आजादी का अमृत महोत्सव: रेल मंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीदों को सम्मानित किया और 75 मोटरसाइकिलों वाली आरपीएफ मोटरसाइकिल रैली का 'झंडी दिखाकर स्वागत किया'
नई-दिल्ली: दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के प्रांगण में 13 अगस्त 2022 को एक भव्य कार्यक्रम "आज़ादी के अमर शहीदों का सम्मान" के साथ ही रेलवे सुरक्षा बल की अखिल भारतीय मोटरसाइकिल रैली के लिए "फ्लैग इन (झंडी दिखाकर स्वागत)" समारोह का आयोजन किया गया। संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी और रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने मुख्य अतिथि के रूप में इस समारोह की अध्यक्षता की तथा देश के सभी हिस्सों से आए स्वतंत्रता संग्राम के 6 अमर शहीदों- महाराष्ट्र से शहीद श्री शिवराम हरि राजगुरु, पश्चिम बंगाल से शहीद श्री खुदीराम बोस, आंध्र प्रदेश से शहीद श्री अल्लूरी सीताराम राजू, असम से शहीद श्री कुशल कोंवर, ओडिशा से शहीद श्री लक्ष्मण नायक और तेलंगाना से शहीद श्री कोमाराम भीम के परिवार के सदस्यों को सम्मानित किया। रेल राज्य मंत्री श्रीमती दर्शन जरदोश और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
इसके अलावा, रेल मंत्री ने प्रतिष्ठित लाल किले के परिसर में रेलवे सुरक्षा बल द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में 75 मोटरसाइकिलों वाली आरपीएफ मोटरसाइकिल रैली का झंडी दिखाकर स्वागत किया। लाल किला हमारे देश को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त कराने के लिए असंख्य स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्षों और बलिदान का गवाह है।
इस अवसर पर अपने संबोधन में रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार के सदस्यों को सम्मानित किया। उन्होंने आरपीएफ के बाइक चालकों और पीछे बैठने वाले सवारों के लिए 5 लाख रुपये का इनाम भी मंजूर किया।
भारत की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित करने पर जोर देते हुए श्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि शहीदों ने आजादी के लिए जितना दर्द और कठिनाइयां झेली हैं, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है, उनके निस्वार्थ बलिदान और कड़ी मेहनत के लिए हम उनके ऋणी हैं। इस समारोह में मौजूद शहीदों के परिवारों ने हम सभी को गौरवान्वित किया है।
श्री वैष्णव ने आगे आने वाली पीढ़ियों की जिम्मेदारी लेने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमें अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए बेहतर भविष्य बनाने की जरूरत है। हमें भारत के भविष्य के गौरव की नींव रखने और अमृत काल के अंत तक, जब हम भारत की स्वतंत्रता की 100वीं वर्षगांठ मना रहे होंगे, अपने देश को उसके गौरव के शिखर पर ले जाने के लिए उस पर काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने युवाओं को आगे आने और प्रधानमंत्री द्वारा परिकल्पित लक्ष्य की दिशा में काम करने तथा देश को विश्व का नेता बनाने का आह्वान किया।
आरपीएफ की यह बाइक रैली देश के नागरिकों के मनोबल को बढ़ावा देगी और उन्हें जाति, पंथ, वर्ग तथा समुदाय की बाधाओं को पार करके राष्ट्र निर्माण की दिशा में सामूहिक प्रयास में योगदान करने के लिए प्रोत्साहित और प्रेरित करेगी। यह समारोह आरपीएफ के पुरुषों और महिलाओं को राष्ट्र की सेवा में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने और सेवा ही संकल्प की अपनी प्रतिज्ञा को साकार करने के लिए भी प्रेरित करेगा।
इस अवसर पर अपने संबोधन में रेल राज्य मंत्री श्रीमती दर्शन जरदोश ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत बहुत आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में केवल पुरुषों की ही भागीदारी नहीं थी बल्कि हमारे पास रानी लक्ष्मीबाई जैसी महिलाओं के कई उदाहरण हैं जिन्होंने हमारे देश की स्वतंत्रता के लिए अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि आरपीएफ की महिला कर्मचारियों ने महिला यात्रियों को सुरक्षा प्रदान करने में अद्भुत काम किया है।
हमारे देश की आजादी के 75 गौरवशाली वर्षों का जश्न मनाने के लिए आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में रेलवे सुरक्षा बल ने देश भर में 75 दिनों तक चलने वाले बड़े पैमाने पर जनसंपर्क कार्यक्रम शुरू किया। अपनी अखिल भारतीय पहुंच और एक मजबूत एकात्मक कमान एवं पर्यवेक्षण का लाभ उठाते हुए आरपीएफ ने देश के दूरदराज के हिस्सों में देश भक्ति और राष्ट्रवाद के संदेश को फैलाने के लिए युवाओं से इस साल से शुरू हो रहे आगामी 25 वर्षों के अमृत काल में राष्ट्र निर्माण के लिए एक साथ आने की अपील के साथ कई पहल शुरू कीं। वर्ष 2047 में हमारी स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं। जनसंपर्क कार्यक्रम जून 2022 में शुरू हुआ और आज 13 अगस्त 2022 को लाल किले में आयोजित भव्य समारोह के साथ ही संपन्न हुआ।
इससे पहले अपने स्वागत भाषण में आरपीएफ के महानिदेशक श्री संजय चंदर ने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आरपीएफ द्वारा की गई कुछ गतिविधियों के बारे में संक्षेप में बताया।
उन्होंने बताया कि इसके तहत, 7.5 लाख पौधे लगाने के उद्देश्य से एक राष्ट्रव्यापी वृक्षारोपण कार्यक्रम शुरू किया गया था। कल तक हम लगभग 6 लाख पौधे लगा चुके हैं, और हमारी जिम्मेदारी यहीं खत्म नहीं होती है। हम उनकी देखभाल तब तक करते रहेंगे जब तक वे अपना भरण-पोषण नहीं कर सकते।
भीषण गर्मी में आरपीएफ के जवानों ने प्यासे को पीने का पानी उपलब्ध कराने में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। ऑपरेशन जल सेवा अब तक 7189 से अधिक स्थानों पर किया जा चुका है।
जनता तक पहुंचने के लिए एक नई पहल के रूप में, वीडियो वॉल से लैस ट्रकों को स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान, राष्ट्र निर्माण में किए जा रहे प्रयासों और विभिन्न सामाजिक एवं सुरक्षा मुद्दों के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए चलाया गया था। जन जागरूकता के लिए अब तक देश भर में 1149 से अधिक स्थानों पर मोबाइल वीडियो वॉल के प्रदर्शन का आयोजन किया जा चुका है। इन 1149 स्थानों में से, 736 से अधिक स्थानों पर आरपीएफ बैंड प्रदर्शित किया गया, जिसमें आरपीएफ बैंड ने जनता को मंत्रमुग्ध करने के लिए देशभक्ति की धुनें बजाईं।
समारोह के दौरान, देश के विभिन्न हिस्सों में 800 से अधिक स्वतंत्रता सेनानियों या उनके परिजनों को स्कूलों या पंचायत भवन, स्थानीय पुस्तकालय आदि जैसे सार्वजनिक भवनों में साधारण समारोह आयोजित करके सम्मानित किया गया।
आरपीएफ कर्मियों ने विभिन्न स्थानों पर रन फॉर यूनिटी में भाग लिया और एकता एवं अखंडता का संदेश फैलाते हुए 3 लाख किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की।
महात्मा गांधी हमेशा स्वच्छता पर जोर दिया करते थे। देश भर में 6300 से अधिक स्थानों पर आरपीएफ कर्मियों के श्रमदान के माध्यम से "स्वच्छता अभियान" का आयोजन किया गया, जिसमें आरपीएफ कर्मियों ने जनता के बीच "स्वच्छ भारत" के संदेश को फैलाने में भाग लिया।
आरपीएफ कर्मियों की मोटरसाइकिल रैली को 1 जुलाई को देश भर के 75 स्थानों से झंडी दिखाकर रवाना किया गया था। वे आगे 4 प्रतिष्ठित स्थानों अर्थात बापूधाम, मोतिहारी (बिहार), जलियावाला बाग (पंजाब), साबरमती आश्रम (गुजरात) और हुसैन सागर झील, हैदराबाद (तेलंगाना) पर एकत्र हुए, जिनका हमारे स्वतंत्रता संग्राम या देश के एकीकरण के इतिहास में काफी महत्व है। वहां से रास्ते में अत्यधिक उत्साह और ऊर्जा का प्रसार करते हुए वे राजधानी दिल्ली की ओर चल पड़े। देश भर में एक लाख किलोमीटर से अधिक की यात्रा करने के बाद आज 13 अगस्त को माननीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने रेल राज्य मंत्री श्रीमती दर्शन विक्रम जरदोश और अन्य गणमान्य हस्तियों की उपस्थिति में एक "फ्लैग-इन" समारोह में उनका स्वागत किया। रास्ते में आरपीएफ बाइकर्स ने शांति, भाईचारे, राष्ट्रवाद और राष्ट्र निर्माण की दिशा में सामूहिक प्रयास का संदेश दिया। उनके पड़ाव की जगहों को मोबाइल वीडियो वॉल और बैंड शो के साथ उत्सव स्थल में बदल दिया गया था। यह मोटरसाइकिल रैली अब तक देश के 1650 ब्लॉक और 550 जिलों में रहने वाले लोगों तक पहुंचने का एक अनूठा प्रयास रही।
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