मोदी सरकार का नौ वर्ष पूरा होने पर सुशासन दिन नहीं, 'कुशासन दिन' है : रामचन्द्र सिंह
कुशीनगर / लखनऊ: मोदी सरकार का नौ वर्ष पूरा होने पर सुशासन दिन नहीं, "कुशासन दिन" है, कहना है भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष - कुशीनगर - श्री रामचन्द्र सिंह का।
मोदी सरकार के 09वर्ष पूरा होने पर मनाये जा रहे सुशासन दिन की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए किसान नेता - रामचंद्र सिंह ने कहा कि, "मोदी सरकार का नौ वर्ष पूरा होने पर "सुशासन दिन" नही, "कुशासन दिन" है और इसके मुख्य आधार भी हैं, जैसे___
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जनपद कुशीनगर की पड़रौना बन्द चीनी मिल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के घोषणा के उपरान्त 100 दिन में नही चलाना आदि।
रामचंद्र सिंह ने कहा कि, हम भाजपा, भाजपा के मुखिया, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री से पूछना चाहते हैं कि, यदि सुशासन दिन है तो,
1. उत्तर प्रदेश में बसपा सरकार के दौरान UPSSCL की लक्ष्मीगंज चीनी मिल सहित अन्य चीनीमिलों को CAG के रिपोर्ट के अनुसार फर्जी कंपनियों और बोगस कागजों पर बेचने और रजिस्ट्री में स्टाम्प ड्यूटी के करोड़ों रुपये के घोटाले में बड़े पैमाने पर हुए भ्रष्टाचार / आर्थिक लूट और भ्रष्टाचार में शामिल आर्थिक आतंकवादियों के बिरुद्ध अब-तक कोई कार्यवाही क्यों नहीं ?-
उक्त आर्थिक आतंकवादियों पर बुलडोजर क्यों नहीं चला?-
2. मा० उच्च न्यायालय, इलाहाबाद द्वारा UP Amendment Act 2009 को रद्द करने के बिरुद्ध बसपा सरकार द्वारा दायर अपील को मा० सर्वोच्च न्यायालय से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वापस लेने के उपरान्त भी UPSSCL की लक्ष्मीगंज व अन्य सभी बंद चीनी मिलों को चलाने पर सरकार मौन क्यों ?-
3. वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा UPSSCL की लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल को चलाने की घोषणा करने के बाद भी अभी तक मिलो को नहीं चलाया गया, क्यों ?-
4. 15 जून 2017 तक प्रदेश की सभी सड़कों को गढ्ढायुक्त से गढ्ढामुक्त कराने के घोषणा के उपरान्त भी अबतक सड़कों का गढ्ढामुक्त नही किया गया, क्यों ?-
5. स्विश बैंक / विदेशों से काला धन वापस लाकर सभी के जनधन खाते में 15-15 लाख रुपये जमा कराने की घोषणा करने के उपरान्त भी अभी तक (नौ वर्ष पूर्ण होने पर भी) एक पैसे भी नहीं जमा कराना– झूठी घोषणा क्यों ? –
6. पूंजीवादी व्यवस्था समाज पर कलंक है | भाजपा की केंद्र सरकार 26 मई 2023 को नौ वर्ष पूरे होने पर जनता के धन से जो सुशासन दिन मनाने का संकल्प लिया है, वास्तव में देखा जाय तो यह सुशासन दिन नही है बल्कि कुशासन दिन है, क्योंकि, देश में पूंजीपतियों का एकतरफा साम्राज्य कायम हो चुका है | भाजपा हर एक पायदान पर गरीबों के लिये, राष्ट्र के लिये फिसड्डी साबित हो रही है | इस सरकार की नींव कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों से हजारों कदम आगे आकर सिर्फ झूठ और धोखे / रेत की चारदीवारी पर टिकी हुई है जो अब भरभरा कर गिर रही है !
रामचंद्र सिंह ने पूछा कि:
1. जिस देश का प्रधानमन्त्री और उसके चापलूस वरिष्ठ नेतागण भी सिर्फ झूठ बोलकर और झूठ का प्रचार बड़ा चढा करके सत्ता में बने रहने का प्रयास कर रहे है, उस देश में ऐसे सरकार द्वारा सुशासन कैसे ?-
2. जिस देश के किसान, पूर्व सैनिक, खिलाड़ी अपनी जायज माँगों को लेकर लगातार आन्दोलित हों और धरना प्रदर्शन के माध्यम से जायज माँग कर रहे हों और सरकार कुम्भकरण की नीद सो रही हो तो, इसे सुशासन कैसे कहा जायेगा ?-
3. बेरोजगारों से भरे इस देश में कृत्रिम बुद्धिमत्ता + कृत्रिम मानव (रोबोट) का नोएडा में सबसे बड़ा बेरोजगारी का कारखाना लगाकर देश के लोगों को रोजगार से वंचित करने का कार्य को सुशासन दिन कैसे कहा जा सकता है ? –
4. देश में बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग से आये दिन तूफ़ान का आना, धरती के ऊपर मानवजाति के अस्तित्व को समाप्त करने की चेतावनी प्रकृति आये दिन दे रही है और दिन-प्रति-दिन विनाशकारी आंधी तूफान बढ़ रहा है और ग्लोबल वार्मिंग को कम करने के स्थान पर रोबोट जैसे कारखाने को लगाकर विनाशकारी कदम क्यों और सुशासन कैसे ?-
5. सरकार अब स्मार्ट सिटी का सपना दिखा रही है और जनता के धन को लूटने के लिये तथा माफिया / आर्थिक लुटेरों (आतंकियों) को लाभान्वित करने के लिये गरीबों का मजाक उड़ाती है और चप्पल पहनने वालों को जहाज में बैठने और उड़ने का सपना दिखाती है, पूँजीपतियों के लिये खुद प्रधानमन्त्री विकास का प्रचार करता है और तो और रोबोट का नोएडा में सबसे बड़ा कारखाना लगाकर उत्तर प्रदेश ही नही पूरे देश के लोगों से रोजगार छिनता हो, उस सरकार के स्थापित होने के दिन को सुशासन दिन कैसे कहा जाएगा ?-
और
6. इतनी समृद्धि का बखान करने वाली सरकार द्वारा UPSSCL की लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल और पड़रौना ऐसी छोटी-छोटी चीनी मिलों को भी प्रधानमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के घोषणा के उपरान्त भी नही चलाना, 'सुशासन' कैसे?–
भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष - कुशीनगर - श्री रामचन्द्र सिंह ने कहा कि, यदि भाजपा के नेताओं और सत्ताधीशों / प्रदेश और केंद्र सरकार के मुखिया की नजरों में थोड़ा भी पानी शेष हो आर्थात शर्म बाकी हो और नैतितकता की दुहाई देने वालों में नैतितकता बची हो तो इस बुद्ध की धरती पर इन छोटी-छोटी चीनी मिलों को चलवाकर कुशीनगर क्षेत्र के गरीबों के आँसू पोछ लेती तो भी कम से कम कुशीनगर के लोग कुशासन दिन मनाने में सहभागी बन जाते और झूठ बोलने और धोखा देने का काम देश में बन्द हो जाता और जनता के धन को टैक्स और तमाम माध्यमों से लूटने का कार्य बन्द होता तो भी राष्ट्र और राष्ट्र की जनता सुशासन दिन मनाने में सहभागी बन जाती!
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