BREAKING NEWS - श्रीलंका के ऊपर चक्रवाती तूफान 'बुरेवी' (दक्षिणी तमिलनाडु और दक्षिण केरल तटों के लिए चक्रवाती चेतावनी : यलो अलर्ट)
03 दिसंबर की दोपहर को चक्रवाती तूफान 70-80 की रफ्तार से लेकर 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ पंबन के करीब केंद्रित होगा
दक्षिण तमिलनाडु तटीय जिलों पर इसका प्रभाव 3 दिसंबर से शुरू होने की संभावना है, जो कि रामनाथपुरम जिले से शुरू होकर और धीरे-धीरे कन्याकुमारी जिले की तरफ बढ़ेगा
दक्षिण तमिलनाडु (रामनाथपुरम, थूथुकुडी, तिरुनेलवेली, कन्याकुमारी, तेनकासी और शिवगंगई जिलों) और दक्षिण केरल (तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा और आलप्पुझा) में अत्यधिक भारी बारिश होने संभावना है
3 और 04 दिसंबर को दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और लक्षद्वीप में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है समुद्र में तेज और ऊंची लहरें उठ रही हैं और मछुआरों को सलाह दी गई है कि वो 3 से 5 दिसंबर के बीच समुद्र में ना जाएं
दक्षिण तमिलनाडु में नुकसान की आशंका - बिजली और संचार लाइनों, धान की फ़सलों, केला, पपीते के पेड़ों और बागों को नुकसान होने की संभावना है और निचले इलाकों में पानी भरने की भी संभावना है
नई दिल्ली (PIB): भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के चक्रवात चेतावनी विभाग के अनुसार:
श्रीलंका के ऊपर चक्रवाती तूफान ‘बुरेवी’ पिछले 6 घंटों में 11 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है और आज सुबह, यानि 1 दिसंबर को भारतीय समयानुसार साढ़े पांच बजे यह मन्नार से लगभग 40 किमी पूर्व में, पम्बन (भारत) से 120 किमी पूर्व-दक्षिण में और कन्याकुमारी (भारत) से 320 किमी पूर्व-उत्तर-पूर्व में स्थित है। यह पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ सकता है और अगले 3 घंटों के इसके मन्नार तट के पास मन्नार की खाड़ी की तरफ बढ़ने की संभावना है।
चक्रवाती तूफान 70-80 की रफ्तार से 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ 3 दिसंबर की दोपहर के करीब पंबन के करीब केंद्रित होगा। फिर यह दोपहर तक पंबन क्षेत्र में लगभग पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ेगा और 3 दिसंबर की रात और 4 दिसंबर की सुबह तड़के पंबन और कन्याकुमारी के बीच दक्षिण तमिलनाडु तट को पार कर 70-80 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 80 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा के साथ चक्रवाती तूफान की तरह रहेगा। इस प्रकार दक्षिण तमिलनाडु के तटीय जिलों पर प्रभाव 3 दिसंबर से शुरू होने की संभावना है, जो कि रामनतपुरमपुरम क्षेत्र में शुरू में और धीरे-धीरे कन्याकुमारी जिले की ओर बढ़ेगा।
पूर्वानुमान ट्रैक और तीव्रता नीचे दी गई है:
तिथि/समय(भारतीय समय के अनुसार) |
स्थिति (अक्षांश 0उत्तर/ देशांतर 0पूर्व) |
हवा की सतह पर अधिकतम गति (किमी प्रति घंटा) |
चक्रवाती बाधा की श्रेणी |
03.12.20/0530 |
9.0/80.3 |
70-80 से लेकर to 90 |
चक्रवाती तूफान |
03.12.20/1130 |
9.2/79.5 |
70-80 से लेकर to 90 |
चक्रवाती तूफान |
03.12.20/1730 |
9.1/78.9 |
70-80 से लेकर to 90 |
चक्रवाती तूफान |
03.12.20/2330 |
9.0/78.4 |
70-80 से लेकर to 90 |
चक्रवाती तूफान |
04.12.20/1130 |
8.9/77.7 |
60-70 से लेकर to 80 |
चक्रवाती तूफान |
04.12.20/2330 |
8.7/77.0 |
45-55 से लेकर to 65 |
गहरा दबाव |
चेतावनी:
(i) बारिश
- 3 दिसंबर को दक्षिण तमिलनाडु (रामनाथपुरम, थूथुकुडी, तिरुनेलवेली, कन्याकुमारी, तेनकासी और शिवगंगा जिलों) और दक्षिण केरल (तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा और आलप्पुझा) में अलग-अलग स्थानों के साथ कुछ जगहों पर भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है और 4 दिसंबर, 2020 को दक्षिण तमिलनाडु तथा दक्षिण केरल में भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है।
- 3 दिसंबर को उत्तर तमिलनाडु, पुदुचेरी, माहे और कराईकल और उत्तरी केरल में अलग-अलग स्थानों पर भारी से अत्यधिक भारी बारिश और 4 दिसंबर को भारी बारिश हो सकती है।
- 3 और 04 दिसंबर को दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और लक्षद्वीप में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
उप संभाग |
03 दिसंबर 2020* |
04 दिसंबर 2020* |
दक्षिण तमिलनाडु |
कुछ स्थानों पर भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने के साथ अधिकांश स्थानों पर बारिश और अलग- अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है। |
अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने के साथ कई स्थानों पर बारिश होने की संभावना है। |
उत्तर तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल |
अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने के साथ कई जगहों पर बारिश होने की संभावना है। |
अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने के साथ कई स्थानों पर बारिश होने की संभावना है। |
दक्षिण केरल |
कुछ स्थानों पर भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने के साथ अधिकांश स्थानों पर बारिश और अलग- अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है। |
अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने के साथ कई स्थानों पर बारिश होने की संभावना है। |
उत्तर केरल और माहे |
अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने के साथ- साथ अधिकांश स्थानों पर बारिश होने की संभावना है। |
अलग- अलग स्थानों पर भारी बारिश होने के साथ कुछ स्थानों पर बारिश होने की संभावना है। |
दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश |
अलग- अलग स्थानों पर भारी बारिश होने के साथ कुछ स्थानों पर बारिश होने की संभावना है |
अलग- अलग स्थानों पर भारी बारिश होने के साथ कुछ स्थानों पर बारिश होने की संभावना है |
लक्षद्वीप |
अलग- अलग स्थानों पर भारी बारिश होने के साथ कुछ स्थानों पर बारिश होने की संभावना है |
अधिकांश स्थानों पर भारी बारिश होने के साथ-साथ कुछ स्थानों पर बारिश होने की संभावना है। |
(ii) हवा की चेतावनी
- मन्नार, कोमोरिन क्षेत्र की खाड़ी और दक्षिण तमिलनाडु तट (रामनाथपुरम, थुथुकुडी, तिरुनेलवेली और कन्याकुमारी जिलों) और दक्षिण केरल तट (तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा और आलप्पुझा) तट के समीप तेज हवाएं 55-65 किलोमीटर से लेकर 75 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है। इसके बाद दोपहर यानि 24 घंटों के दौरान, 3 दिसंबर को हवा की रफ्तार 70-80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है।
- बंगाल के दक्षिण-पश्चिम खाड़ी और 55-65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवा की गति 75 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है और अगले 12 घंटे तक यह जारी रहेगी और इसके बाद धीरे-धीरे इसमें कमी आएगी।
- लक्षद्वीप-मालदीव क्षेत्र और आस-पास के दक्षिणपूर्वी अरब सागर में 3 से 4 दिसंबर के बीच 45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है।
(iii) तेज तूफान:
समुद्र में 1.0 मीटर ऊँची समुद्र की लहरें (खगोलीय ज्वार) उठने से दक्षिण तटीय तमिलनाडु (रामनाथपुरम, थुथुकुडी, तिरुनेलवेली और कन्याकुमारी जिले) और उत्तर-पश्चिम श्रीलंका के नीचे निचले इलाकों में पानी भरने की संभावना है।
(iii) समुद्र की स्थिति
मन्नार की खाड़ी के साथ-साथ दक्षिण तमिलनाडु-केरल, पश्चिम श्रीलंका तट और कोमोरिन एरिया में 3 से 4 दिसंबर तक समुद्र में तेज लहरें उठ सकती हैं।
3 से 5 दिसंबर के दौरान लक्षद्वीप-मालदीव क्षेत्र और इससे सटे दक्षिणपूर्व अरब सागर में समुद्र की स्थिति प्रतिकूल से लेकर बहुत ही प्रतिकूल होगी।
(iv) दक्षिण तमिलनाडु (कन्याकुमारी, तिरुनेलवेली, थुथुकुडी और रामनाथपुरम जिलों) और दक्षिण केरल (तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा और आलप्पुझा जिलों) में नुकसान की संभावना है।
- कच्चे घरों और झोपड़ियों को नुकसान होने की संभावना है।
- पेड़ गिरने से विद्युत और संचार लाइनों को हल्का नुकसान हो सकता है।
- कच्चे घरों को भारी नुकसान और पक्की सड़कों को हल्का नुकसान हो सकता है।
- धान की फसल, केला, पपीते के पेड़ और बागों को कुछ नुकसान होने की संभावना।
- तटबंधों के कटाव के बाद निचले इलाकों में समुद्र का पानी भर सकता है।
(v) मछुआरों को चेतावनी और सावधानी बरतने का सुझाव दिया गया है।
- नीचे उल्लिखित क्षेत्रों में 3 से 5 दिसंबर के दौरान मछली पकड़ने पर पूरी तरह से मनाही है।
- मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वे 3 दिसंबर को बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी और पूर्वी श्रीलंका तट में ना जाएं; 3 से 4 दिसंबर तक कोमोरिन क्षेत्र, मन्नार की खाड़ी और दक्षिण तमिलनाडु-केरल और पश्चिम श्रीलंका के तटों पर ना जाएं। 3 से 5 दिसंबर तक मछुआरों कों लक्षद्वीप-मालदीव क्षेत्र और आसपास के दक्षिण-पूर्व अरब सागर में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
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