उत्तर प्रदेश 'लाल फीताशाही' की गिरफ्त में और 'डायनमिक फसाड लाइटिंग' का लोकार्पण', उत्तर प्रदेश में रोजी और रोटी के लिए जूझ रहे बेरोजगारों और गरीबों और मध्यम वर्गीय लोगों के मुंह पर तमाचा: सच्चिदानन्द श्रीवास्तव
आज अमृत महोत्सव के मायने बदल गए हैं!
प्रदेश 'लाल फ़ीताशाही' की गिरफ्त में !!!
लखनऊ (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मुख्य सचिव की अध्यक्षता में "विधान भवन, लखनऊ पर आयोजित 'डायनमिक फसाड लाइटिंग' का लोकार्पण" पर समतामूलक समाज निर्माण मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष - सच्चिदानन्द श्रीवस्तव ने मुख्यमंत्री योगी जी को ट्वीट कर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
समतामूलक समाज निर्माण मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष - सच्चिदानन्द श्रीवस्तव ने मुख्यमंत्री योगी जी को ट्वीट करके कहा कि, "आज अमृत महोत्सव के मायने बदल गए हैं! प्रदेश 'लाल फ़ीताशाही' की गिरफ्त में !!! क्या 'आजादी का अमृत महोत्सव' के अवसर पर प्रदेश में सभी के लिए रोजी - रोटी की ब्यवस्था और प्रदेश व देश में पूर्ण नशाबंदी लागू करने तथा गन्ने से कच्ची शराब (एथेनॉल) की फ़ैक्ट्री लगाने के स्थान पर चीनी बनाने की फ़ैक्ट्री के स्थान पर "विधान भवन, लखनऊ पर आयोजित 'डायनमिक फसाड लाइटिंग' का लोकार्पण", उत्तर प्रदेश में रोजी और रोटी के लिए जूझ रहे बेरोजगारों और गरीबों और मध्यम वर्गीय लोगों के मुंह पर तमाचे मारता हुआ नहीं दिख रहा है?-
क्या यही स्वामी विवेकानंद और राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के सपनों का भारत था ?-
जरा सोचिये !"
समतामूलक समाज निर्माण मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष - सच्चिदानन्द श्रीवस्तव ने मुख्यमंत्री योगी जी को ट्वीट करके यह भी कहा कि, काश! इस फसाड लाइट का लोकार्पण भारत के किसी एक गांव के जन- जन को रोजी, रोटी, कपड़ा, मकान, चिकित्सा और शिक्षा से विकसित कर उस गांव में करते तो लगता कि, चलो भारत का एक गांव तो अमृत महोत्सव काल में रोटी, कपड़ा, मकान, चिकित्सा और शिक्षा अर्थात अपने परिवार को पालने के लिए रोजी, भूख मिटाने के लिए रोटी, तन ढकने को कपड़ा, सर पर छत, इलाज, और विकाश के लिए शिक्षा के लिए परेशान तो नहीं है। आज वह जब रोटी के लिए एक हज़ार एक सौ रुपये का गैस का सिलिंडर और चालीस रुपये किलो का आंटा नहीं खरीद पा रहा है तो उससे लुटे हुए पैसे से राज्य के विधानसभा पर इस फसाड लाइट का लोकार्पण प्रदेश के गरीबों और मध्यम वर्गीय लोगों पर भ्रष्ट पूंजीपतियों और भ्रष्ट राजनेताओं द्वारा उनकी खिल्ली उड़ाता सा दिखाई दे रहा है, उनके मुंह पर तमाचा मरता दिखाई दे रहा है !
काश! मुख्यमंत्री योगी जी इस अमृत महोत्सव काल में उत्तर प्रदेश में पूर्ण नशाबंदी लागू कर कच्ची शराब (एथेनॉल) के स्थान पर चीनी का उत्पादन बढ़ाते और पेट्रोलियम पदार्थों (पेट्रोल, डीजल आदि) पर से सभी टैक्सों को समाप्त कर 5 % का GST लगाकर और रसोई गैस को कम दामों पर उपलब्ध कराकर बेरोजगारी और महंगाई से त्रस्त अपनी आवाम को राहत पहुंचाते!
आज अमृत महोत्सव के मायने बदल गए हैं!
— SAMATAMOOLAK SAMAJ NIRMAN MORCHA (@NirmanSamaj) August 11, 2022
प्रदेश 'लाल फीताशाही' की गिरफ्त में !!!
क्या 'आजादी का अमृत महोत्सव' के अवसर पर प्रदेश में सभी के लिए रोजी - रोटी की ब्यवस्था और प्रदेश व देश में पूर्ण नशाबंदी लागू करने तथा गन्ने से कच्ची शराब (एथेनॉल) की फ़ैक्ट्री लगाने के स्थान पर https://t.co/b3TUFTGqQh
@myogiadityanath काश! इस फसाड लाइट का लोकार्पण भारत के किसी एक गांव के जन- जन को रोजी, रोटी, कपड़ा, मकान, चिकित्सा और शिक्षा से विकसित कर उस गांव में करते तो लगता कि, चलो भारत का एक गांव तो अमृत महोत्सव काल में रोटी, कपड़ा, मकान, चिकित्सा और शिक्षा अर्थात अपने परिवार को pic.twitter.com/A4ipEtCZqX
— SAMATAMOOLAK SAMAJ NIRMAN MORCHA (@NirmanSamaj) August 11, 2022