स्वतंत्र भारत न्यूज़ डाट काम की खबर का असर: रेलवे ने यात्रियों के लिए मसाज योजना वापस ली
नयी दिल्ली: रेलवे ने ट्रेनों में यात्रियों के लिए मसाज सेवा देने की अपनी योजना को शनिवार को रद्द कर दिया।
सबसे पहले इस खबर को 08 जून 2019 को "भारतीय रेलवे चलती ट्रेनों में मुहैया करवाएगा मसाज की सुविधाएँ: प्रदीप कुमार" शीर्षक से स्वतंत्र भारत न्यूज डाट काम ने प्रकाशित किया था।
http://www.swatantrabharatnews.com/index.php/news/4609
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस खबर पर सबसे पहले 09 जून 2019 को लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष (उ• प्र•)- सच्चिदानन्द श्रीवास्तव ने DRM/Ratlam के ट्वीट पर रिट्वीट कर रेल मंत्री व प्रधानमंत्री से यह लिखते हुए कि, "मसाज/ मालिश की सुविधा रेलवे के उद्देश्य और भारतीय रेल के इतिहास में पहली बार रेल यातायात ब्यवस्था को कलंकित करने वाला कदम है। यह कदम दुराचारियों और ऐय्यशियों का अड्डा बनाने वाला कदम है, माँग की कि, इस आदेश को तुरंत वापस लें तथा ट्रेन को समय से संचालित करें।"
तत्पश्चात इसे लोसपा प्रदेश अध्यक्ष ने रिट्वीट किया।
तत्पश्चात लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक- महान समाजवादी चिंतक व विचारक- राजनैतिक पैगम्बर- रघु ठाकुर ने विरोध करतेे हुए रेल मंत्री से इस मसाज योजना को वापस लेने की मांग की तथा लोसपा संरक्षक- श्री ठाकुर द्वारा इस माँग को करते ही भाजपा के राजनैतिक खेमे में भूचाल आ
गया और इंदौर के भाजपा सांसद- श्री शंकर ललवानी ने भी "मसाज के बजाय मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध कराने की मांग रेलमंत्री से की, जिस पर श्री ठाकुर ने भाजपा सांसद श्री ललवाानी को ट्वीट कर दि:13 जून 2019 को बधाई दी। इसके बाद अपनी ही पार्टी के सांसदों का बिरोध देखते हुए रेलवे की इस तथाकथित "मसाज" की महत्वकांक्षी योजना को रेलमंत्री ने वापस ले ली।
रेलवे ने शनिवार (15 जून 2019) को जारी एक बयान में कहा कि इंदौर से शुरू होने वाली 39 ट्रेनों के यात्रियों को सिरए गर्दन और पैरों की मालिश की सुविधा प्रदान करने संबंधी प्रस्ताव को वापस ले लिया गया है।