उतर प्रदेश में वित्तीय वर्ष 2015 से 2021 के बीच शौचालय निर्माण और कूड़ा पात्र खरीद में गबन - आरोपी प्रधान और सचिव से होगी वसूली: गंगा मणि दीक्षित
देवरिया (उत्तर प्रदेश): वित्तीय वर्ष 2015 से 2021 के बीच शौचालय निर्माण और कूड़ा पात्र खरीद मामले में उत्तर प्रदेश में देवरिया जिले के भाटपाररानी ब्लॉक अंतर्गत शंकरपुरा ग्रामसभा में 3.73 लाख रुपये का गबन का मामला प्रकाश में आया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने पूर्व ग्राम प्रधान व सचिव से वसूली करने का निर्देश जारी किया है तथा इन लोगो के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2020 में गांव में शौचालय व कूड़ा पात्र के नाम पर लाखों रुपये निकाले गए।
ज्ञातव्य हो कि, भाटपाररानी ग्रामीणों ने तत्कालीन ग्राम प्रधान व सचिव पर शौचालय निर्माण में धांधली करने का आरोप लगाते हुए उस समय के जिलाधिकारी अमित रंजन से शिकायत की थी। जिलाधिकारी के निर्देश पर जांच हुई तो आरोप सही पाए गए। इसके बाद तत्कालीन ग्राम प्रधान नथुनी प्रसाद व सचिव वीरेंद्र सिंह को नोटिस जारी किया गया, लेकिन दोनों ने जवाब नहीं दिया। अब 1.86 लाख रुपये तत्कालीन ग्राम प्रधान व इतनी ही धनराशि सचिव से वसूली करने का आदेश जारी किया गया है।
गांव वालों का कहना है कि, उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के सभी ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले अनगिनत गांव में घोटाला जोरो पर हुआ है और यदि अगर शौचालय, कूड़ा पात्र, आवास, रोड, नाली से संबंधित जांच किया जाय तो अनेकों सचिव और ग्रामप्रधान इन घोटालों में पकड़े जाएंगे। इन घोटालों को और इस प्रकार के भ्रष्टाचार को उजागर करने में सामाजिक कार्यकर्ता और आरटीआई कार्यकर्ता भी लगे हुए हैं।
(गंगा मणि दीक्षित)
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