उत्तरप्रदेश सरकार राज्य में शराब पर प्रतिबंध लगाने के पक्ष में नहीं, योगी ने दिए संकेत
30 जनवरी को राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए
देश और प्रदेश में पूर्ण नशाबंदी की मांग को लेकर
पार्टी के संस्थापक व राष्ट्रिय संरक्षक- महान समाजवादी चिंतक व विचारक- परमादरणीय रघु ठाकुर के नेतृत्व में पूरे प्रदेश और देश भर में एक दिन का उपवास करेंगे: एस. एन. श्रीवास्तव
लखनऊ: भाषा द्वारा जारी समाचार में बताया गया है कि, नई आबकारी नीति बनाने के दूसरे दिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को संकेत दिया कि वह राज्य में शराब पर प्रतिबंध लगाने के पक्ष में नहीं हैं। बहरहाल, उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि उनकी सरकार उत्तर प्रदेश के हित में सभी कदम उठाएगी।
नई आबकारी नीति के अनुसार उत्तर प्रदेश में प्रति व्यक्ति या एक घर में महज छह लीटर शराब ही रखी जा सकेगी। अगर इससे अधिक मात्रा में शराब रखनी है तो आबकारी विभाग से लाइसेंस लेना होगा।
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा कि, इस कदम से शराब की तस्करी पर रोक लगेगी और यह राज्य के हित में हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या राज्य सरकार की उत्तर प्रदेश को शराब मुक्त बनाने की योजना है, उन्होंने कहा कि 'हम जबरन कुछ नहीं कर सकते लेकिन राज्य के हित के लिए जो भी होगा हम वह कदम उठाएंगे।'
उल्लेखनीय है कि पड़ोसी राज्य बिहार और गुजरात में भी शराब की बिक्री पर प्रतिबंध है और उत्तर प्रदेश में लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष- एस. एन. श्रीवास्तव लगातार सरकार से पूर्ण नशाबंदी लागू करने की मांग करती चली आ रही है तथा 30 जनवरी को राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए देश और प्रदेश में पूर्ण नशाबंदी की मांग को लेकर पार्टी के संस्थापक व राष्ट्रिय संरक्षक- महान समाजवादी चिंतक व विचारक- परमादरणीय रघु ठाकुर के नेतृत्व में पूरे प्रदेश और देश भर में एक दिन का उपवास करेंगे और पूर्ण नशाबंदी लागू करने हेतु सरकार पर दबाव बनाएंगे।
(साभार- मल्टी मीडिया)
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