ओपेनियन पोल को चुनाव आयोग का भी परोक्ष रूप से समर्थन प्राप्त है! भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा लांच cVIGIL ऐप बेकार साबित हो रहा है: सच्चिदानन्द श्रीवास्तव
चुनाव आयोग ओपेनियन पोल पर रोक लगाने की हमारी 11 जनवरी 2022 की शिकायत पर मौन: सच्चिदानन्द श्रीवास्तव
लखनऊ: समतामूलक समाज निर्माण मोर्चा के राष्ट्रिय अध्यक्ष - सच्चिदानन्द श्रीवास्तव ने विज्ञप्ति के माध्यम से बताया है कि, भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा लांच cVIGIL ऐप बेकार साबित हो रहा है और चुनाव आयोग ओपेनियन पोल पर रोक लगाने की हमारी 11 जनवरी 2022 को cVIGIL ऐप पर की गई शिकायत पर मौन धारण किये है और आज 25 जनवरी को लगभग 14 दिन पश्चात् भी cVIGIL ऐप पर प्रगति में कुछ भी प्रदर्शित नहीं कर रहा है जबकि मेल से 11 जनवरी 2022 को ही भेजे गए मेल पर भारत चुनाव आयोग ने 15 जनवरी को बताया है कि, ''एन जी एस पोर्टल के माध्यम से सम्बंधित अधिकारीयों को शिकायत की है, हम व्यक्तिगत रूप से इस ई-मेल को सम्बंधित अधिकारीयों को त्वरित कार्यवाही के लिए अग्रेषित कर रहे हैं। हम आपसे अनुरोध करेंगे कि, सम्बंधित अधिकारी/ विभाग से उत्तर कि प्रतीक्षा करें। अधिक पूछताछ/ शिकायतों के लिए, कृपया हमसे 1880-11-1950 पर संपर्क करें।'' परन्तु आज 10 दिन बिताने के पश्चात् भी उक्त पर कि गयी कार्यवाही से हमें अवगत नहीं कराया गया जिससे स्पष्ट रूप से प्रतीत हो रहा है कि, ओपेनियन पोल को चुनाव आयोग का भी परोक्ष रूप से समर्थन प्राप्त है और सभी पोर्टल मात्र औपचारिकता की पूर्ती मात्र है।
आइये, देखते हैं सच्चिदानन्द श्रीवास्तव जो 2022 विधानसभा 175 लखनऊ कैंट के भावी प्रत्यासी भी हैं, की शिकायत:
विषय: 'लोकतंत्र' की गरिमा कायम रखने हेतु तथा 'स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव' सुनिश्चित कराने हेतु 'आदर्श आचार संहिता लागू होने के उपरांत' 'ओपिनियन पोल के प्रसारण' पर अविलम्ब रोक लगाने एवम् भातीय संविधान के अनुच्छेद 324 का अनुपालन सुनिश्चित करने हेतु प्रत्यावेदन|
उपरोक्त पर चुनाव आयोग का उत्तर:
Dear Mr. Sachhidanand Shrivastav,
This is to inform you that we have raised a complaint to the concerned officers through our NGS portal; also we are personally forwarding this Email to concerned officer for quick response.
We would request you to wait for reply from the officer/department concerned.
For further Query/Complaints, please contact us on 1800-11-1950
Thanks & Regards,
Election Commission of India
अब तो बड़ी पार्टियों के नेता अखिलेश यादव भी दबी जबान में ओपिनियन पोल पर प्रतिबन्ध लगाने की मांग कर रहे हैं तथा पूर्व में सर्वोच्च न्यायलय के एक अधिवक्ता भी ओपिनियन पोल पर प्रतिबन्ध लगाने की मांग कर चुके हैं तथा उक्त अधिवक्ता और सच्चिदानन्द श्रीवास्तव ने ओपिनियन पोल को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 324 का उल्लंघन माना है तथा भारतीय निर्वाचन आयोग से आग्रह किया है कि, 'लोकतंत्र' की गरिमा कायम रखने हेतु व भारतीय संविधान के अनुच्छेद 324 का अनुपालन सुनिश्चित करने हेतु एवम् 'स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव' सुनिश्चित कराने हेतु 'आदर्श आचार संहिता लागू होने के उपरांत' 'ओपिनियन पोल के प्रसारण' पर अविलम्ब रोक लगाने की कृपा करें।
अब देखना है कि, क्या अब भी 'भारत निर्वाचन आयोग', सच्चिदानन्द श्रीवास्तव की लिखित और वीडियो शिकायत पर ''भारतीय संविधान के अनुच्छेद 324 का अनुपालन सुनिश्चित करने हेतु एवम् 'स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव' सुनिश्चित कराने हेतु 'आदर्श आचार संहिता लागू होने के उपरांत' 'ओपिनियन पोल के प्रसारण' पर अविलम्ब रोक लगाने की कार्यवाही करता है?-