शिक्षक समस्याओं के निराकरण हेतु राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ का प्रतिनिधिमंडल बीएसए से मिला: बृजेश श्रीवास्तव, मीडिया प्रभारी
उरई (जालौन): राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ का प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को जिला महामंत्री इलयास मंसूरी के नेतृत्व में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्र प्रकाश से मिला व ज्ञापन सौंपकर बिंदुवार समस्याओं पर चर्चा कर समस्याओं के शीघ्र निराकरण की माँग की।
प्रदेशीय मीडिया प्रभारी बृजेश श्रीवास्तव ने कहा कि, आपके द्वारा संगठन की मांग को संज्ञान में लेकर अधिकांश शिक्षक शिक्षिकाओं के अवरुद्ध वेतन बोनस भुगतान से पूर्व बहाल किए गए है जिसके लिए संगठन आपका आभार व्यक्त करता है। साथ ही आशा करता है कि शेष वेतन भी शीघ्र बहाल किए जाएंगे।
जिला महामंत्री इलयास मंसूरी ने कहा कि, कार्यालय द्वारा पदोन्नति हेतु बताई गई रिक्त पदों की संख्या में त्रुटि प्रतीत हो रही है। अतः सृजित, कार्यरत व रिक्त पदों का पुनः परीक्षण कर स्पष्ट विवरण जारी किया जाए।
जिला संयुक्त महामंत्री अरविंद स्वर्णकार ने कहा कि, पदोन्नति हेतु नगर क्षेत्र की वरिष्ठता सूची भी पोर्टल पर अपलोड कर काउंसलिंग कराई जाए।
ब्लॉक अध्यक्ष जालौन अखिलेश कुमार ने कहा कि, जिन शिक्षकों के प्रतिकूल प्रविष्टि विलोपन के प्रार्थनापत्र आपके कार्यालय में लंबित हैं, उन पर शीघ्र सहानुभूतिपूर्वक विचार कर प्रतिकूल प्रविष्टि विलोपित की जाए।
ब्लॉक अध्यक्ष कदौरा सत्यपाल ने कहा कि, जिन शिक्षकों की अस्थाई, स्थाई वेतनवृद्धि रुकी हुई हैं तथा उनके प्रार्थनापत्र खंड शिक्षा अधिकारी की संस्तुति के उपरांत आपके कार्यालय में जमा व लंबित है उनकी अस्थाई वेतनवृधि बहाल की जाए व स्थाई वेतनवृद्धि हेतु प्रत्यावेदन संस्तुति सहित श्रीमान मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक को भेजे जाएं।
ब्लॉक अध्यक्ष डकोर सारिक अंसारी ने कहा कि बच्चों व शिक्षकों की सुरक्षा के दृष्टिगत जर्जर विद्यालयों की जांच शीघ्र कराकर उनका ध्वस्तीकरण कराया जाए व नवीन भवन निर्माण कराए जाएं।
ब्लॉक महामंत्री डकोर अरविंद निरंजन ने कहा कि विद्यालयों की पुरानी बाउंड्रीवाल जो 1 मीटर ऊंचाई की बनी थीं उनसे विद्यालय की सुरक्षा हो पाना संभव नहीं हो पा रहा है। अतः ऐसी बाउंड्रीवाल का उच्चीकरण कराया जाए।
प्रतिनिधिमंडल में संतोष विश्वकर्मा, दशरथ सिंह, राजेंद्र स्वर्णकार, चंद्रपाल, रामप्रकाश सोनी, माया वर्मा, अनुपम श्रीवास्तव, रवि सोनी, विवेक नारायण पाल, सरला सिंह, रामशंकर आदि शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद रहे।