मुख्यमंत्री- योगी जीके राज्य में उच्च स्तरीय भष्टाचार: बख्शी का तालाब (लखनऊ) में अवैध खनन - माफियाओं का बोलबाला - उप जिलाधिकारी चिरनिद्रा में!
उच्च स्तरीय भष्टाचार: बख्शी का तालाब तहसील क्षेत्र में हो रहे अवैध मिट्टी खनन को रोकने में जिम्मेदार अधिकारी नही ले रहे रुचि!
बख्शी का तालाब(लखनऊ): लखनऊ के बख्शी का तालाब तहसील क्षेत्र में हो रहे 'अवैध मिट्टी खनन' को रोकने में जिम्मेदार अधिकारी रूचि नही ले रहे हैं। आउटर रिंग रोड पर मिट्टी पाटने की अनुमति लेकर खनन माफिया- शुधांशु सिंह व साथी राजू जो कि लखनऊ के निवासी हैं, ग्राम करीम नगर, मजरा टिकरी, थाना इटौंजा,जनपद लखनऊ में तालाब के साथ-साथ रेठ नदी के किनारे की मिट्टी को खोदवाकर ग्राम पलिया में बन रहे आंटा मिल में मिट्टी की पटाई करवा रहे हैं।
क्या आंटा मिल में हजारों डम्फर मिटटी पाटने का लिया है ठेका लिया है?-
आउटर रिंग रोड पर एक भी डम्फर मिट्टी नही गिराई जा रही है। रात में रोज खनन चलता है।
परन्तु उपजिलाधिकारी- बख्शी का तालाब, लखनऊ द्वारा सूचना मिलने के बाद भी न तो डम्फर सीज किया जाता है और न ही खनन बंद कराया जाता है। ज्यादा शिकायत होने पर दूसरे दिन मात्र नाप कराकर जुर्माना लगाने की रिपोर्ट भेजकर अपने दायित्व की अधिकारीयों द्वारा इतिश्री कर दी जाती है।
बख्शी का तालाब तहसील क्षेत्र फलपट्टी घोषित क्षेत्र के अंतर्गत आता है। नियमानुसार यहां खनन नही होना चाहिये। जहां कहीं फल पट्टी क्षेत्र में खनन होने का अधिकार ही नहीं है, वही आउटर रिंग रोड में मिट्टी पठान के लिए रॉयल्टी सरकार द्वारा जारी की गई थी, वही रॉयल्टी के मानव को अधिकारियों ने ऊपर वाले ताक पर रखकर अवैध मिट्टी खनन करवा कर अपनी जेबे भरने में मस्त दिखाई दे रहे हैं। जहां पर बख्शी का तालाब, तहसील रोड के मोड़ पर आउटर रिंग रोड का काम चल रहा है, वहाँ पर देखने से यह प्रतीत होता है कि, आउटर रिंग रोड पर अभी तक पर्याप्त मात्रा में मिट्टी का पठान नहीं हो पाया है और अवैध मिट्टी खनन वाले इधर-उधर 5000 से ₹6000 प्रति डंपर बेचने में मस्त दिखाई दे रहे हैं।
बख्शी का तालाब के उप जिला अधिकारी खाली नाम मात्र की खानापूर्ति कर लेखपालों को भेजकर अपनी कलम बचाने में मजबूर दिखाई दे रहे हैं। जब कभी रात में दिन में सूचना देने की स्थानीय ग्रामीणों ने चाही तो कई बार फोन बजता रहता है परन्तु फोन नहीं उठता है।
आखिर इस अवैध खनन की हकीकत क्या है?-
आखिर अधिकारी सीयूजी नंबर क्यों नहीं उठाते हैं और क्यों नहीं जवाब दे पाते हैं?-
क्षेत्र के जनमानस व ग्रामीणों में तथा भारतीय किसान यूनियन के सक्रिय कार्यकर्ता/ नेता- राम प्रकाश सिंह का कहना है कि, क्षेत्र में आउटर रिंग रोड का कार्य बहुत ही सुन तरीके से किया जा रहा है, जिसकी आड़ में भ्रष्ट अधिकारी और खनन माफिया अवैध खनन कर लाखों रुपए जेब में भरने में मस्त दिखाई दे रहे हैं।
जनमानस पूछ रहा है कि, क्या मुख्यमंत्री- योगी जी इसका संज्ञान लेकर अवैध खनन से जुड़े माफिया और भ्रष्ट अधिकारीयों के गठजोड़ को तोड़ेंगे?-
सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि, खनन माफिया कहते हैं कि, एसडीएम - डीएम हमारे जेब के अंदर हैं तो वहीं ग्रामीण यह भी बताते हैं कि साहब जब हमारे ग्रामीणों के फोन ही नहीं उठाते हैं तो क्षेत्र में आकर इंसाफ और तराजू पर कॉल कर इंसाफ ग्रामीणों को कब दिलाएंगे। ऐसा 'उप जिला अधिकारी' ग्रामीणों के लिए किस काम के?-
जब टिकरी ग्राम प्रधान से उक्त मामले में जब बात की गयी तो उन्होंने बताया कि, हमने कई बार उप जिलाधिकारी महोदय को अवैध खनन के बारे में शिकायत की लेकिन बीकेटी उप जिलाधिकारी महोदय हमारा फोन नहीं उठाते हैं, ना ही अवैध खनन पकड़ने में सक्रियता दिखा रहे हैं, तो हम क्या करे?- कौन करेगा इंसाफ?- जब इंसाफ करने वाला ही अधिकारी बेईमानों के जेबों में बैठा है तो इंसाफ कौन करेगा?-
क्या बोली जिम्मेदार अधिकारी?
बख्शी का तालाब उप जिला अधिकारी से जब भी रात में अवैध खनन के बारे में ग्रामीणों ने व बीकेटी के स्थानीय पत्रकारों ने सूचना देनी चाही तब उनका मोबाइल बराबर स्विच बंद बताता रहता है। स्थानीय लोग पूछते हैं कि, आखिर कैसे हैं, बख्शी का तालाब के अधिकारी जो सीयूजी नंबर भी बंद करके सोते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि, क्षेत्र के आला अधिकारीयों की आंड खनन माफिया से संत - गांठ है और वे अपनी जेबे भरने में मस्त दिखाई देते नजर आते हैं।
(आदित्य प्रताप, स्वतंत्र पत्रकार)
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