विशेष: सरकार और वैक्सीन!
विशेष में प्रस्तुत है___
नितेन्द्र वर्मा द्वारा प्रस्तुत व्यंग्य- "सरकार और वैक्सीन"!
अपनी अपनी सीट बेल्ट बाँध लीजिये। आने वाला साल 2022 एकदम अदभुत, अकल्पनीय, अविश्वसनीय, अनूठा होने वाला है। कुछ ऐसा होने वाला है जो आज तक पूरी दुनिया में कहीं भी नहीं हुआ। हम उत्तर प्रदेश वाले बहुत किस्मत वाले हैं। यहाँ अगले साल दो दो सरकारें बनेंगी । यकीन नहीं हो रहा ना? खैर हमारे, आपके मानने न मानने से कुछ नहीं होना है। वैसे भी होनी को भला कौन टाल पाया है।
अभी कुछ दिन पहले भैया जी जनता को बताए थे कि सरकार तो बपा की ही बनेगी। हम एकदम निश्चिन्त हो गए थे। लेकिन अब बहन जी कह रही हैं कि सरकार ससपा की बनेगी और अकेले दम पर बनेगी। अब देखिये दोनों में से किसी की बात तो काटी नहीं जा सकती। इसलिए जनता बेकार में तनाव न ले। सब फाइनल हो चुका है। अगली बार दोनों की अलग अलग एक साथ सरकार बनेगी। बस पिछली बार की तरह मशीन बेवफ़ाई न कर जाये। वैसे ठीक भी है। एक से भले दो या एक और एक ग्यारह दोनों एकदम फिट हैं यहां। दोनों अनुभवी भी हैं सो प्रदेश के विकास का पहिया भी सरपट सरपट दौड़ेगा। हाँ अगर पांच साल में होने वाला विकास ढाई साल में ही हो गया तब जरूर गम्भीर समस्या खड़ी हो जायेगी।
एक समस्या और है। बहन जी ने ऐलान कर दिया है कि अगर उनकी सरकार बनी तो सबको कोरोना का टीका फ्री में लगेगा। यही बात भैया जी भी बोले थे। ये समस्या विश्वस्तर की है। इसके लिए WHO को आगे आना पड़ेगा। हम ठहरे हिंदुस्तानी लोग । फ्री में चीज मिल जाये तो क्या कहना। अब यहाँ फ्री में लगेगी वो भी दो दो बार। एक बार बपा के वैज्ञानिकों द्वारा तैयार टीका लगेगा फिर ससपा के वैज्ञानिकों द्वारा तैयार टीका लगेगा। फ्री में मिलेगा तो भैया हम तो दोनों बार लगवाएंगे। भैया जी तो बोल रहे थे कि कोरोना कहीं है ही नहीं। फिर भी उनकी भलमनसाहत देखिये कि जो चीज है ही नहीं उसका भी टीका लगवा देंगे। भगवान ऐसा मुख्यमंत्री हर प्रदेश को दे।
कायदे से तो यहां अगले साल कोई चुनाव होना ही नहीं चाहिए। जब सब पहले से ही तय हो चुका है तो फिजूलखर्च क्यों करना। वैसे भी कोरोना के बाद फिजूलखर्ची रोकने को केंद्र सरकार पूरी तरह तत्पर है। तभी तो न केवल कर्मचारियों के डीए पर रोक लगा दी बल्कि बैंकों में कैलेंडर, डायरी तक छपवानी बंद कर दीं। ऐसे में चुनाव न कराना ही देशहित में होगा। विधि का विधान भी यही कहता है कि बैटिंग सबको मिलनी चाहिए। केवल बॉलिंग और फील्डिंग भला कब तक करेगा कोई। यह सरासर अन्याय है, पाप है।
कोई कुछ भी कहे लेकिन भैया जी और बहन जी एक बात जान लीजिए कि हमारा वोट आप ही दोनों को जायेगा बाकी मशीन क्या बताएगी इसकी जिम्मेदारी हमारी नहीं है। और हाँ ये देश के वैज्ञानिकों की बनाई वैक्सीन तो हम लगवाएंगे नहीं। जब आपके वैज्ञानिकों द्वारा बनाई गई वैक्सीन फ्री में लगेगी तब लगवा लेंगे। और अब तो दो दो लगेंगी। बाकी जनता अजब गजब 2022 की तैयारी अभी से शुरू कर दीजिए।
*यह एक व्यंग्य लेख है । इसका उद्देश्य किसी व्यक्ति, वस्तु या संस्था का अपमान करना नहीं है।
©नितेन्द्र वर्मा
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