यूएई ने प्रदान किया प्रधानमंत्री मोदी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान
अबुधाबी: 24 अगस्त, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारत एवं संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका के निभाने लिए शनिवार को इस देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान "आर्डर ऑफ जायेद" से सम्मानित किया गया।
इससे पहले विश्व के कई नेता इस सम्मान से नवाजे जा चुके हैं, जिनमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, महारानी एलिजाबेथ द्वितीय एवं चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग शामिल हैं।
इस सम्मान के लिये मोदी ने यूएई सरकार का शुक्रिया अदा किया और इस सम्मान को 1.3 अरब भारतीयों के कौशल और क्षमताओं को समर्पित किया।
अबुधाबी में राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में मोदी को अबु धाबी के इस सम्मान से नवाजा गया। इस पुरस्कार का नामकरण यूएई के संस्थापक शेख जायेद बिन सुल्तान अल नहयान के नाम पर किया गया है।
बाद में मोदी ने ट्वीट किया, "कुछ समय पहले "ऑर्डर ऑफ जायेद" से सम्मानित होने पर कृतज्ञ हूं। यह पुरस्कार एक व्यक्ति को नहीं बल्कि भारत की सांस्कृतिक परंपरा और 130 करोड़ भारतीयों को समर्पित है। इस सम्मान के लिये मैं यूएई सरकार का शुक्रिया अदा करता हूं।"
मोदी की यूएई की यात्रा से पहले विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि इस पुरस्कार का नामकरण यूएई के संस्थापक शेख जायेद बिन सुल्तान अल नहयान के नाम पर किया गया है। इसका विशेष महत्व है क्योंकि "शेख जायेद के जन्मशती वर्ष में प्रधानमंत्री मोदी को यह सम्मान दिया जाने वाला है।"
इसमें कहा गया कि भारत और यूएई के बीच मजबूत, करीबी और बहुआयामी संबंध रहा है जो सांस्कृतिक, धार्मिक और आर्थिक सूत्रों भी जुड़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इससे पहले अगस्त 2015 में यूएई की यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच व्यापक सामरिक भागीदारी भी बढ़ी।
यूएई ने अप्रैल में मोदी को देश के सर्वोच्च सम्मान से नवाजे जाने की घोषणा की थी।
अबुधाबी के वली अहद शहजादा मोहम्मद बिन जायेद अल नहयान ने अप्रैल में एक ट्वीट कर बताया, "भारत के साथ हमारे ऐतिहासिक और व्यापक सामरिक संबंध रहे हैं, जिसमें मेरे अभिन्न मित्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। उन्होंने इन संबंधों में और प्रगाढ़ता लाने का काम किया।"
करीब 60 अरब अमेरिकी डॉलर के वार्षिक द्विपक्षीय कारोबार के साथ यूएई भारत का तीसरा बड़ा कारोबारी सहयोगी है। यह भारत के लिये तेल निर्यात करने वाला चौथा सबसे बड़ा निर्यातक देश है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि मोदी की यात्रा से द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा, "यूएई में 33 लाख लोगों का जीवंत भारतीय समुदाय है, जिससे दोनों मित्र देशों के लोगों के बीच आपसी संपर्क पोषित हुआ है।"
(साभार- भाषा)
swatantrabharatnewscom