UPSSCL की लक्ष्मीगंज बन्द चीनी-मिल को पुन:संचालित कराने हेतु अखिलेश यादव से भा. कि. यू. (अ) के जिलाध्यक्ष कुशीनगर - रामचंद्र सिंह के नेतृत्व में प्रदेश के किसानों और सेना के रिटायर्ड जवानों का प्रतिनिधिमंडल मिला
लखनऊ: UPSSCL की लक्ष्मीगंज बन्द चीनी-मिल को पुनः संचालित कराने हेतु आज सोमवार 12 सितम्बर को नेता प्रतिपक्ष और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से भारतीय किसान यूनियन (अ) के जिलाध्यक्ष कुशीनगर - रामचंद्र सिंह के नेतृत्व में प्रदेश के किसानों और सेना के रिटायर्ड जवानों का प्रतिनिधिमंडल मिला।
नेता प्रतिपक्ष और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष कुशीनगर - रामचंद्र सिंह ने "उत्तर प्रदेश स्टेट शुगर कारपोरेशन लिमिटेड (UPSSCL) की लक्ष्मीगंज बंद चीनी-मिल को पुनः:संचालित कराने हेतु प्रदेश के किसानों और सेना के रिटायर्ड जवानों के प्रतिनिधिमंडल के साथ ज्ञापन (सूबे के मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी को सम्बोधित पत्रांक संख्या 011/2022 दिनाँक 05 जुलाई 2022 संलग्न कर) सौपे जिस पर विस्तृत चर्चा करते हुए नेता प्रतिपक्ष और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि, वे UPSSCL की लक्ष्मीगंज बंद चीनी-मिल को पुनः:संचालित कराने हेतु अपना पूर्ण प्रयास करेंगे और यदि इस सरकार ने लक्ष्मीगंज बंद चीनी-मिल को नहीं चलाई और अपने वादे को पूरा नहीं की तो अपनी सरकार बनने पर हम नयी चीनी-मिल लगवा देंगे।
नेता प्रतिपक्ष और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को सौंपे ज्ञापन में भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष कुशीनगर - रामचन्द्र सिंह ने लिखा है कि,
"मान्यवर,
जैसा आपको विदित है कि, बहन मायावती जी की सरकार ने जनपद कुशीनगर की तीन चीनी मिलों (लक्ष्मीगंज, रामकोला (खेतान) और छितौनी) को औने पौने दामों में बेचकर जनपद कुशीनगर के किसानों की कमर को तोड़कर रख दिया | जनपद कुशीनगर के लक्ष्मीगंज क्षेत्र में सबसे ज्यादा गन्ने का पैदावार होता है | लक्ष्मीगंज चीनी मिल बन्द हो जाने के वजह से इस क्षेत्र का किसान अपने गन्ने को लेकर अन्य चीनी मिलों पर भटकता रहता है या अपने गन्ने को औने पौने दामों पर बेचने को मजबूर होता है जिससे उनके परिवार का जीविका चलाने में नाकों चने चबाना पड़ता है | लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल को चलवाने के लिये हमारे नेतृत्व में किसानों द्वारा विगत पाँच वर्षों से धरना प्रदर्शन और ज्ञापन के माध्यम से माँग किया जा रहा है |
सूबे के मुख्यमन्त्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी से सम्बोधन पत्रांक संख्या 011/2022 दिनाँक 05 जुलाई 2022 इस पत्र के साथ संलग्न किया जा रहा है |
अत: आपसे बड़े विनम्रतापूर्वक भारतीय किसान यूनियन (अ), कुशीनगर के जिलाध्यक्ष रामचन्द्र सिंह माँग करते है कि, विधानसभा सत्र में जनपद कुशीनगर की लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल को चलाने के लिये आपके द्वारा किसान हित में आवाज को बुलन्द किया जाय ताकि इस क्षेत्र के किसानों का भला हो सके |"
नेता प्रतिपक्ष और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को सौंपे उक्त ज्ञापन के साथ संलग्न सूबे के मुख्यमन्त्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी को सम्बोधित पत्रांक संख्या 011/2022 दिनाँक 05 जुलाई 2022 को प्रेषित मांग पत्र में श्री रामचन्द्र सिंह, जिलाध्यक्ष- कुशीनगर, भारतीय किसान यूनियन (अ) ने लिखा है कि,
विषय: उत्तर प्रदेश स्टेट शुगर कार्पोरेशन लिमिटेड (UPSSCL) की लक्ष्मीगंज बन्द चीनी-मिल को पुन:संचालित करने हेतु मांग-पत्र |
संदर्भ: 1. मा. सर्वोच्च न्यायालय (Headed by CJI - N.V.RAMANA) द्वारा दि: 27 सितम्बर 2021 को CIVIL APPEAL Nos.8198-8199 OF 2010 (STATE OF U.P. THROUGH CHIEF SECRETARY & ORS Versus CHINI MILL KARMCHARI SANGH THROUGH ITS PRESIDENT AND OTHERS ETC) में पारित आदेश/ निर्णय|
2. मा. उच्च न्यायालय, इलाहाबाद (HON,BLE ASHOK BHUSHAN.J & HON,BLE VINEET SARAN .J) द्वारा दि: 01अप्रैल2010 को "W.P.No.39850 OF 2009 (CHINI MILL KARMCHARI SANGH Vs STATE OF U.P. AND OTHERS)" WITH "CIVIL MISC. W. P. No. 47934 Of 2008 (RAJIV KUMAR MISHRA" Vs STATE OF U.P. & OTHERS) में पारित आदेश / निर्णय|
3. कैग की उ.प्र. स्टेट सुगर कार्पोरेशन लिमिटेड (UPSSCL) की लक्ष्मीगंज व अन्य चीनी-मिलों के बिक्रय पर रिपोर्ट (PERFORMANCE AUDIT REPORT OF THE COMPTROLLER AND AUDITOR GENERAL OF INDIA ON SALE OF SUGAR MILLS OF UTTAR PRADESH STATE SUGAR CORPORATION LIMITED FOR THE YEAR ENDED 31 MARCH 2011) |
4. HINDUSTAN TIMES में "UP withdraws plea on closure of sugar mills from SC ahead of polls" शिर्षक से प्रकाशित NEWS दिनांक 28 सितम्बर 2022 |
5. Uttar Pradesh Sugar Undertakings (Acquisition) (Amendment) Act, 2009 का सरकारी गजट, उ. प्र. में उ.प्र. सरकार द्वारा असाधारण विधायी परिशिष्ट भाग-1 खण्ड (क) में दिनांक 20 फरवरी 2009 को प्रकाशित राजपत्र |.
6. भ्रष्टाचार / आर्थिक आतंकवाद पर केंद्रीय सतर्कता आयोग के मुख्य सतर्कता आयुक्त - Sri N.VITTAL की प्रस्तुति (पैरा 15-16) |
माननीय महोदय,
जैसा कि, आपको ज्ञात है कि, पिछले पांच वर्षों से भारतीय किसान यूनियन (अ) के जिलाध्यक्ष - कुशीनगर रामचन्द्र सिंह के नेतृत्व में किसान, 'UPSSCL की लक्ष्मीगंज बंद चीनी-मिल को चलाने को लेकर लगातार कई चरणों में धरना - प्रदर्शन करते चले आ रहे हैं|
सर्वप्रथम, उपरोक्त विषय में यह यूनियन आपको बधाई देना चाहती है कि, आपने वर्ष 2018 में उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री का पद ग्रहण करते ही उपरोक्त विषयक मांग का संज्ञान लिया और बसपा सरकार में किये गये 'भ्रष्टाचार और आर्थिक आतंकवाद' के बिरुद्ध दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय दिया, ठोस कदमों को उठाया और उसी ठोस कदम को उठाते हुए आपने #कैग (CAG) की, 'उ.प्र. स्टेट सुगर कार्पोरेशन लिमिटेड (UPSSCL) की लक्ष्मीगंज व अन्य चीनी-मिलों के बिक्रय पर' प्राप्त रिपोर्ट (PERFORMANCE AUDIT REPORT OF THE COMPTROLLER AND AUDITOR GENERAL OF INDIA ON SALE OF SUGAR MILLS OF UTTAR PRADESH STATE SUGAR CORPORATION LIMITED FOR THE YEAR ENDED 31 MARCH 2011). का भी संज्ञान लेते हुए *बसपा सरकार के कार्यकाल में की गई "आर्थिक लूट / भ्रष्टाचार की CBI जांच कराई तथा माननीय उच्च न्यायालय, इलाहाबाद द्वारा Uttar Pradesh Sugar Undertakings (Acquisition) (Amendment) Act, 2009 के Section 3-C and Section 3-D को struck down करने के निर्णय (संलग्नक-2.) के बिरुद्ध माननीय सर्वोच्च न्यायालय में दायर अपील को वापस लेने का साहसिक कदम उठाया जिसके फलस्वरूप ही माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दि: 27 सितम्बर 2021 को "उ.प्र. सरकार की अपील वापस लेने की प्रार्थना" स्वीकार करते हुए उ.प्र.सरकार की अपील - CIVIL APPEAL Nos. 8198-8199 OF 2010 को DISMISSED AS WITHDRAWN का आदेश / निर्णय पारित किया गया|
तत्पश्चात् 'आपने, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में', लखनऊ में आयोजित "किसान सम्मेलन" में, बसपा सरकार के कार्यकाल में हुई लूट का खुलासा करने व तदोपरांत मा. उच्च न्यायालय के निर्णय का अनुपालन करते हुए चीनी-मिलों को पुनर्संचालित करने की घोषणा करने और 2022-23 में बजट आवंटित करने का साहसिक कदम उठाया है|
हिंदुस्तान टाइम्स नई दिल्ली ने भी सुप्रीम कोर्ट से अपील वापस लेने की 'उक्त खबर' 28 सितम्बर 2021 को प्रकाशित किया था|
परन्तु अब यह स्पष्ट रूप से प्रतीत हो रहा है कि, आपके इस अथक प्रयास और साहसिक कदम को, आपकी ही सरकार के कुछ भ्रष्ट नेता, भ्रष्ट नौकरशाह, भ्रष्ट व्यापारी3और क्रिमिनल्स के समूह आपस में मिलकर, बेकार कर रहे हैं तथा आपका ध्यान भी इस तरफ से भटकाकर मायावती सरकार के द्वारा पोषित आर्थिक आतंकवादियों (कुछ भ्रष्ट नेता, भ्रष्ट नौकरशाह, भ्रष्ट व्यापारी और क्रिमिनल्स के समूह) को बचाने और उनके द्वारा की गयी आर्थिक लूट को दबाने का प्रयास कर रहे हैं |यहाँ यह यूनियन उपरोक्त विषय के सम्बन्ध में विधिसम्मत कार्यवाही हेतु आपका ध्यान #कैग (CAG) की, 'उ.प्र. स्टेट सुगर कार्पोरेशन लिमिटेड (UPSSCL) की लक्ष्मीगंज व अन्य चीनी-मिलों के बिक्रय पर' प्राप्त रिपोर्ट (PERFORMANCE AUDIT REPORT OF THE COMPTROLLER AND AUDITOR GENERAL OF INDIA ON SALE OF SUGAR MILLS OF UTTAR PRADESH STATE SUGAR CORPORATION LIMITED FOR THE YEAR ENDED 31 MARCH 2011).] की तरफ; Uttar Pradesh Sugar Undertakings (Acquisition) (Amendment) Act, 2009 का सरकारी गजट, उ. प्र. में उ.प्र. सरकार द्वारा असाधारण विधायी परिशिष्ट भाग-1 खण्ड (क) में दिनांक 20 फरवरी 2009 को प्रकाशित राजपत्र] की तरफ;& [भ्रष्टाचार / आर्थिक आतंकवाद पर केंद्रीय सतर्कता आयोग के मुख्य सतर्कता आयुक्त - Sri N.VITTAL की प्रस्तुति (पैरा 15-16) जिसमें, एन विट्टल ने भी अपनी प्रस्तुति में लिखा है "As I see it, there are five key players in our Indian corruption scene. These are the corrupt politician (neta), the corrupt bureaucrat (babu), the corrupt business (lala), the corrupt NGO (jhola) and finally the criminal (dada)."] की तरफ भी आकर्षित कराना चाहेगा, जिससे आप अपनी घोषणा और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा जी के वक्तव्यों के अनुरूप बन्द चीनी-मीलों को पुनर्संचालित कर सभी के प्रति न्याय और सबका विकास कर सकें |
अतः यह यूनियन उपरोक्त तथ्यों के प्रकाश में इस मांग पत्र के माध्यम से मांग करती है कि, लक्ष्मीगंज बंद चीनी मिल को बिधि सम्मत कार्यवाही करते हुए अविलम्ब पुनर्संचालित करें जिससे आप आर्थिक आतंकवादियों पर बुलडोजर चलवा कर अपनी घोषणा और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष - श्री जे पी नड्डा जी के वक्तव्यों के अनुरूप बंद चीनी-मिलों को पुनः:संचालित कर सभी के प्रति न्याय और सबका विकास भी कर सकें|
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यहां यह बात भी प्रकाश में आ रही है कि, मुख्यमंत्री योगी जी अब उन नौकरशाहों की गिरफ्त में आ चुके हैं जो मुख्यमंत्री योगी के दबाव में मा सर्वोच्च न्यायालय से अपील वापस लेने के उपरांत तथा मा उच्च न्यायालय के 01 अप्रैल 2010 के आदेशानुसार और Uttar Pradesh Sugar Undertakings (Acquisition) (Amendment) Act, 2009 के असंवैधानिक सेक्शन को struck down करने के उपरांत भी मा उच्च न्यायालय के 01 अप्रैल 2010 के आदेश का अनुपालन नहीं करने दे रहे हैं और UPSSCL की लक्ष्मीगंज व अन्य बंद चीनी-मिल को चलने से रोक रहे हैं। यहां तक कि, UPSSCL की लक्ष्मीगंज व अन्य बंद चीनी-मिल को चलाने हेतु सरकार द्वारा लिए जाने वाले नीतिगत फैसलों से सम्बंधित प्रपत्रों और मांग-पत्रों को भी मुख्यमंत्री योगी जी के समक्ष प्रस्तुत करने से रोक रहे हैं और मुख्यमंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तक को अपनी घोषणाओं को पूरा करने नहीं दे रहे हैं, जिसमें मुख्य रूप से एक ताकतवर वरिष्ठ IAS (अपर मुख्य सचिव) का भी नाम आ रहा है जो परोक्ष रूप से खरीदने वाली फर्जी कंपनियों और उनके मालिकों को लाभ पहुंचा रहा है।
ज्ञातव्य हो कि, भरतीय किसान यूनियन (अ) के झंडे तले जिलाध्यक्ष कुशीनगर - रामचन्द्र सिंह के नेतृत्व में जिले के किसान, जवान, मजदूर, बेरोजगार और व्यापारियों का समूह पिछले पांच वर्षों से आंदोलनरत है।
अब यह देखना है कि, नेता प्रतिपक्ष इस पर क्या रुख अपनाते हैं।