विशेष: अब श्रीराम साक्षात धरती पर उतर आने को बेचैन - लखनऊ हो गया है लंका
- अब श्रीराम साक्षात धरती पर उतर आने को बेचैन हैं और दिल्ली हो रही है बिल्ली...लखनऊ हो गया है लंका: प्रियंका
अब श्रीराम साक्षात धरती पर उतर आने को बेचैन हैं और दिल्ली हो रही है बिल्ली...लखनऊ हो गया है लंका
तब निश्चित ही सियासतदां राजनीति के स्वर्ग के दरवाजे पर दस्तक देने की हिमाकत करने की कोशिश में एक बार फिर अपनी किस्मत का हिन्दुस्तान अपने पांवों के नीचे बनाने के लिए हल्ला बोलेंगे.....मगर किसके बरखिलाफ ?
ऐसे हालातों में गांधी की छूट गई बकरी ने गजब सोंचा...
‘हाय अल्ला ! गली के कुत्ते भी शोहदे हो गये |’ हसीना ने अपनी गोल-गोल आंखें घुमाते हुए बड़े हैरत से जुम्ला उछाला ही था कि बगल के छज्जे पे आधी लटकी उम्मेरिया बोल उठी , ‘मुआ ये मुटल्ल़ा सुब्हे से बेचारी कुतिया के पीछे ही पड़ा है |’
और आगे जरूर जानना चाहेंगे कि कुत्ता, बिल्ली और बकरी का किस्सा क्या है ? तो जनवरी-मार्च,2019 के ‘ प्रियंका’ में बता रहे हैं राम प्रकाश वरमा अपनी कहानी ‘बकरी का पाकिस्तान’ में पूरी दीदादिलेरी से |
ऐसी ही कई कहानियों के साथ सवाल उठाते और जवाब देते छप रहा है
‘प्रियंका’ का वार्षिकांक – 2019
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