
केंद्रीय मंत्रीमंडल द्वारा किसानों के फसलों का समर्थन मूल्य किसानों के साथ धोखा: रामचन्द्र सिंह
कुशीनगर (उत्तर प्रदेश): वेटरनस एसोशिएसन के राष्ट्रीय अध्यक्ष (किसान मोर्चा) व भारतीय किसान यूनियन (अम्बावता} के जिलाध्यक्ष राम चंद्र सिंह ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति द्वारा रबी विपणन सीजन (आरएमएस) 2022-23 के लिये सभी रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी करने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि, केंद्र सरकार द्वारा दि: 08 सितम्बर 2021 को रवि की फसलों का 2022-23 की खरीद हेतु जो न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया गया है वह किसानों के साथ सरासर धोखा और छलावा किया जा रहा है।
वेटरनस एसोशिएसन के राष्ट्रीय अध्यक्ष (किसान मोर्चा) व भारतीय किसान यूनियन (अम्बावता} के जिलाध्यक्ष राम चंद्र सिंह ने कहा कि, केन्द्रीय मंत्रिमंडल द्वारा गेहूँ का मूल्य सिर्फ 40 रूपये बढाकर ऊँट के मुँह में जीरा वाली कहावत को चरितार्थ किया है इससे ज्यादा धोखा और छलावा किसानों के साथ क्या हो सकता है। सरकार एमएसपी को बड़ा कदम बता कर अपना पीठ थपथपा रही है जो किसानों का जेब को काटने का कार्य किया है।
राम चंद्र सिंह ने कहा कि, जिन फसलों का मूल्य बढ़ाया गया है उन फसलों की खरीद न होने से किसानों का माल बाजार मे सस्ते मूल्य पर बड़े बड़े व्यापारियों द्वारा लूट लिया जाता है। केंद्र सरकार को बताना चाहिये की देश में अनुसंघान केंद्र है वहाँ पर एक कुन्तल गेहूँ पैदा करने में कितना लागत लगता है। सरकार किसी की हो हमेशा किसानों के साथ धोखा और फरेब हुआ है। किसी भी सरकार ने किसानों के साथ आर्थिक न्याय नही किया है जिसका प्रमुख कारण है, आज का किसान ऊर्जाविहीन हो गया है क्योंकि, किसानों के फसलों के मूल्य हमेशा लागत से कम सरकार तय करती रही है और इसलिये किसान दिनोंदिन कर्जदार होते जा रहा है।
वेटरनस एसोशिएसन के राष्ट्रीय अध्यक्ष (किसान मोर्चा) व भारतीय किसान यूनियन (अम्बावता} के जिलाध्यक्ष राम चंद्र सिंह ने कहा कि, केन्द्रीय मंत्रिमंडल द्वारा बढ़ाये गये किसानों के समर्थन मूल्य का हम खुलकर विरोध करते हैं और यह कहना चाहते हैं कि, सरकार आने वाले प्रदेश चुनाव को ध्यान में रखते हुए किसानों के फसलों का मूल्य बढ़ाकर गुमराह करने में लगी है और किसान बखूबी इनकी नियत को भांप चुका है।