प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 10 मार्च, 2023 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आपदा जोखिम न्यूनीकरण राष्ट्रीय मंच (एनपीडीआरआर) के तीसरे सत्र का उद्घाटन करेंगे: गृह मंत्रालय
सत्र के विषय "बदलती जलवायु में स्थानीय मजबूती की रचना" को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा घोषित 10-सूत्रीय एजेंडा के साथ जोड़ा गया है, ताकि जलवायु परिवर्तन के मद्देनजर, विशेषरूप से तेजी से बदलते आपदा जोखिम परिदृश्य के संदर्भ में स्थानीय क्षमताओं का निर्माण किया जा सके.
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह की अध्यक्षता में, एनपीडीआरआर एक बहु-हितधारक राष्ट्रीय मंच है, जो उस प्रक्रिया का वर्णन करता है, जहां सभी हितधारक आपदा जोखिम में कमी (डीआरआर) के बारे में विचारों, कार्य प्रणालियों और प्रवृत्तियों पर चर्चा और इनका आदान-प्रदान करते हैं.
उद्घाटन समारोह के बाद श्री अमित शाह की अध्यक्षता में एक विशेष मंत्रिस्तरीय सत्र आयोजित किया जाएगा, जहां केन्द्र, राज्य और केन्द्रशासित प्रदेशों के मंत्री विभिन्न स्तरों पर आपदा जोखिम न्यूनीकरण प्रणालियों को और मजबूत करने पर विचार-विमर्श करेंगे.
2-दिवसीय सत्र में विषय विशेषज्ञ, चिकित्सक, शिक्षाविद और प्रतिनिधि आपदा जोखिम में कमी से संबंधित कई मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे, जो कि सेंडाई फ्रेमवर्क और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर 10 सूत्रीय एजेंडा पर आधारित है.
यह बैठक अमृत काल के दौरान हो रही है और एनपीडीआरआर के तीसरे सत्र के विचार-विमर्श से सरकार को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विज़न-2047 के तहत 2030 तक भारत को आपदा प्रतिरोधी बनाने में मदद मिलेगी.
नई दिल्ली (PIB): प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 10 मार्च, 2023 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आपदा जोखिम न्यूनीकरण राष्ट्रीय मंच (एनपीडीआरआर) के तीसरे सत्र का उद्घाटन करेंगे। एनपीडीआरआर के तीसरे सत्र का विषय "बदलती जलवायु में स्थानीय मजबूती की रचना" है जो जलवायु परिवर्तन के मद्देनजर तेजी से बदलते आपदा जोखिम परिदृश्य के संदर्भ में, स्थानीय क्षमताओं के निर्माण के लिए, भारत के प्रधानमंत्री द्वारा घोषित 10-सूत्रीय एजेंडा से जुड़ा हुआ है। एनपीडीआरआर में केन्द्रीय मंत्रियों, राज्यों के आपदा प्रबंधन मंत्रियों, सांसदों, स्थानीय निकायों के प्रमुखों, विशिष्ट आपदा प्रबंधन एजेंसियों के प्रमुख, शिक्षाविद, निजी क्षेत्र के संगठनों, मीडिया और नागरिक समाज संगठनों के प्रतिनिधियों सहित 1000 से अधिक विशिष्ट अतिथि शामिल होंगे।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह की अध्यक्षता में, एनपीडीआरआर एक बहु-हितधारक राष्ट्रीय मंच है, जो एक विशेष प्रक्रिया द्वारा संचालित है जिसमें सभी हितधारक आपदा जोखिम में कमी (डीआरआर) पर कार्य प्रणालियों और प्रवृत्तियों पर चर्चा और विचारों का आदान-प्रदान, अंतराल की पहचान, सिफारिशें और आपदा जोखिम में कमी के प्रयासों को और तेज करने के लिए साझेदारी करते हैं। तीसरा सत्र मंत्रालयों और विभागों, राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों, शहरी और ग्रामीण स्थानीय निकायों, शैक्षणिक संस्थान, गैरसरकारी संगठन, सीएसओ, पीएसयू और समुदायों के बीच आपदा प्रबंधन कार्य प्रणालियों को मुख्यधारा में लाने में भी मदद करेगा।
गृह मंत्रालय, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए), राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (एनआईडीएम) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित एनपीडीआरआर में चार पूर्ण सत्र, एक मंत्रिस्तरीय सत्र और आठ विषयगत सत्र शामिल होंगे। उद्घाटन समारोह के बाद केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह की अध्यक्षता में एक विशेष मंत्रिस्तरीय सत्र आयोजित किया जाएगा, जहां केन्द्र, राज्य और केन्द्रशासित प्रदेशों के मंत्री विभन्न स्तरों पर आपदा जोखिम न्यूनीकरण प्रणालियों को और मजबूत करने पर विचार-विमर्श करेंगे। दो दिनों के दौरान, विषय विशेषज्ञ, चिकित्सक, शिक्षाविद और प्रतिनिधि आपदा जोखिम में कमी से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे, जो कि सेंडाई फ्रेमवर्क और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर 10 सूत्रीय एजेंडे पर आधारित है।
इस कार्यक्रम से पहले देशभर के एक दर्जन से अधिक शहरों में पिछले दो महीने में आपदा जोखिम प्रबंधन (जैसे, लू, तटीय आपदाओं, आपदा जोखिम प्रबंधन में महिलाओं के नेतृत्व को बढ़ाना) आदि विषयों पर 19 कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन पूर्व-आयोजित 19 कार्यक्रमों के निष्कर्ष और सिफारिशों की जानकारी 10-11 मार्च 2023 को नई दिल्ली में आयोजित होने वाले एनपीडीआरआर के तीसरे सत्र में दी जाएगी। एनपीडीआरआर का पहला सत्र 2013 और दूसरा सत्र 2017 में आयोजित किया गया था। यह बैठक अमृत काल के दौरान हो रही है और एनपीडीआरआर के तीसरे सत्र के विचार-विमर्श से सरकार को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विज़न-2047 के तहत 2030 तक भारत को आपदा प्रतिरोधी बनाने में मदद मिलेगी।
कमल किशोर, सदस्य सचिव ने ट्वीट भी करके बताया कि, 10-11 मार्च 2023 को राष्ट्रीय आपदा जोखिम निवारण प्लेटफॉर्म के तीसरे सत्र का आयोजन होगा जिसमें आपदा प्रबंधन की स्थितियों पर चर्चा होगी।
यह एक मल्टी स्टेक होल्डर प्लेटफॉर्म है जिसमें सिर्फ सरकार ही नहीं बल्कि निजी संस्थाएं भी शामिल होंगी।
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