इरेडा ने हरित ऊर्जा परियोजना को ऋण प्रदान करने के लिए महाप्रीत के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
इरेडा, नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए महाप्रीत को तकनीकी-वित्तीय परामर्श प्रदान करेगी.
नई दिल्ली (PIB): नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि, भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास संस्था लिमिटेड (इरेडा) ने कल महात्मा फुले रिन्यूएबल एनर्जी और इंफ्रास्ट्रक्चर टेक्नोलॉजी लिमिटेड (महाप्रीत) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। महाप्रीत, एमपीबीसीडीसी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी (भारत सरकार के स्वामित्व में 49 फीसदी और महाराष्ट्र सरकार के स्वामित्व में 51 फीसदी) है। इस समझौता ज्ञापन के अनुसार इरेडा राज्य उपयोगिताओं, स्थानीय निकायों और अक्षय ऊर्जा पार्कों के बुनियादी ढांचे को विकसित करने को लेकर कार्यान्वित की जाने वाली अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए महाप्रीत को वित्तीय सुविधाएं प्रदान करेगा।
इरेडा के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) श्री प्रदीप कुमार दास और महाप्रीत के सीएमडी श्री बिपिन श्रीमाली ने इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस सहभागिता के तहत महाप्रीत के लिए इरेडा नवीकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता व संरक्षण परियोजनाओं का तकनीकी-वित्तीय उचित जिम्मेदारी का भी वहन करेगा।
इस अवसर पर इरेडा के सीएमडी ने कहा, “हम महाप्रीत के साथ साझेदारी करने और महाराष्ट्र के सतत विकास के लिए महाप्रीत को अपनी तकनीकी-वित्तीय विशेषज्ञता प्रदान करने को लेकर प्रसन्न हैं। इस तरह की सहभागिता के माध्यम से हम 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन से ऊर्जा के 50 फीसदी हिस्से के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में भारत सरकार की सहायता करने में सक्षम होंगे। इसके अलावा ये पहल हरित निवेश को प्रोत्साहित कर सकती है और हजारों नौकरियां उत्पन्न कर सकती है।”
इरेडा ने नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए दो साल पहले एक विशेषीकृत व्यवसाय विकास और परामर्श प्रभाग की स्थापना की। देश के सतत विकास के लिए परामर्श सेवाएं प्रदान करने के लिए पिछले दो वर्षों में इरेडा का यह नौवां समझौता ज्ञापन है। एसजेवीएन, एनएचपीसी, तमिलनाडु जेनरेशन और डिस्ट्रीब्यूशन कारपोरेशन लिमिटेड, नीपको, बीवीएफसीएल, टीएचडीसीआईएल, जीएसएल, और सिपेट ने हरित ऊर्जा परियोजनाओं के लिए अपनी तकनीकी-वित्तीय विशेषज्ञता को बढ़ाने को लेकर इरेडा के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं। इरेडा ने पहले से ही इनमें से अधिकांश समझौता ज्ञापनों पर काम शुरू कर दिया है।