
विश्वकर्मा पूजा परंपरागत ढंग से संपन्न
संत कबीर नगर (नवनीत मिश्र): प्रभा देवी शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा संचालित विभिन्न संस्थाओं में ग्रुप के डायरेक्टर- वैभव चतुर्वेदी के निर्देशन में भगवान विश्वकर्मा की पूजा पूर्ण उल्लास के साथ मनाया गया। पूजा में उपस्थित संस्थान की सचिव/ प्रबंधक श्रीमती पुष्पा चतुर्वेदी ने भगवान विश्वकर्मा की विधि-विधान से पूजन अर्चन करते हुए कहा कि, "सृष्टि के सृजनकर्ता एवं वास्तुकला के अद्वितीय आचार्य भगवान विश्वकर्मा जी की जयंती प्रतिवर्ष सितम्बर महीने में उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन देवशिल्पी की पूजा की जाती है।"
प्रभा देवी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, खलीलाबाद, के प्राचार्य डॉ० प्रमोद कुमार त्रिपाठी ने कहा कि, "विश्वकर्मा जी ने अपने शक्ति से देवताओं के रथ, उड़न रथ, महल और अस्त्र-शस्त्र का भी निर्माण किया था। यह भी माना जाता है कि इंद्र का महा-अस्त्र जो ऋषि दधिची के हड्डियों से बना हुआ था, वह भी विश्वकर्मा भगवान द्वारा ही बनाया गया था।
इस अवसर पर श्रीमती चतुर्वेदी ने संस्थान की बेड़े में शामिल सैकड़ों वाहनों एवं अन्य यांत्रिक साजो-सामान की विधि-विधान से पूजन-अर्चन किया और पूजा में उपस्थित जनों को प्रसाद वितरित किया।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से संस्था की श्रीमती नीलम दुबे, समन्वयक श्री विजय कुमार राय, वित्त प्रबंधक रवि प्रताप सिंह, श्री राजेश पांडे, चैनल मैनेजर श्री रितेश त्रिपाठी, डॉ रमेश कुमार, विनोद मिश्रा, मंगला मिश्रा, अरविंद भट्ट, मनीष कुमार त्रिपाठी, दीपक सिंह, सुजीत गौड़, आलोक मौर्य, सोनी, रेनु पाण्डेय त्रिपाठी, श्रीमती मनोरमा सहित अनेक लोग उपस्थिति रहे।
इसी क्रम में जनपद के विभिन्न शिक्षण संस्थानोन, कल-कारखानों व अन्य यांत्रिक संस्थानों में भगवान विश्वकर्मा की विधि-विधान व पारंपरिक ढंग से पूजन-अर्चन किया गया।
इस अवसर पर श्रीमती चतुर्वेदी ने संस्थान की बेड़े में शामिल सैकड़ों वाहनों एवं अन्य यांत्रिक साजो-सामान की विधि-विधान से पूजन-अर्चन किया और पूजा में उपस्थित जनों को प्रसाद वितरित किया।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से संस्था की श्रीमती नीलम दुबे, समन्वयक श्री विजय कुमार राय, वित्त प्रबंधक रवि प्रताप सिंह, श्री राजेश पांडे, चैनल मैनेजर श्री रितेश त्रिपाठी, डॉ रमेश कुमार, विनोद मिश्रा, मंगला मिश्रा, अरविंद भट्ट, मनीष कुमार त्रिपाठी, दीपक सिंह, सुजीत गौड़, आलोक मौर्य, सोनी, रेनु पाण्डेय त्रिपाठी, श्रीमती मनोरमा सहित अनेक लोग उपस्थिति रहे।
इसी क्रम में जनपद के विभिन्न शिक्षण संस्थानोन, कल-कारखानों व अन्य यांत्रिक संस्थानों में भगवान विश्वकर्मा की विधि-विधान व पारंपरिक ढंग से पूजन-अर्चन किया गया।
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