फानी तुफान - चेतावनी: सघन चक्रवाती तूफान - फानी - बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व और आसपास के क्षेत्रों के ऊपर अत्यंत सघन चक्रवाती तूफान के रूप में परिवर्तित
नई-दिल्ली: पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने बताया है कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिणपूर्व और इसके आसपास से उठा सघन चक्रवाती तूफान "फानी" पिछले 6 घंटों के दौरान लगभग 16 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ गया।
आज 30 अप्रैल 2019 को 05:30 बजे यह 11.7 डिग्री उत्तरी अक्षांश तथा 86.5 डिग्री पूर्वी देशांतर पर बंगाल की खाड़ी में दक्षिण-पूर्व दिशा की ओर श्रीलंका के त्रिंकोमाली (श्रीलंका) से लगभग 670 किलोमीटर पूर्व-उत्तर पूर्व में, चेन्नई (तमिलनाडु) से 690 किलोमीटर दूर पूर्व और दक्षिण-पूर्व तथा आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम से 760 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व में केंद्रित था। फानी अगले 36 घंटों के दौरान बेहद भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है। फानी 1 मई की शाम तक ओडिशा तट की ओर उत्तर-उत्तर पूर्व की दिशा में मुड़ जाएगा।
निम्न तालिका में तूफान के परिपथ का पूर्वानुमान और तीव्रता दर्शाई गई है:
चेतावनी:
भारी बारिश की चेतावनी
अगले 24 घंटे के दौरान केरल में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है। अगले 24 घंटे के दौरान तमिलनाडू और दक्षिणी तटीय आंध्र प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
2 मई को तटीय आंध्र प्रदेश और दक्षिणी तटीय ओडिशा के उत्तरी तट पर कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। ओडिशा के तटवर्तीय इलाकों और उससे सटे आंध्र प्रदेश के उत्तरी तटवर्ती जिलों में 3 और 4 मई को अधिकांश स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। पश्चिम बंगाल के तटवर्ती जिलों में भी 3 और 4 मई को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर तेज बारिश होने की संभावना है।
हवा की चेतावनी:
बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्व और उसके आसपास के क्षेत्रों में 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही तेज हवाएं 125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार भी पकड़ सकती है। 30 अप्रैल की सुबह से हवा की रफ्तार बढ़कर दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर 120 - 130 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 150 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है। 1 मई की शाम से तमिलनाडू, पुद्दुचेरी के उत्तर बंगाल की खाड़ी के दक्षिण.पश्चिम और आसपास के पश्चिम मध्य क्षेत्र में 160 - 170 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 190 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।
30 अप्रैल की सुबह से तमिलनाडु और पुदुचेरी के तटीय तथा कोमोरिन क्षेत्र और मन्नार की खाड़ी में 30 - 40 किमी प्रति घंटे से लेकर 50 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवा चल सकती है। 30 अप्रैल की सुबह तक इसकी रफ्तार 50 - 60 किमी प्रति घंटे से 70 किमी प्रति घंटे तक हो जाने की संभावना है। अगले 24 घंटे में उत्तर.तमिलनाडु एवं पुदुचेरी और इससे सटे दक्षिण आंध्र प्रदेश के जिलों के तटों पर हवा की रफ्तार 50 - 60 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 70 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
30 अप्रैल की सुबह से केरल के तटवर्ती क्षेत्रों और आसपास के इलाकों में 30 - 40 किमी प्रति घंटे से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है। 30 अप्रैल को हवा की गति 40 - 50 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 60 किमी प्रति घंटे हो सकती है।
2 मई से आंध्र प्रदेश के उत्तरी क्षेत्र तथा ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों में 40 - 50 किमी प्रति घंटे से 60 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है। 3 मई से उसी क्षेत्र में हवा की रफ्तार 60 - 70 किमी प्रति घंटे से 85 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। इसके बाद अगले 24 घंटे में इसकी गति बढ़ सकती है और उसके बाद गति कम होने की संभावना है।
2 मई को पश्चिम बंगाल के तटीय और उसके आसपास के क्षेत्रों में हवा की रफ्तार 40-50 किमी प्रति घंटे से 60 किमी प्रति घंटे तक होने का अनुमान है।
समुद्र की स्थिति
बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्वी हिस्से और आसपास के क्षेत्रों में समुद्र की स्थिति खराब है। ऊंची लहरें उठ रही हैं। 30 अप्रैल की सुबह से बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम मध्य क्षेत्र, पुद्दुचेरी के पूर्वी हिस्से तथा आंध्र प्रदेश के दक्षिण हिस्से में समुद्र की स्थिति और खराब हो सकती है। 1 से 3 मई के बीच बंगाल की खाड़ी के पश्चिम मध्य क्षेत्र और आंध्रप्रदेश के तटवर्ती इलाकों में समुद्र की स्थिति और खराब होने की आशंका है।
1 मई 2019 से पुद्दुचेरी, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तटवर्ती क्षेत्रों में तथा 1 से 3 मई तक आंध्र प्रदेश के उत्तरी तटवर्ती क्षेत्रों और 2 से 4 मई से ओडिशा के तटीय इलाकों में समुद्र की स्थिति काफी खराब होने की आशंका है।
मछुआरों के लिए चेतावनी
मछुआरों को 30 अप्रैल को बंगाल की खाड़ी के दक्षिण- पश्चिमी और दक्षिण पूर्वी क्षेत्र भूमध्यरेखीय हिंद महासागर तथा श्रीलंका से सटे समुद्री क्षेत्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। मछुआरों से कहा गया है कि वे 1 मई तक बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम मध्य क्षेत्र पुद्दुचेरी और आंध्र प्रदेश के तटवर्ती इलाकों के तथा श्रीलंका के समुद्री क्षेत्र में न जाएं। उन्हें 1-3 मई तक बंगाल की खाड़ी के पश्चिम मध्य और आंध्र प्रदेश के उत्तरी तटवर्ती क्षेत्रों में भी समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। 2 मई से उन्हें ओडिशा के तटवर्ती इलाकों और पश्चिम बंगाल के तटवर्ती इलाकों से भी दूरी बनाए रखने को कहा गया है।
वे मछुआरे जो अभी गहरे समुद्र में मछली पकड़ने के लिए जा चुके हैंए उन्हें तुरंत वापस लौटने की सलाह दी जाती है।
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