केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने किया कार्बी और डिमासा भवन का शिलान्यास
- उत्तर-पूर्व का सर्वांगीण विकास श्री नरेंद्र मोदी सरकार का लक्ष्य, बजट 258% तक बढ़ाया – श्री अमित शाह
- उत्तर-पूर्व में हुए विकास कार्यों के कारण वहां आतंकवाद कम हुआ है तथा शांति स्थापित हुई - केंद्रीय गृह मंत्री
- केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि विकास के साथ-साथ उत्तर-पूर्व की संस्कृति को भी बचाना है।
- केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार मानती है कि जनजाति को विकास तक ले जाने की बजाय विकास के कार्यों को जनजाति तक ले जाना चाहिए – श्री अमित शाह
नई-दिल्ली: गृह मंत्रालय ने बताया है कि केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह द्वारा सोमवार को द्वारका में कारबी आंगलोंग ऑटोनॉमस काउंसिल (केएएसी) और नॉर्थ कछार हिल्स ऑटोनॉमस काउंसिल ऑफ असम (एनसीएचएसी) के कार्बी और डिमासा भवन का शिलान्यास किया गया।
श्री अमित शाह ने कहा कि पूरे भारत के विकास कार्यों में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने आबादी के अनुपात में सबसे ज्यादा समय उत्तर-पूर्व को दिया है और पिछले 5 साल में कई विकास की परियोजनाओं की शुरुआत की गई है। उनका कहना था कि कार्बी एवं दिमासा के भवन यहां पर अस्तित्व में आएंगे और इसके साथ ही दुनिया के नक्शे पर कार्बी व दिमासा की संस्कृति को नई पहचान के लिये एक नई जगह मिलेगी।
श्री शाह ने बताया कि नार्थ ईस्ट काउंसिल की बैठक में अध्यक्षता करने के लिये पूर्व प्रधानमंत्री श्री मोरार जी देसाई के 40 वर्षों बाद प्रधानमंत्री के रूप में श्री नरेंद्र मोदी शामिल हुए और प्रत्येक 15 दिन में एक केंद्रीय मंत्री को उत्तर-पूर्व का दौरा करने का चक्र तय किया। इससे ढेर सारी सुविधाये और विकास के कार्य आगे बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि उत्तर-पूर्व के विकास के लिये पहले जो बजट 87 हजार करोड़ था उसे 258% बढ़ाते हुए मोदी सरकार के आने के बाद 3,13,375 करोड किया गया जो मोदी सरकार की उत्तर-पूर्व के सर्वांगीण विकास की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उनका कहना था कि आज उत्तर-पूर्व वायु, रेलवे तथा सड़क मार्ग से जुड़ चुका है, वहाँ सड़कों को चौड़ा करने का काम भी तेजी से किया जा रहा है। श्री शाह ने आगे कहा कि उत्तर-पूर्व में जो परिवर्तन आया है वह देश के प्रधानमंत्री और हमारे नेता नरेंद्र मोदी जी के मन में उत्तर-पूर्व के लिए, नॉर्थ ईस्ट के लिए जो प्यार है जो सम्मान और जो अनुकंपा है वह सामने आयी है।
श्री शाह का यह भी कहना था कि उत्तर-पूर्व में हुए विकास कार्यों के कारण वहां आतंकवाद कम हुआ है तथा शांति स्थापित हुई है। श्री शाह ने यह भी कहा कि पूर्व की सरकारों में पूर्वोत्तर का इलाका विकास के रास्ते से भटक गया था जो भाजपा की सरकार बनने के बाद मोदी जी के नेतृत्व में वापस रास्ते पर आया है।
श्री शाह ने कहा कि डोनर मंत्रालय ने लगभग 153 करोड़ रुपये की 17 अलग अलग परियोजनाओं पर काम शुरू कर दिया है और कई महत्वपूर्ण काम किए हैं जिनमें अंतरराष्ट्रीय स्तर का बांस के औद्योगिक पार्क शुरू करने के साथ-साथ उत्तर पूर्व के विभिन्न राज्यों में कई मेडिकल कॉलेज, डिग्री कॉलेज, कानून महाविद्यालय, तारामंडल, सांस्कृतिक हॉल का निर्माण आदि कितनी ही बड़ी परियोजनाएं शामिल हैं। श्री शाह का कहना था कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार मानती है कि जनजाति को विकास तक नहीं ले जाना है बल्कि विकास के कार्यों को जनजाति तक ले जाना चाहिए। श्री अमित शाह ने कहा कि उत्तर-पूर्व में शांति भी होनी चाहिये, समृद्धि भी होनी चाहिए और विकास हर गांव में पहुंचना चाहिए लेकिन उत्तर-पूर्व की पहचान को भी बनाने रखना भारतीय जनता पार्टी की श्री नरेंद्र मोदी सरकार का लक्ष्य है।
श्री शाह ने कहा कि विकास के साथ-साथ उत्तर-पूर्व की संस्कृति को भी बचाना है। पूर्वोत्तर की चिकित्सा विज्ञान की पद्धतियां अत्यंत प्राचीन है, वहाँ वनस्पति के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं और इन भवनों में मेडिटेशन गुण वाली औशधियों पर रिसर्च एंड डेवलपमेंट विभाग खोलकर आगे बढ़ाने की जरूरत है। उन्होँने आगे कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि जो कांग्रेस की सरकार ने वादा किया था उसे श्री नरेंद्र मोदी की सरकार पूरा करने जा रही है। उनका कहना था कि इस भवन निर्माण से उत्तर-पूर्व के बच्चे दुनिया को जानेंगे, विश्व के साथ जुड़ेंगे तथा प्रतिस्पर्धा कर सकेंगे।
कार्यक्रम में बोलते हुए डोनर मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि उत्तर-पूर्व का विकास माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मोदी जी कहते हैं कि यदि एक भुजा बलवान हो और दूसरी मजबूत न हो तो देश का समुचित विकास नहीं हो सकता इसलिये उत्तर-पूर्व का विकास भी देश के बाकी हिस्सों की तरह ही होना चाहिये।
श्री सिंह ने कहा कि इस कथन को ध्यान में रखते हुए श्री नरेंद्र मोदी जी ने उत्तर पूर्व के विकास पर विशेष ध्यान दिया। उन्होंने यह भी बताया कि मोदी सरकार ने नॉर्थ ईस्ट रोड डेवलपमेंट का काम भी शुरू किया है।
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने भी केंद्र की सरकार, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री श्री अमित शाह का धन्यवाद दिया। कार्बी और डिमासा भवन के शिलान्यास के अवसर पर बोलते हुए आसाम राज्य सरकार के वित्त मंत्री हेमंता विश्वसर्मा का कहना था कि देश में करोड़ों रुपये के प्रोजेक्ट शुरू किए गए हैं किंतु कार्बी और डिमासा भवन के शिला।
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