जर्मनी और यूएई की अपनी यात्रा (26-28 जून, 2022) से पहले प्रधानमंत्री का प्रस्थान वक्तव्य
नई दिल्ली (PIB): मैं जर्मनी की अध्यक्षता के तहत जी7 शिखर सम्मेलन के लिए जर्मनी के चांसलर माननीय श्री ओलाफ स्कोल्ज के निमंत्रण पर जर्मनी के श्लॉस एल्मौ का दौरा करूंगा। पिछले महीने अत्यंत सार्थक रहे भारत-जर्मनी अंतर-सरकारी परामर्श (आईजीसी) के बाद चांसलर स्कोल्ज से फिर से भेंट करना मेरे लिए बड़ी प्रसन्नता की बात होगी।
मानवता को बुरी तरह प्रभावित कर रहे महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने के प्रयासों के तहत जर्मनी ने अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, सेनेगल और दक्षिण अफ्रीका जैसे अन्य लोकतांत्रिक देशों को भी जी7 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया है। इस शिखर सम्मेलन के विभिन्न सत्रों के दौरान मैं पर्यावरण, ऊर्जा, जलवायु, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य, आतंकवाद का मुकाबला करने, महिला-पुरुष समानता और लोकतंत्र जैसे सामयिक मुद्दों पर जी7 के सदस्य देशों, जी7 के भागीदार देशों और आमंत्रित अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ विचारों का आदान-प्रदान करूंगा। मैं शिखर सम्मेलन के दौरान इसमें भाग लेने वाले जी-7 के कुछ सदस्य देशों और आमंत्रित देशों के राजनेताओं से अलग से मिलने के लिए उत्सुक हूं।
जर्मनी के दौरे के दौरान मैं समस्त यूरोप के प्रवासी भारतीय संगठनों के सदस्यों से मिलने के लिए भी उत्सुक हूं, जो वहां की स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं में अत्यधिक योगदान दे रहे हैं और इसके साथ ही यूरोपीय देशों के साथ हमारे संबंधों को प्रगाढ़ कर रहे हैं।
भारत वापस आते समय मैं 28 जून, 2022 को अबू धाबी, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में कुछ समय ठहर कर संयुक्त अरब अमीरात के पूर्व राष्ट्रपति और अबू धाबी के पूर्व शासक शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के निधन पर अपनी व्यक्तिगत संवेदना व्यक्त करने के लिए संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति और अबू धाबी के शासक महामहिम शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से भेंट करूंगा।
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