भारत निवेश का अगला वैश्विक हॉट स्पॉट होगा: श्री पीयूष गोयल
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में, भारत ने पिछले सात वर्षों में रिकॉर्ड एफडीआई आकर्षित किया, प्रत्येक वर्ष ने लगातार सात वर्षों से अपने पिछले वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ा है: श्री पीयूष गोयल
‘‘भारत क्यों?’ से ‘भारत क्यों नहीं’ और आज ‘हमें अनिवार्य रूप से भारत में होना चाहिए’, - तक वैश्विक भावना बदल चुकी है.‘‘
‘‘आज विश्व में कहीं और की तुलना में यहां सफलता की गाथाएं अधिक हैं, आएं, उभरते भारत का हिस्सा बनें” - श्री गोयल ने एमएनसी पर सीआईआई के राष्ट्रीय सम्मेलन को संदेश दिया.
नई दिल्ली (PIB): सीआईआई-अर्र्नेस्ट एंड यंग की हाल की एक रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य तथा सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत निवेश का अगला वैश्विक हॉट स्पॉट बनेगा।
श्री गोयल ने कहा कि वैश्विक भावना ‘‘भारत क्यों?’ से ‘भारत क्यों नहीं’ और आज ‘हमें अनिवार्य रूप से भारत में होना चाहिए’, - के रूप में अब बदल चुकी है। 71 यूनिकॉर्न के साथ आज विश्व में कहीं और की तुलना में यहां सफलता की गाथाएं अधिक हैं।“ उन्होने कहा ‘अक्टूबर 2021 के लिए नौकरी जाबस्पीक सूचकांक में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में रोजगार में 43 प्रतिशत की बढोतरी की रिपोर्ट की गई है। हमारी विनिर्माण पीएमआई पहले ही ऊंची है और सेवा पीएमआई एक दशक के उच्च स्तर तक पहुंच गई है।“
श्री गोयल ने कहा कि सरकार ने निवेश वातावरण को बेहतर बनाने के लिए कई प्रमुख नीतिगत एवं व्यवसाय सुधार लागू किए हैं। उन्होंने कहा, ‘एयर इंडिया के निजीकरण जैसा निकटतम और सबसे हाल का निर्णय जिसकी टाटा समूह द्वारा सफलतापूर्वक बोली लगाई गई थी, उस बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण पूर्वव्यापी कर को हटाया गया, जिसके बारे में मेरा मानना है कि वह कई वर्षों से निवेश के माहौल के मामले में हमारे लिए नुकसानदायक रहा। यही नहीं, खनन में, कोयला क्षेत्र में जिस प्रकार के सुधार किए गए तथा जिस प्रकार के सुधार की उम्मीद हम बिजली क्षेत्र में कर रहे हैं और साथ ही भारत में विशाल नवीकरणीय ऊर्जा विकास की कहानी, मुझे लगता है कि ये सारे तथ्य हमें एक उज्ज्वल भविष्य की ओर देखने को प्रोत्साहित कर रहे हैं।
श्री गोयल ने कहा कि निवेशकों के लिए आवश्यक अनुमोदनों तथा मंजूरियों के लिए एक वन-स्टाप-शाप के रूप में काम करने के लिए राष्ट्रीय सिंगल विंडो सिस्टम (एनएसडब्ल्यूएस) लांच किया गया है। उन्होंने कहा, ‘ पोर्टल में 18 केंद्रीय विभागों और 9 राज्यों के लिए अनुमोदन शामिल हैं। दिसंबर तक इसमें 14 केंद्रीय विभाग तथा 5 और राज्य जोड़ दिए जाएंगे। ‘
श्री गोयल ने कहा कि भारत में बहुराष्ट्रीय कंपनियों (एमएनसी) के लिए सभी सही तत्व उपस्थित हैं और ये एमएनसी को वैश्विक स्तर पर और अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने में सहायता कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘विविध व्यवसाय परिदृश्य, कानून का नियम और पारदर्शी प्रणालियां, कुशल श्रमबल और निम्न श्रम लागत, जबर्दस्ती का कोई प्रौद्योगिकी हस्तांतरण नहीं, ये तथ्य मददगार साबित हो सकते हैं।‘
भारतीय एमएनसी को ‘ब्रांड इंडिया’ को दुनिया भर में ले जाने तथा भारतीय संस्कृति, गुणवत्ता और मूल्यों के राजदूत बनने के लिए प्रोत्साहित करते हुए श्री गोयल ने कहा कि एमएनसी भारत की विकास गाथा के अभिन्न अंग रहे हैं और उनका विशाल योगदान है।
उन्होंने कहा ‘भारत में चाहे उच्च रूप से कुशल प्रबंधकीय प्रतिभा का निर्माण करना हो, या अच्छे व्यवसाय प्रचलनों या अच्छी विनिर्माण प्रथाओं का निर्माण करना हो, चाहे बढ़िया कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व की बात हो या ऐसी सामाजिक पहलों की बात हो, हमारी एमएनसी ने इस दिशा में कई कदम उठाये हैं। मैं समझता हूं कि चाहे कौशल विकास हो, हमारी एमएनसी की इसमें बड़ी भूमिका है जिन्होंने भारत में कौशल विकास में विशाल योगदान दिया है और इन सबका अर्थव्यवस्था पर विविध प्रकार से प्रभाव पड़ा है। ‘‘
श्री गोयल ने सरकार और उद्योग के बीच साझीदारी को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘यह साझीदारी आज के समय में और भी महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि यह हमें आइडिया देती है, हमें विचार देती है, यह हमें यह समझने का अवसर देती है कि आप कहां से आए हैं और क्या किए जाने की आवश्यकता है और मैं समझता हूं कि जैसे जैसे हम आगे बढ़ रहे हैं, इस साझीदारी को और सुदृढ़ बनाने की आवश्यकता है। ‘‘
प्रधानमंत्री श्री मोदी को उद्धृत करते हुए कि ‘‘सुधार लाने के लिए अच्छे और स्मार्ट शासन की आवश्यकता होती है। यह दुनिया इस बात की गवाह है कि किस प्रकार भारत शासन का एक नया अध्याय लिख रहा है” श्री गोयल ने उद्यमियों को उभरते भारत की गाथा का एक हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया।
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