राजमार्ग इंजीनियरिंग के क्षेत्र में नवीन विचारों और प्रौद्योगिकियों पर ज्ञान साझा करने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग और अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड तथा वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद-संरचनात्मक इंजीनियरिंग अनुसंधान केंद्र, चेन्नई के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए
नई दिल्ली (PIB): भारत सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अधीन एक केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र प्रतिष्ठान, राष्ट्रीय राजमार्ग और अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल), और वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद-संरचनात्मक इंजीनियरिंग अनुसंधान केंद्र (सीएसआईआर-एसईआरसी), चेन्नई ने राजमार्ग इंजीनियरिंग के क्षेत्र में नवीन विचारों और प्रौद्योगिकियों पर ज्ञान साझा करने के लिए 23.03.2023 को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। समझौता ज्ञापन पर राष्ट्रीय राजमार्ग और अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री चंचल कुमार और वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद-संरचनात्मक इंजीनियरिंग अनुसंधान केंद्र, चेन्नई के निदेशक डॉ. एन आनंदवल्ली ने हस्ताक्षर किए।
यह समझौता ज्ञापन दोनों पक्षों के बीच सहयोग के आधार को स्थापित करने के लिए है, ताकि राष्ट्रीय राजमार्ग अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड और वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद-संरचनात्मक इंजीनियरिंग अनुसंधान केंद्र आम हित की विभिन्न गतिविधियों जैसे कि राजमार्ग इंजीनियरिंग के क्षेत्र में सहमत नियम और शर्तों के अनुसार नवीन विचारों और प्रौद्योगिकियों पर ज्ञान साझा कर सकें और अन्य बुनियादी ढांचे के काम कर सकें। यह सहयोग सड़क क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों को मजबूत करेगा। इस समझौते से राजमार्ग अवसंरचना के विकास के क्षेत्र में अनुसंधान, विकास और प्रशिक्षण के संचालन, समन्वय में नेतृत्व प्रदान करने की आशा है।
इस अवसर पर अपने संबोधन में राष्ट्रीय राजमार्ग अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री चंचल कुमार ने कहा कि सरकार साझेदारी और परामर्श कार्यक्रमों के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान को प्रोत्साहन देने का समर्थन करती है। यह समझौता ज्ञापन सरकार-अकादमिक साझेदारी का एक नया मानदंड स्थापित करता है जो वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद-संरचनात्मक इंजीनियरिंग अनुसंधान केंद्र और राष्ट्रीय राजमार्ग अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड के तकनीकी अधिकारियों में सीखने की प्रक्रिया को प्रोत्साहित कर सकता है और संकाय के विकास के नए अवसरों को खोल सकता है। यह आंतरिक क्षमता निर्माण में भी उपयोगी सिद्ध होगा।
राष्ट्रीय राजमार्ग अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) देश के कुछ हिस्सों में परस्पर जोड़ने वाली सड़कों सहित राष्ट्रीय राजमार्गों और रणनीतिक सड़कों के सर्वेक्षण, डिजाइन, निर्माण, संचालन, रखरखाव और उन्नयन को बढ़ावा देता है और जो पड़ोसी देशों के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को साझा करता है।
वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद-संरचनात्मक इंजीनियरिंग अनुसंधान केंद्र, चेन्नई शिक्षा और अनुसंधान में उत्कृष्टता केंद्र की दृष्टि से देश का एक प्रमुख अनुसंधान केंद्र है, जो विज्ञान, प्रौद्योगिकी और प्रबंधन में वैश्विक नेतृत्व को तैयार करता है।
राष्ट्रीय राजमार्ग अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड और वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद-संरचनात्मक इंजीनियरिंग अनुसंधान केंद्र, चेन्नई दोनों ही अपने संबंधित क्षेत्रों में प्रमुख राष्ट्रीय संगठन हैं और राष्ट्रीय उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए एक टीम के रूप में मिलकर काम करने के इच्छुक हैं।
*****