घटनाक्रम के चलते वहां के डी0एम0ए एस0पी0 और जिम्मेदार अधिकारियों ने जानबूझकर समय से अपने स्थानीय प्रशासन को सहयोग प्रदान नहीं किया। अगर प्रशासन ने सुबह से चल रही इस घटना में चिगरावटी के इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की मांग पर पर्याप्त मात्रा में पुलिस फोर्स उपलब्ध करायी होती तो इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को रोका जा सकता था।
प्रवक्ता ने कहा कि, "शहीद इंस्पेक्टर की विधवा ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद मीडिया से स्पष्ट रूप से कहा कि स्थानीय भाजपा विधायक का फोन मेरे पति के पास आया था जिसमें मेरे पति को यह कहा था कि जो वो लोग कह रहे हैं उसे करो, वरना अंजाम बुरा होगा।"
शहीद की विधवा के इस बयान में पूरी तरह स्पष्ट होता है कि वहां की घटना में भाजपा के नेताओं की ऊपर के अधिकारियेां से मिलीभगत थी और यह एक सोची समझी पूर्व नियोजित साजिश थी, जिसके चलते इतनी बड़ी घटना हुई और एक पुलिस इंस्पेक्टर सहित एक नौजवान की निर्मम हत्या कर दी गयी।
प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा बार-बार इस घटना पर बदले जा रहे बयानों से यह साफ परिलक्षित होता है कि वह भीड़तन्त्र की इस अराजकता का समर्थन कर रहे हैं और दोषियों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं जो निन्दनीय है। जबकि बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद एवं भाजपा युवा मोर्चा के पदाधिकारियों पर नामजद एफआईआर है, उनकी अब तक गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई है, यह एक बड़ा सवाल है।
कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधिमंडल आज शहीद इंस्पेक्टर के आवास एटा पहुंचा है और पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर तथ्यात्मक विवेचना कर रहा है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि प्रदेश की गंगा-जमुनी एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण को कौन लोग दूषित करने का प्रयत्न कर रहे हैं और कौन उनकी मदद कर रहे हैं।
swatantrabharatnews.com